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NEET पेपर का चल रहा था खेल, छात्रों से लिए जा रहे थे 30 लाख, ऐसे हुआ गिरोह का भंडाफोड़

(प्रतीकात्मक तस्वीर)

दिल्ली में राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा (नीट) के लिए एग्जाम सॉल्व करने वाला गिरोह चलाने के आरोप में एमबीबीएस के दो छात्रों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया गया है. पुलिस ने शनिवार को यह जानकारी दी. पुलिस के मुताबिक यह मामला पांच मई को तब सामने आया, जब तिलक मार्ग इलाके में स्थित भारतीय विद्या भवन के मेहता विद्यालय में नीट परीक्षा के दौरान एक छात्र के बायोमेट्रिक आंकड़े मेल नहीं खाए.

दो फर्जी छात्र गिरफ्तार

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नई दिल्ली के पुलिस उपायुक्त देवेश कुमार महला ने कहा कि दो फर्जी छात्र सुमित मंडोलिया और कृष्ण केसरवानी को परीक्षा केंद्र से पकड़ा गया है. पुलिस उपायुक्त के मुताबिक, अपराध की गंभीरता को देखते हुए मामला नई दिल्ली जिले के विशेष प्रकोष्ठ को स्थानांतरित कर दिया गया और जांच करने के लिए निरीक्षक संजय कुमार गुप्ता के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया गया है.

गिरोह के मालिक का भी पर्दाफाश

पूछताछ के दौरान सुमित मंडोलिया और कृष्ण केसरवानी ने अपने मालिकों – प्रभात कुमार (27) और किशोर लाल (37) के नामों का खुलासा किया, जिन्हें शुक्रवार को नोएडा के एक होटल से पकड़ा गया था. सुमित और कृष्ण दोनों ही एमबीबीएस के छात्र हैं. पुलिस अधिकारी ने कहा कि प्रभात कुमार और किशोरी लाल क्रमशः राजस्थान और बिहार के रहने वाले हैं. प्रभात और किशोरी दोनों ही मेडिकल कॉलेज प्रवेश सलाहकार के रूप में काम करते हैं. ये लोग नीट परीक्षा के लिए फर्जी छात्र उपलब्ध कराने के लिए उम्मीदवारों से 20 से 25 लाख रुपये की राशि लेते थे.

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डिजिटली मूल और फर्जी छात्र की तस्वीरों को मिलाता था गिरोह

पुलिस अधिकारी ने कहा कि वे आवेदन फॉर्म पर चिपकाने के लिए डिजिटल रूप से एक और फोटो बनाने के लिए फर्जी और मूल छात्रों की तस्वीरों को भी मिलाते थे. इससे उन्हें परीक्षकों को गुमराह करने में मदद मिलती थी. एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मंडोलिया और केसरवानी क्रमश: राजस्थान और उत्तर प्रदेश के रहने वाले हैं और अलग-अलग कॉलेजों से एमबीबीएस के छात्र हैं. उन्होंने बताया कि मंडोलिया पश्चिम बंगाल के एक मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस सेकेंड ईयर का छात्र है, जबकि केसरवानी उत्तराखंड के एक मेडिकल कॉलेज में एमबीबीएस फर्स्ट ईयर का छात्र है.

पुलिस ने 4 मोबाइल और 1 फोन भी कब्जे में लिया

पुलिस ने उनके कब्जे से चार मोबाइल फोन और एक कार बरामद की है. पुलिस ने कहा कि पिछली परीक्षाओं में उनकी संलिप्तता जानने के लिए आरोपियों से आगे पूछताछ की गई. मामले की विस्तृत जांच चल रही है.

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