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तेजी से फैल रहा मंकीपॉक्‍स… जानें, कैसे इस खतरनाक वायरस से निपटेगा भारत


नई दिल्‍ली:

मंकीपॉक्स वायरस भारत के पड़ोसी देश पाकिस्‍तान में पहुंच गया है. विश्‍व स्‍वास्‍थ्‍य संगठन (WHO) ने मंकीपॉक्‍स को लेकर ‘हेल्‍थ इंमरजेंसी’ घोषित कर दी है. ऐसे में भारत को भी सतर्क रहने की जरूरत है. कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने शनिवार को अन्य देशों में सामने आए मंकीपॉक्स के मामलों पर चिंता जाहिर करते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे को पत्र लिखकर मुंबई हवाई अड्डे पर सख्त परीक्षण और कॉरंटाइन नियमों को लागू करने की मांग की है. मंकीपॉक्‍स ने कोरोना वायरस संक्रमण के दिनों की खौफनाक यादों को ताजा कर दिया है. 

भारत में मंकीपॉक्‍स का कितना खतरा?

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शनिवार को कहा कि भारत में फिलहाल मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है, हालांकि इस बीमारी को फैलने से रोकने और नियंत्रित करने के लिए एहतियाती कदम उठाए जाएंगे. समीक्षा बैठक में आगामी हफ्तों में बाहर से आने वाले कुछ मामलों का पता चलने की संभावना को पूरी तरह से खारिज नहीं किया गया है, लेकिन यह आकलन किया गया कि निरंतर संचरण के साथ बड़े प्रकोप का जोखिम वर्तमान में भारत के लिए कम है.  मंत्रालय ने एक बयान में कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा 2022 में पहली बार स्वास्थ्य आपातकाल की घोषणा के बाद से भारत में कुल 30 मामले पाए गए, जिनमें से अंतिम इस साल मार्च में आया. मंत्रालय ने कहा कि फिलहाल भारत में मंकीपॉक्स का कोई मामला सामने नहीं आया है. बयान में कहा गया कि मंत्रालय द्वारा स्थिति पर नजर रखी जा रही है.

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मंकीपॉक्‍स की पाकिस्‍तान में दस्‍तक

पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य संगठन ने मंकीपॉक्स को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपात घोषित कर दिया है और यह वायरस अब पाकिस्तान तक पहुंच गया है. उन्होंने सरकार से भारत में इसके प्रसार को रोकने के लिए उचित कदम उठाने की अपील की. महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री चव्हाण ने ‘एक्स’ पर कहा, ”मंकीपॉक्स हमारे पड़ोस तक पहुंच गया है. हमें कार्रवाई करनी होगी. मैंने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर ऐसे देशों से आने वाले सभी यात्रियों के लिए मुंबई हवाई अड्डे पर सख्त परीक्षण और पृथकवास नियमों को लागू करने की मांग की है, जहां मंकीपॉक्स संक्रमण का अधिक खतरा है.” उन्होंने चेताया कि इस समस्या के संबंध में समय पर कार्रवाई आवश्यक है, क्योंकि किसी भी तरह की देरी होने पर इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं.

मंकीपॉक्‍स से लड़ने के लिए भारत की तैयारियां…

डब्ल्यूएचओ द्वारा 14 अगस्त को मंकीपॉक्स को सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल (पीएचईआईसी) घोषित किए जाने के मद्देनजर केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जे पी नड्डा ने यहां मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक में मंकीपॉक्स की स्थिति और तैयारियों की विस्तृत समीक्षा की. बैठक में यह निर्णय लिया गया कि पूर्ण रूप से सावधानी बरतने के लिए सभी हवाई अड्डों, बंदरगाहों और सीमा प्रवेश स्थलों पर स्वास्थ्य इकाइयों को सतर्क करना, टेस्‍ट लेब (कुल 32) को तैयार करना, किसी भी मामले का पता लगाना, उसे कॉरंटाइन करना और उसका प्रबंधन करने के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को तैयार करना, जैसे उपाय किए जाएं.

कैसे फैलता है मंकीपॉक्‍स

स्वास्थ्य मंत्रालय की बैठक में यह बात सामने आई कि मंकीपॉक्स का सामान्यतः 2-4 सप्ताह का संक्रमण होता है और रोगी आमतौर पर सहायता संबंधी प्रबंधन से ठीक हो जाते हैं. संक्रमित व्यक्ति के साथ लंबे समय तक निकट संपर्क से और आमतौर पर यौन संपर्क, शरीर, घाव के तरल पदार्थ के साथ सीधे संपर्क या संक्रमित व्यक्ति के दूषित कपड़े, चादर का इस्तेमाल करने से होता है. डब्ल्यूएचओ ने इससे पूर्व जुलाई 2022 में मंकीपॉक्स को पीएचईआईसी घोषित किया था और बाद में मई 2023 में इसे रद्द कर दिया था। 2022 से वैश्विक स्तर पर डब्ल्यूएचओ ने 116 देशों से मंकीपॉक्स के कारण 99,176 मामले और 208 लोगों की मृत्यु की सूचना दी है।
(भाषा इनपुट के साथ…)

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