नीतीशे कुमार हैं… बिहार में 'कमजोर कड़ी' साबित हो रही ट्रंप कार्ड, टारगेट पर लगे JDU के तीर

2024 लोकसभा चुनाव से लगभग डेढ़ साल पहले विपक्ष ने बीजेपी औऱ नरेंद्र मोदी के खिलाफ एक गठबंधन बनाया और नीतीश कुमार उसके सूत्रधार थे. उन्होंने कई राज्यों का दौरा किया और कई विपक्षी दलों के प्रमुख नेताओं के साथ मुलाकात कर उन्हें गठबंधन के साथ जुड़ने के लिए राजी किया. ओडिशा में नवीन पटनायक को छोड़ दें तो लगभग सभी दल जिनसे नीतीश कुमार ने मुलाकात की वो विपक्षी इंडिया गठबंधन में शामिल हो गए.
कहते हैं ना कि नीतीश कुमार कभी कच्ची गोलियां नहीं खेलते. शायद यही वजह है कि पिछले 19 साल से नीतीश कुमार बिहार के मुख्यमंत्री बने हुए हैं. नीतीश कुमार काफी अनुभवी नेता हैं, लंबी राजनीतिक जीवन में उन्होंने ऐसे कई कठिन दौर और उलटफेर देखे हैं. ऐसे में वो समझते हैं कि कब, कैसे और कहां कौन सी बाजी खेलनी है.
बिहार में सिर्फ ‘नीतीशे कुमार हैं’
चुनाव से पहले बीजेपी ने जेडीयू से संपर्क किया या जेडीयू ने बीजेपी से, ये बीती बात हो गई, लेकिन आज की हकीकत ये है कि नीतीश कुमार ने एक बार फिर से साबित किया है कि बिहार में कोई है वो ‘नीतीशे कुमार हैं’. बिहार में आज भी ये बात सच होती दिख रही है कि नीतीश कुमार जिस पक्ष में होते हैं पलड़ा उसी का भारी होता है.