NDA के पास बहुमत: जगदीप धनखड़ के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर किरण रिजिजू
नई दिल्ली:
संसदीय कार्यमंत्री किरेन रीजीजू ने उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ को हटाने के लिए विपक्षी ‘इंडिया’ गठबंधन द्वारा मंगलवार को नोटिस सौंपने के कदम को बेहद अफसोसजनक करार दिया है. उन्होंने कहा कि सरकार को धनखड़ पर बहुत गर्व है. रीजीजू ने यहां संवाददाताओं से कहा कि उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के पदेन सभापति बहुत पेशेवर और निष्पक्ष हैं.
पहली बार इंडिया गठबंधन के दलों ने मंगलवार को राज्यसभा में धनखड़ को हटाने के लिए प्रस्ताव लाने के लिए नोटिस पेश किया. विपक्षी दलों ने उन पर उच्च सदन के सभापति के तौर पर पक्षपातपूर्ण आचरण करने का आरोप लगाया है.
किरेन रीजीजू ने कहा कि विपक्षी दलों को इसे पारित कराने के लिए साधारण बहुमत की आवश्यकता होगी, लेकिन 243 सदस्यीय सदन में उनके पास अपेक्षित संख्या नहीं है.
रिजिजू ने कहा कि एनडीए के पास राज्यसभा में बहुमत है. नोटिस को खारिज किया जाना चाहिए. खारिज किया जाएगा और हम सुनिश्चित करेंगे कि इस तरह की कार्रवाई स्वीकार नहीं की जाए.
विपक्षी सदस्यों ने हालांकि, इस बात पर जोर दिया कि यह ‘‘संसदीय लोकतंत्र की रक्षा के लिए लड़ने का एक संदेश” है. विपक्ष की ओर से कांग्रेस नेता जयराम रमेश और नसीर हुसैन ने राज्यसभा महासचिव पी सी मोदी को नोटिस सौंपा. इस पर राष्ट्रीय जनता दल (राजद), तृणमूल कांग्रेस, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (भाकपा), मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी (माकपा), झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो), आम आदमी पार्टी (आप), द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) और समाजवादी पार्टी के सदस्यों सहित सहित 60 विपक्षी सांसदों ने हस्ताक्षर किए हैं.