अब दिखेगी 'नमो भारत' की रफ्तार, महज 40 मिनट में दिल्ली से मेरठ; कल PM मोदी करेंगे उद्घाटन
इस नव उद्घाटित 13 किलोमीटर के सेक्शन में से 6 किलोमीटर हिस्सा भूमिगत है जिसमें कॉरिडोर का एक प्रमुख स्टेशन, आनंद विहार शामिल है. यह पहली बार है जब नमो भारत ट्रेनें भूमिगत सेक्शन में दौड़ेंगी. इस सेक्शन में दूसरा स्टेशन न्यू अशोक नगर, एक एलिवेटेड स्टेशन है. दोनों स्टेशन दिल्ली में स्थित हैं.
मल्टी-मॉडल इंटीग्रेशन नमो भारत परियोजना का मूल सिद्धांत रहा है. पीएम गति शक्ति-नेशनल मास्टर प्लान के अनुरूप, इसका उद्देश्य यात्रियों के लिए यात्रा को सहज और सुविधाजनक बनाना है, जिससे सार्वजनिक परिवहन के उपयोग को अधिक से अधिक बढ़ावा दिया जा सके. नमो भारत स्टेशनों को इस तरह से डिज़ाइन और निर्मित किया गया है कि उन्हें जहाँ भी संभव हो, बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और मेट्रो स्टेशन जैसे मौजूदा सार्वजनिक परिवहन के साधनों से सहजता से एकीकृत किया जा सके.
क्या-क्या सुविधाएं हैं
- कमर्शियल प्लेस हैं
- परिस में मुफ्त में पानी
- टॉयलेट की सुविधा
- 24 घंटे सुरक्षित होंगे परिसर
- डेडिकेटेड पिक-अप और ड्रॉप-ऑफ क्षेत्र बनाए गए हैं.
- व्हीलचेयर और स्ट्रेचर की व्यवस्था
- दृष्टिबाधित यात्रियों के लिए स्पेशल सुविधा
प्रत्येक ट्रेन में एक कोच महिलाओं के लिए आरक्षित है, और अन्य कोचों में भी महिलाओं, बुजुर्गों और दिव्यांगजनों के लिए सीटें आरक्षित हैं. नमो भारत ट्रेनों के अंदर, व्हीलचेयर और स्ट्रेचर के लिए विशिष्ट स्थान प्रदान किए गए हैं. सभी यात्रियों की सहायता और सुविधा सुनिश्चित करने के लिए प्रत्येक ट्रेन में एक ट्रेन अटेंडेंट उपलब्ध है. इसके अतिरिक्त, आपातकालीन स्थिति में मदद के लिए कोच के अंदर और प्लेटफ़ॉर्म स्क्रीन दरवाज़ों पर एक पैनिक बटन दिया गया है.
82 किलोमीटर लंबा, दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ नमो भारत कॉरिडोर नई दिल्ली के सराय काले खां से आरंभ होकर मेरठ के मोदीपुरम में समाप्त होता है. इसमें मेरठ मेट्रो के लिए 9 अतिरिक्त स्टेशनों के साथ-साथ 16 नमो भारत स्टेशन हैं, जो इसे एक व्यापक और परिवर्तनकारी क्षेत्रीय पारगमन समाधान बनाता है.
यह उद्घाटन बेहतर सार्वजनिक परिवहन और सतत शहरी गतिशीलता की दिशा में भारत की यात्रा में बढ़ाया गया एक सशक्त और मज़बूत कदम है, जो कनेक्टिविटी को बढ़ावा देने और पर्यावरणीय प्रभाव को कम करने के लिए सरकार की प्रतिबद्धता की पुष्टी करता है.