अब लुटियंस की दिल्ली में रहेंगे अरविंद केजरीवाल, जानें- कब-कब कहां रहा, पूर्व CM का ठिकाना
अरविंद केजरीवाल 2013 में मुख्यमंत्री बने, तो दिल्ली में उनका पहला ठिकाना सेंट्रल दिल्ली था.
नई दिल्ली:
अरविंद केजरीवाल का नया पता- 5 फिरोजशाह रोड, नियर मंडी हाउस. दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री केजरीवाल अब लुटियन की दिल्ली में शिफ्ट हो गए हैं. उन्होंने 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित आवास खाली कर दिया है.
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित आवास खाली कर दिया और लुटियन की दिल्ली में अपने नए पते के लिए रवाना हो गए. केजरीवाल को अपनी पत्नी और बेटे के साथ कार में घर से निकलते देखा गया. उनके माता-पिता और बेटी दूसरी कार में थे. केजरीवाल परिवार मंडी हाउस के पास 5 फिरोजशाह रोड स्थित पार्टी सदस्य अशोक मित्तल के आधिकारिक आवास के लिए रवाना हुआ. कुछ ही देर बाद 5 फिरोजशाह रोड पर केजरीवाल के परिवार का अशोक मित्तल ने स्वागत किया. मित्तल पंजाब से राज्यसभा सदस्य हैं और उन्हें मध्य दिल्ली के पते पर बंगला आवंटित किया गया है.
इस्तीफा देने के बाद अरविंद केजरीवाल ने सरकारी आवास छोड़ने की बात की थी. इसके बाद से अरविंद केजरीवाल के लिए नया घर ढूंढने की कवायद हो रही थी. पूर्व मुख्यमंत्री के लिए आवास ढूंढने की प्रक्रिया में आम आदमी पार्टी के कई नेताओं, पार्षदों , विधायकों और सांसदों ने अपना घर देने की पेशकश की थी. पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के लिए ढूंढे जा रहे आवास की यह तलाश उन्हीं की पार्टी के सांसद अशोक मित्तल पर आकर खत्म हुई.
गाजियाबाद के कौशांबी से लुटियन दिल्ली तक का सफर
- दिल्ली का मुख्यमंत्री बनने से पहले अरविंद केजरीवाल गाजियाबाद के में रहते थे. केजरीवाल दिसंबर 2013 में पहली बार दिल्ली के मुख्यमंत्री बने थे. इसके बाद वह दिल्ली में शिफ्ट हो गए थे.
- अरविंद केजरीवाल 2013 में मुख्यमंत्री बने, तो दिल्ली में उनका पहला ठिकाना सेंट्रल दिल्ली था. तब अरविंद केजरीवाल मध्य दिल्ली के तिलक लेन स्थित घर में रहे थे.
- साल 2015 में आम आदमी पार्टी को बहुमत मिला, तो अरविंद केजरीवाल नॉर्थ दिल्ली के सिविल लाइंस इलाके में 6, फ्लैग स्टाफ रोड स्थित आवास में रहने चले गए थे. तब से अब तक वह यहीं रह रहे थे.
- अरविंद केजरीवाल 177 दिन तक तिहाड़ जेल में भी रहे. उन्हें दिल्ली की आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार किया गया था. कुछ समय पहले उन्हें सुप्रीम कोर्ट से राहत मिली है.
वैसे बता दें कि दिल्ली एक राज्य नहीं, बल्कि केंद्र शासित प्रदेश है. इसलिए अन्य राज्यों की तरह विधायकों को रहने के लिए बंगले नहीं दिए जाते हैं. न ही पूर्व मुख्यमंत्री के तौर पर बंगला देने का कोई नियम है. दिल्ली के मुख्यमंत्री पद से इस्तीफे के बाद केजरीवाल को दी जाने वाली जेड प्लस कैटेगरी की सिक्योरिटी घटाई जा सकती है. कजेरीवाल से पहले दिल्ली की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित को पहले एबी-17 मथुरा रोड और दूसरे कार्यकाल में 3 मोतीलाल नेहरू मार्ग वाला बंगला आवंटित किया गया था.
केजरीवाल को क्यों छोड़ना पड़ा, 6-फ्लैगस्टाफ रोड स्थित आवास
केजरीवाल ने पिछले महीने मुख्यमंत्री पद से यह कहकर इस्तीफा दे दिया था कि जब उन्हें फरवरी में होने वाले दिल्ली विधानसभा चुनाव में लोगों से ‘ईमानदारी का प्रमाण पत्र’ मिल जाएगा, तभी वह इस पद को ग्रहण करेंगे. इससे पहले उन्होंने कहा था कि वह नवरात्रि के दौरान मुख्यमंत्री आवास खाली करेंगे. नवरात्रि का त्योहार बृहस्पतिवार से शुरू हो गया है. भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने सामाजिक कार्यकर्ता से नेता बने केजरीवाल पर आबकारी नीति और मुख्यमंत्री बंगले के पुनर्निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है. आबकारी नीति मामले में पांच महीने तिहाड़ जेल में रहने के बाद आप सुप्रीमो को 13 सितंबर को उच्चतम न्यायालय द्वारा मंजूर जमानत पर रिहा किया गया था.