अतुल सुभाष की मौत पर सास, साले से लेकर उनके रिश्तेदारों के ये बयान बता रहे सारी कहानी
Atul Subhash News Update: अतुल सुभाष की मौत के बाद उनके ससुराल की तरफ से चौंकाने वाले बयान आए हैं.
Atul Subhash Story: अतुल सुभाष ने आत्महत्या की तो देश भर में बहस छिड़ गई कि क्या पत्नियों को दिए अधिकारों का दुरुपयोग हो रहा है. अतुल ने सुसाइड से पहले जो वीडियो जारी किया है, वो इतना दर्दनाक है कि उसे सुनकर हर इंसान अंदर तक हिल जाएगा. यहां जानिए अतुल ने क्या आरोप लगाए हैं…
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मेरा दुश्मन मेरा पैसा ही बन गया है.
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मेरी पत्नी मुझसे बार-बार पैसे की डिमांड कर रही है.
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पैसे देने के लिए मुझे और मेरे परिवार को परेशान किया जा रहा है.
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कोर्ट में ऊपर झूठे केस किए गए हैं.
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पुलिस से लेकर कोर्ट तक से मुझे न्याय नहीं मिल रहा है.
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बच्चे के होने पर मुझे उससे बहुत प्यार था, लेकिन अब लगता है कि उसके जरिए मुझसे पैसे खींचे जा रहे हैं.
अतुल सुभाष की आत्महत्या में दो पक्ष हैं. अतुल सुभाष का परिवार बेटे के लिए न्याय मांग रहा है और कह रहा है कि उसे इतना टॉर्चर किया गया कि वो सुसाइड करने पर मजबूर हो गया. वहीं ससुराल पक्ष मौत के बाद भी अतुल सुभाष पर आरोप लगा रहा है. यहां अब तक दोनों परिवारों से आए सभी लोगों के बयान बगैर किसी तोड़मरोड़ के दिए जा रहे हैं. आप खुद पढ़ें और तय करें कि अतुल सुभाष की मौत के पीछे क्या कारण है…
अतुल सुभाष की मौत पर सास से लेकर परिवार के बयान
मुझे अतुल बताता था कि जहां उसका केस चल रहा है वह कोर्ट देश के कानून से नहीं चलता है. वह कम से कम 40 बार बेंगलुरु से जौनपुर गया होगा. उस पर इतनी धाराएं लगाई गईं. एक केस खत्म हो जाता था, तो दूसरी लगा दी जाती थी. इस बात से वह बड़ा डिप्रेशन में रहता था. लेकिन हमको उसने कभी महसूस नहीं होने दिया. मेरे बेटे ने जो इल्जाम लगाए हैं वह 100 फीसदी सच हैं. उसका बड़ा हरासमैंट हुआ. मेरे पत्नी चार महीने बेटे के साथ रही. इस दौरान वहां बेटे का तनाव देखकर उसे डायबीटीज बढ़ गया. हमारा लड़का कितनी टेंशन में था हम नहीं बता सकते.
मैं सुशील कुमार नितिका का ताऊ हूं. मेरी उम्र 70 साल है. एफआईआर में मेरा नाम भी दर्ज है. हम लोगों को इस केस का मीडिया से पता चला. कोर्ट में यह केस चल रहा था. हमारा परिवार इसके लिए दोषी नहीं है. हम दूसरे मकान में रहते हैं. सुभाष जो आरोप लगा रहे हैं, वह निराधार हैं. निकिता जब आएगी, तो वह हर चीज का जवाब देगी. उसके पास हर चीज का जवाब है.
निकिता के ताऊ सुशील कुमार
जुलाई महीने के बाद से अतुल से कोई मुलाकात या बातचीत नहीं हुई है. ऐसा कभी नहीं लगा कि अतुल अवसादग्रस्त या मानसिक तनाव का शिकार है.
अतुल के खिलाफ केस लड़ने वाले निकिता के वकील दिनेश मिश्रा
निकिता और अतुल की शादी करीब पांच साल पहले हुई थी और शादी के बाद दोनों बेंगलुरु में काम करते थे और वहीं रहते थे, उनका एक बेटा भी हुआ. पिछले दो साल से निकिता अतुल से तलाक लेना चाहती थी और इसी के मद्देनजर उसने अपने पैतृक जिले जौनपुर की अदालत में तीन-चार मामले भी दायर किए थे.फिलहाल निकिता अपने बेटे के साथ दिल्ली में रहती है और वहीं काम करती है. दोनों के बीच विवाद के चलते निकिता गुजारा भत्ता चाहती थी और अतुल इसे देने के पक्ष में नहीं था, जबकि जौनपुर की अदालत में लगातार मामले की तारीखें दी जा रही थीं.
निकिता के रिश्तेदार सुरेंद्र सिंघानिया
हमें जो भी कहना है, सबके सामने कहेंगे और अपने वकील के सामने बात करेंगे. जो भी आरोप लगाए जाएंगे, समय आने पर उनका जवाब दिया जाएगा. जो भी जानना है अदालत से जाकर पता करो.
सुभाष की पत्नी और उसके ससुराल वाले अतुल से बच्चे के भरण-पोषण के बहाने रुपये ऐंठ रहे थे. इस उम्र के बच्चे को पालने के लिए कितने पैसे की आवश्यकता होगी भला? उसकी पत्नी ने यहां तक कहा कि अगर वह यह रकम नहीं चुका सकता है तो उसे आत्महत्या कर लेनी चाहिए, जिस पर जज भी हंस पड़े. इससे उसे बहुत दुख पहुंचा.
सुभाष के चाचा पवन कुमार
न्याय की उम्मीद तभी की जा सकती है जब तथ्यों के आधार पर निर्णय लिए जाएं और अगर ऐसा नहीं होता है तो लोगों का धीरे-धीरे न्यायिक प्रणाली से विश्वास उठना शुरू हो जाएगा. इससे ऐसी स्थिति पैदा हो सकती है कि लोग शादी करने से डरने लगेंगे. पुरुषों को लगने लगेगा कि अगर उन्होंने शादी कर ली तो वे रुपये निकालने वाले ‘एटीएम’ बनकर रह जाएंगे.
सुभाष का भाई विकास
अतुल ने निराधार आरोप लगाए हैं. उसने अपना फ्रस्टेशन निकाला है. मेरी बेटी ने कभी किसी को खुदकुशी के लिए नहीं उकसाया. हमें उसकी मौत का अफसोस है. लेकिन हम दोषी नहीं हैं. जो भी हुआ उसमें मेरी बेटी और मेरा परिवार जिम्मेदार नहीं है. हम बहुत जल्द सबूतों के साथ मीडिया के सामने आएंगे. इससे साबित हो जाएगा कि हमने कोई गलत केस नहीं किया है.
निकिता सिंघानिया की मां निशा सिंघानिया
बहू और उसके परिवार वालों ने मेरे बेटे को प्रताड़ित किया, उन्होंने हमें भी प्रताड़ित किया, लेकिन मेरे बेटे ने सब कुछ अपने ऊपर ले लिया. उसने सब कुछ सहा, उसने हमें कष्ट नहीं होने दिया. वह अंदर ही अंदर जलता रहा.