मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन योजना : वापी-सूरत के बीच सभी 9 पुलों का हुआ निर्माण, जानें खरेरा पुल की ख़ासियत
नई दिल्ली:
मुंबई अहमदाबाद बुलेट ट्रेन कॉरिडोर के लिए वापी और सूरत बुलेट ट्रेन स्टेशन के बीच सभी नौ (09) नदी पुलों का निर्माण पूरा कर लिया गया है. गुजरात राज्य में 20 नदी पुलों में से 12 नदी पुल का निर्माण पूरा किया जा चुका है. बुलेट ट्रेन परियोजना के लिए गुजरात के नवसारी जिले में खरेरा नदी पर पुल का निर्माण कार्य 29 अक्टूबर 2024 को पूरा किया जा चुका है. कॉरिडोर के लिए वापी और सूरत बुलेट ट्रेन स्टेशन के बीच सभी नौ (09) नदी पुलों का निर्माण किया जा चुका है.
यह गुजरात राज्य में 20 नदी पुलों में से पूरा किया गया 12वां नदी पुल है.
खरेरा नदी पुल की विशेषताएं:
- पुल की लंबाई: 120 मीटर
- इसमें 3 फुल स्पैन गर्डर (प्रत्येक 40 मीटर) हैं
- पियर्स की ऊंचाई – 14.5 मीटर से 19 मीटर
- इसमें 4 मीटर का एक (01) गोलाकार पियर और 5 मीटर व्यास के तीन (03) गोलाकार पियर हैं
- यह पुल वापी और बिलिमोरा बुलेट ट्रेन स्टेशन के बीच में है। इन दो स्टेशन के बीच में कोलक, पार, औरंगा और कावेरी नदी पर पुल पूरे किये जा चुके हैं
- यह नदी अंबिका नदी की ट्रीब्यूटरी में से एक है, जो गुजरात राज्य के साथ महाराष्ट्र राज्य के सीमा क्षेत्र में वंसदा तालुका की पहाड़ियों से निकलती है
- खरेरा नदी वापी बुलेट ट्रेन स्टेशन से लगभग 45 किलोमीटर और बिलिमोरा बुलेट ट्रेन स्टेशन से 6 किलोमीटर की दूरी पर है
गुजरात में पूरे होने वाले 12 नदी पुल:
- वापी और सूरत बुलेट ट्रेन स्टेशन के बीच: खरेरा (नवसारी जिला), पार (वलसाड जिला), पूर्णा (नवसारी जिला), मिंधोला (नवसारी जिला), अंबिका (नवसारी जिला), औरंगा (वलसाड जिला), कोलक नदी (वलसाड जिला), कावेरी नदी (नवसारी जिला) और वेंगानिया (नवसारी जिला) – कुल 9
- अन्य पूरे किये गए नदी पुल: धादर (वडोदरा जिला),मोहर (खेड़ा जिला), वत्रक (खेड़ा जिला) – कुल 3