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"मां, उन्होंने पापा को मार डाला…" : इजरायल-हमास युद्ध का दंश झेल रहे बच्चों की दर्दनाक कहानियां

नई दिल्ली:

इजरायल और गाजा (Israel Hamas War) के बीच युद्ध लगातार जारी है. युद्ध एक न एक दिन खत्म हो जाएंगे लेकिन इसके जख्म वर्षों तक रहेंगे. हमास के द्वारा कई बच्चों को भी बंधक बना लिया गया है. वहीं कुछ बच्चों को अनाथ कर दिया गया है. यह ऐसे घाव हैं जिससे बाहर आने में शायद इन बच्चों की पूरी जिंदगी लग जाएगी. ऐसी ही एक बच्ची है डारिया, जिसने अपने पिता और उनके साथी को हमास के लड़ाकों के द्वारा गोली मारते देखा था और वह और उसका भाई उस दौरान डर से कंबल में छिप गए थे. 

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इजरायल की तरफ से पोस्ट किए गए हैं वीडियो

इजरायल के आधिकारिक एक्स अकाउंट पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में डारिया को अपनी आपबीती सुनाते हुए दिखाया गया है. डारिया का कहना है कि उसके पिता दवीर कराप ने जब उसे राहत कैंप पर जाने के लिए जगाया तब उनके हाथों में एक कुल्हाड़ी और चाकू था. जब उसने उससे पूछा कि उन्होंने ये क्यों रखा है तो उन्होंने कहा कि अगर कुछ हो जाएगा तो कैसे बचाव करेंगे. 

मैं सोने के लिए वापस चला गयी और जब मैं उठी, तो मैंने देखा कि वे कुल्हाड़ी और चाकू ले रहे थे, बंकर का दरवाजा खोल रहे थे और आतंकवादी उनकी तरफ भाग रहे थे. उन्होंने मेरे पिता को गोली मार दी लेकिन मैं यह नहीं देख सकी कि उनके साथी के साथ क्या हुआ. यह मेरी आंखों के सामने हुआ. पापा आतंकवादियों में से एक को पकड़ने में कामयाब रहे लेकिन फिर भी उन्होंने उन्हें और उनके साथी को मार डाला. 

अपनी मां रुत की गोद में बैठकर डारिया बता रही है कि कैसे उसका अपने पिता के हत्यारों से सामना हुआ था. उसने कहा कि मैं कंबल के नीचे थी. उन्होंने उसे उतार दिया, मुझे देखा और वापस रख दिया. जब वे चले गए, तो मैंने मां को एक मैसेज भेजा.  डारिया की मां रुत ने उसके मैसेज को पढ़ा जिसमें लिखा गया था कि मां, मैं डारिया हूं, उन्होंने पिताजी और स्टाव की हत्या कर दी है. मेरी मदद करो!” जब वो घर से निकल रही थी तो डारिया ने देखा कि हत्यारों ने स्टैव की लिपस्टिक का इस्तेमाल करके दीवार पर लाल रंग से कुछ लिखा था. जिसमें लिखा गया था कि अल-क़सम लोग छोटे बच्चों की हत्या नहीं करते हैं. इज़्ज़ अद-दीन अल-क़सम ब्रिगेड, जिसे अल-क़सम ब्रिगेड के नाम से भी जाना जाता है, हमास की सैन्य शाखा है. 

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“मैंने अपनी मौत देखी”

वीडियो में 9 वर्षीय निताई को भी दिखाया गया है, जो बताता है कि हमलों के दौरान उस पर क्या गुजरी. उसने कहा कि उन्हें मिचली आ गई और उल्टी होने लगी. यह पूछे जाने पर कि जब उसने आतंकवादियों को देखा तो उसने क्या सोचा, बच्चे ने कहा कि हमने खुद की मौत देखी. निताई ने आगे कहा कि उसे घबराहट होती है और वह रात को सो नहीं पाता है. “यह ऐसा है जैसे मैं उन्हें (आतंकवादियों को) अपनी आंखों से देख रहा हूं. 

7 अक्टूबर से जारी है जंग

इजरायल और फिलिस्तीनी संगठन हमास  के बीच 7 अक्टूबर से जंग जारी है. हमास गाजा पट्टी से इजरायल की तरफ लगातार बमबारी कर रहा है और रॉकेट दाग रहा है. ऐसे में इजरायल ने 9 अक्टूबर को गाजा बॉर्डर (Gaza Border) पर कब्जे के बाद गाजा तक होने वाली बिजली सप्लाई रोक दी. गाजा का एकमात्र बिजली प्लांट बंद पड़ा है. 5 में से 3 वाटर प्लांट्स ने भी काम करना बंद कर दिया है. लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं. यहां अंधेरे में सिर्फ बम के धमाकों और रॉकेट दागे जाने के बाद आसमान में आग के गोला देखे जा सकते हैं. इजरायली मंत्री ने कहा है कि गाजा जब तक बंधक बनाए गए इजरायलों को छोड़ नहीं देता, तब तक उसे बिजली-पानी नहीं मिलेगा. 

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