बॉर्डर पार करते लगभग 9000 लोगों ने सालभर में गंवाई जान, जिंदगी पाने की कोशिश में मिल रही मौत

पलायन की प्रतिकात्मक तस्वीर
संयुक्त राष्ट्र की एक एजेंसी का कहना है कि पिछले साल सीमा पार करने की कोशिश में लगभग 9,000 लोग मारे गए. इस तरह मरने वालों की संख्या ने लगातार पांचवें साल एक नया गंभीर रिकॉर्ड बनाया है. 2020 के बाद से सीमा पार करने की कोशिश के दौरान मौतों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है. यह आंकड़ा जारी करने वाली संयुक्त राष्ट्र की एजेंसी का नाम इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (IOM) है.
सबसे अधिक मौतें एशिया में, एजेंसी ने क्या कहा है?
इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन के अनुसार पिछले साल 2024 में 8,938 प्रवासी मौतें दर्ज कीं. यानी बॉर्डर पार करने की कोशिश के दौरान. अलजजीरा की रिपोर्ट के अनुसार IOM ने शुक्रवार, 21 मार्च को एक बयान में कहा कि वास्तविक मौत का आंकड़ा बहुत अधिक होने की संभावना है, क्योंकि कई मौतें दर्ज नहीं की जाती हैं.
रिपोर्ट के अनुसार IOM के मिसिंग माइग्रेंट्स प्रोजेक्ट की कॉर्डिनेटर जूलिया ब्लैक ने बयान में कहा, “मौतों का बढ़ना अपने आप में भयानक है. लेकिन यह तथ्य कि हर साल हजारों लोग अज्ञात रहते हैं, यह और भी दुखद है.”
वहीं IOM के डिप्टी डायरेक्टर जनरल फॉर ऑपरेशनंस उगोची डेनियल ने कहा, “दुनिया के कई क्षेत्रों में मौतों में बढ़ोत्तरी से पता चलता है कि हमें एक अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मिलकर काम करने की आवश्यकता है जो जीवन के और दुखद नुकसान को रोक सकती है.”
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