बीमा भारती की हार पर पप्पू यादव हुए आगबबूला, 'युवराज' को अहंकार समाप्त करने की दी नसीहत
Rupauli Election Results 2024 : रूपौली उपचुनाव में राजद की ओर से महागठबंधन उम्मीदवार बीमा भारती की करारी हार पर पप्पू यादव आगबबूला हैं. उन्होंने भी बीमा भारती को समर्थन दिया था, मगर बीमा भारती मुकाबले में भी नहीं दिखीं. इस चुनाव में निर्दलीय उम्मीदवार शंकर सिंह ने बड़ी जीत दर्ज की है. शंकर सिंह को इस चुनाव में 68000 से ज्याद वोट मिले हैं. उन्होंने JDU के कलाधर मंडल को 8 हजार से ज्यादा के अंतर से हराया है. वहीं बीमा भारती को महज 37451 वोट मिले. बीमा भारती की हार के बाद सबसे पहले स्थानीय पत्रकारों ने पप्पू यादव को घेर लिया. बीमा भारती की हार पर सवाल पूछने लगे. पहले तो कुछ देर पप्पू यादव बोलने से बचे लेकिन फिर उन्होंने बोला तो किसी को नहीं छोड़ा. एक बार तो यह भी लगा कि क्या सचमुच उन्होंने बीमा भारती की मदद की भी है?
नीतीश कुमार को भाजपा पर भड़काया
पप्पू यादव ने पत्रकारों के सवालों पर कहा कि एक बात बताइए! हम नीतीश कुमार जी से जानना चाहते हैं कि अत्यंत पिछड़ी जाति के वोटों के बंटवारे के लिए एक ही जाति के लोगों को टिकट दे दिया गया. ये काम नीतीश कुमार जी के मंत्रीमंडल के लोगों ने बड़ी साजिश के तहत अत्यंत पिछड़ी जाति की सीट को हराने का काम किया है. जदयू के सभी शीर्ष नेता, नरेंद्र मोदी जी को छोड़कर यहां प्रचार के लिए आए. सीएम, डिप्टी सीएम, केंद्रीय मंत्री कार्यकारी अध्यक्ष रूपौली प्रचार के लिए आए थे. भाजपा का जो हार्डकोर वोटर था, एक भी वोट जदयू को नहीं दिया. 10 वोट भी राजपूत समाज के लोगों ने जदयू को नहीं दिया. पहले भी जब चिराग जी लड़े थे को जदयू को भाजपा का वोट नहीं मिला था. राजद को भी वो वोट नहीं मिलता है. ये दोनों आदमी से मैं जानना चाहता हूं कि पूरे देश में इंडिया गठबंधन की जीत हुई. लोकसभा में भी भाजपा हारी. हिमाचल से लेकर के सब जगह भाजपा हारी. महाराष्ट्र, हरियाणा और झारखंड में हमलोग बहुत मजबूती के साथ सरकार बनाएंगे.
तेजस्वी यादव पर खूब बरसे
पूर्णिया के सांसद ने कहा कि बिहार में महागठबंधन का घटक राजद के नेता आज भी युवराज और राजा की तरह काम करते हैं. ना तो वो माले से पूछे, ना तो कांग्रेस को अप्रोच किया, ना तो सीपीआई-एम को बुलाया. अंतिम में वो एक घंटे पिकनिक मनाने आए. जब एक सप्ताह से पूरी सरकार गांव-गांव जा रही थी, पूरी ताकत लगाई हुई थी तो आपने तो पहले इस्तेमाल किया बीमा जी का और बाद में बलि का बकरा बना दिया. परिवार को बर्बाद करने की कोशिश की गई और बीमा जी के साथ को-ऑर्डिनेशन नहीं बनाया गया. हम तो माफी मांगे पूरी जनता से. लोकसभा में बीमा भारती को 11 हजार वोट मिले थे, अभी उनको 33 हजार वोट मिले. और मैं जानना चाहता हूं कि लोकसभा में जदयू को 92 हजार वोट मिले थे, 24 हजार से हम पीछे थे. हम जानना चाहते हैं कि जदयू का वो वोट किसने शिफ्ट किया चालाकी से निर्दलीय के पक्ष में. और कौन लोग हैं इसके पीछे.
कांग्रेस को यह दी नसीहत
एक समय के बाहुबली और अब सांसद बन चुके पप्पू यादव ने कहा कि मैं पूरा का पूरा कांग्रेस को सावधान करना चाहूंगा कि बचिए..बिहार की जनता दोनों आदमी से ऊब चुकी है. एक नया रास्ता ढूंढ रही है और ये नया रास्ता कांग्रेस दे सकती है. एक नये गठबंधन के साथ. क्योंकि अत्यंत पिछड़ी जाति का जो सबसे अधिक वोट है वो कोसी, सीमांचल और मिथलांचल में है. उनका मोहभंग हुआ है नीतीश जी और राजद से. ऊंची जाति के लोग नीतीश जी और राजद को वोट देना नहीं चाहते, इसलिए स्वाभाविक विकल्प कांग्रेस बन सकती है. ये हार 20 साल से जो काम नहीं किया गया रूपौली, कोसी, सीमांचल में उसका है. दूसरा कोई विकल्प नहीं था इसलिए जनता ने वोट दे दिया और ये समझ लेने की जरूरत है कि आने वाली पीढ़ी इन दोनों गठबंधनों को नकारेगी. हर कीमत पर अभी भी अहंकार समाप्त करने की जरूरत है और युवराज मत बनिए, फरमान मत दीजिए और नीतीश बाबू अपने मंत्री, एमपी, एमएलए को कहिए कि अपने मां-बाप के नाम से जो रजिस्ट्रेशन करवाकर जो ठेकेदारी कर रहे हैं और जनता को लूट रहे हैं और दूसरे पर मुकदमा करवाते हैं, वह बंद करें.
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