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एनिमेशन क्षेत्र के लिए IIT, IIM की तर्ज पर बनेगा राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र, मोदी कैबिनेट ने दी मंजूरी


नई दिल्ली:

केंद्रीय मंत्रिमंडल ने आईआईटी और आईआईएम की तर्ज पर देश में एनिमेशन एवं संबंधित क्षेत्र को मजबूती देने के लिए बुधवार को एक राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र के गठन के प्रस्ताव को मंजूरी दी. एनिमेशन, विजुअल इफेक्ट, गेमिंग, कॉमिक्स एवं एक्सटेंडेड रियलिटी (एवीजीसी-एक्सआर) को समर्पित राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र स्थापित किया जाएगा. यह भारत को अत्याधुनिक मीडिया एवं मनोरंजन सामग्री मुहैया कराने वाले वैश्विक केंद्र के तौर पर स्थापित करने में मदद करेगा.

सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने मंत्रिमंडल के इस फैसले की जानकारी देते हुए कहा कि मुंबई में इस केंद्र की स्थापना कंपनी अधिनियम, 2013 के तहत धारा आठ कंपनी के तौर पर की जाएगी. उद्योग मंडल फिक्की और भारतीय उद्योग परिसंघ (सीआईआई) इस सृजनात्मक संस्थान की स्थापना में सरकार के साथ भागीदार होंगे. वैष्णव ने कहा, “एवीजीसी-एक्सआर क्षेत्र आज मीडिया एवं मनोरंजन जगत के पूरे परिदृश्य में एक अपरिहार्य भूमिका निभाता है. इसमें फिल्म निर्माण, ओटीटी मंच, गेमिंग, विज्ञापन और स्वास्थ्य एवं शिक्षा जैसे सामाजिक क्षेत्र भी शामिल हैं. इस तरह यह क्षेत्र देश की वृद्धि गाथा की समग्र संरचना को समाहित किए हुए है.”

उन्होंने कहा, “तेजी से विकसित हो रही प्रौद्योगिकी और पूरे देश में इंटरनेट की बढ़ती पहुंच एवं सस्ती डेटा दरों के साथ एवीजीसी-एक्सआर का इस्तेमाल वैश्विक स्तर पर तेजी से बढ़ने वाला है. इस तेजी को कायम रखने और देश में एवीजीसी-एक्सआर पारिस्थितिकी तंत्र को आगे बढ़ाने के लिए शीर्ष संस्थान के तौर पर इस राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना की जा रही है.”

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यह केंद्र शौकिया एवं पेशेवर, दोनों लोगों को अत्याधुनिक तकनीकों में नवीनतम कौशल से लैस करने के लिए विशेष प्रशिक्षण-सह-शिक्षण कार्यक्रम प्रदान करेगा. यह एवीजीसी-एक्सआर से संबंधित शोध एवं विकास को भी बढ़ावा देगा. इसके अलावा उत्कृष्टता केंद्र कंप्यूटर विज्ञान, इंजीनियरिंग, डिजाइन और कला जैसे विभिन्न क्षेत्रों के विशेषज्ञों को एक मंच पर लाने का काम भी करेगा.

वैष्णव ने कहा, “राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र घरेलू खपत एवं वैश्विक पहुंच दोनों के लिए भारत के बौद्धिक संपदा (आईपी) के सृजन पर व्यापक रूप से ध्यान देगा. इससे भारत की समृद्ध ऐतिहासिक एवं सांस्कृतिक विरासत पर आधारित सामग्री का निर्माण होगा.” इसके अलावा यह केंद्र एवीजीसी-एक्सआर क्षेत्र में स्टार्टअप और शुरुआती चरण वाली कंपनियों के लिए संसाधन मुहैया कराते हुए एक इनक्यूबेशन केंद्र के रूप में भी काम करेगा.

उन्होंने कहा, “एवीजीसी-एक्सआर उद्योग के विकास के लिए प्रेरक शक्ति के रूप में स्थापित होने वाला राष्ट्रीय उत्कृष्टता केंद्र पूरे देश के युवाओं के लिए रोजगार के सबसे बड़े स्रोतों में से एक के रूप में काम करेगा. इससे रचनात्मक कला और डिजाइन क्षेत्र को काफी प्रोत्साहन मिलेगा और भारत एवीजीसी-एक्सआर गतिविधियों का केंद्र बन सकेगा.”

(इस खबर को The Hindkeshariटीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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