संसद की सुरक्षा में चूक मामला : आरोपी मनोरंजन ने की थी रेकी, पता था – जूते की नहीं होती है चेकिंग
खास बातें
- दिल्ली पुलिस ने पांच आरोपियों को किया है गिरफ्तार
- एक आरोपी की अभी भी तलाश जारी
- संसद की सुरक्षा सेंधमारी की योजना काफी पहले ही बनाई थी
नई दिल्ली:
संसद की सुरक्षा में बुधवार को हुई चूक के बाद अब इस मामले में हर दिन बड़े खुलासे हो रहे हैं. गिरफ्तार आरोपियों ने दिल्ली पुलिस की पूछताछ में कई बड़े दावे किए हैं. पूछताछ के दौरान गिरफ्तार आरोपियों में से एक आरोपी मनोरंजन ने पुलिस को बताया कि उसने संसद भवन की रेकी की थी. और उसे पता था कि संसद के अंदर जाते समय जूते की चेकिंग नहीं की जाती है. पुलिस की जांच में पता चला है कि संसद की सुरक्षा में सेंध लगाने वाले छह आरोपी देश के अलग-अलग शहरों से हैं और इन्होंने मैसेजिंग प्लेटफॉर्म के जरिए बातचीत कर इस घटना को अंजाम देने की साजिश रची, जिसके लिए ये लोग हरियाणा के गुरुग्राम में एक फ्लैट में एकत्रित हुए थे.
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इन छह आरोपियों में से दो – मनोरंजन डी और सागर शर्मा दर्शक दीर्घा से लोकसभा कक्ष में कूद गए थे और धुएं के केन खोल दिए थे, जिससे सांसदों में दहशत फैल गई थी. वहीं उनके साथियों- नीलम और अमोल शिंदे ने केन से रंगीन धुआं छोड़ा और संसद भवन के बाहर नारेबाजी की.
डेढ़ साल पहले मिले थे आरोपी
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया है कि तकरीबन डेढ़ साल पहले सभी लोग मैसूर में मिले थे. इसके बाद सभी चंडीगढ़ में मार्च में किसान प्रोटेस्ट में मिले. इसके ठीक नौ महीने बाद एक बार फिर से मिले और तभी प्लान बनाया गया था. मार्च में बजट सत्र के दौरान बंगलोर से मनोरंजन आया और पास लेकर संसद भवन की पूरी रेकी की थी. उधर, जुलाई में सागर लखनऊ से आया लेकिन संसद भवन के अंदर नहीं जा पाया था बाहर से रेकी की थी.
10 दिसंबर को एक-एक कर दिल्ली पहुंचे थे आरोपी
पुलिस पूछताछ में पता चला है कि 10 दिसंबर को एक-एक कर सभी अपने अपने राज्य से दिल्ली पहुंचे. मनोरंजन फ्लाइट से दिल्ली आया था. सभी लोग 10 दिसंबर की रात गुरुग्राम में विक्की के घर पहुंचे थे, देर रात ललित झा भी गुरुग्राम पहुंच गया था. अमोल महाराष्ट्र से कलर वाला पटाखा लेकर आया था. 13 दिसंबर को सुबह लगभग 9 बजे महादेव रोड से सांसद के PA से पास कलेक्ट किया. इससे पहले सभी लोग इंडिया गेट पर मिले जहां सभी को कलर वाला पटाखा बांटा गया. 12 बजे संसद भवन के अंदर दाखिल हुए दोनों आरोपी. ललित वीडियो बाहर वीडियो बना रहा हंगामे के दौरान. पहले सोशल मीडिया से जुड़ने के बाद सिग्नल एप से भी जुड़े. जैसे ही हंगामा हुआ वो सभी का मोबाइल लेकर भाग गया.
गुरुग्राम में किराए के घर में रुके थे आरोपी
पुलिस सूत्रों ने बताया कि ललित और विशाल शर्मा पर उनके सहयोगी होने का संदेह है. विशाल को हरियाणा के गुरुग्राम से हिरासत में लिया गया है जबकि ललित फरार है. ये सभी गुरुग्राम के सेक्टर- 7 में विशाल शर्मा और उसकी पत्नी राखी के किराए के घर पर ठहरे हुए थे. कर्नाटक के मैसूरु के रहने वाले मनोरंजन डी ने 2016 में बीई (बैचलर इन इंजीनियरिंग) पूरा किया और परिवार के साथ खेतीबाड़ी के काम में जुटा हुआ था. मनोरंजन के परिवार ने कहा कि उसने दिल्ली और बेंगलुरु में कुछ फर्मों में भी काम किया.
आरोपी के पिता ने रखी अपनी बात
मनोरंजन डी के पिता देवराज गौड़ा ने दावा किया कि उनका बेटा ईमानदार और सच्चा है और हमेशा समाज के लिए अच्छा करना चाहता है. गौड़ा ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘अगर मेरा बेटा अच्छा करता है तो ठीक है लेकिन अगर उसने कुछ गलत किया है तो उसे फांसी दे दो. (अगर उसने गलत किया है) वह मेरा बेटा नहीं है. वह संसद हमारी है. आप जैसे लोगों ने ही इसे बनाया है. इसे बनाने में महात्मा गांधी, नेहरू जैसे नेताओं ने कड़ी मेहनत की थी. जो कोई भी यह (हमला) करता है वह निंदनीय है. हम इसे स्वीकार नहीं करेंगे.”
उन्होंने कहा कि मेरा बेटा एक अच्छा लड़का है. वह ईमानदार और सच्चा है. उसकी एकमात्र इच्छा समाज के लिए अच्छा करना और समाज के लिए बलिदान देना है. वह स्वामी विवेकानंद की किताबें पढ़ता था. मुझे लगता है कि इन किताबों को पढ़ने के बाद उसके मन में ऐसे विचार विकसित हुए. गौड़ा ने कहा कि यह समझना मुश्किल है कि उसके दिमाग में क्या चल रहा था. मेरे बेटे ने 2016 में बीई (बैचलर इन इंजीनियरिंग) पूरा किया और खेती का काम देख रहा था. उसने दिल्ली और बेंगलुरु में कुछ कंपनियों में भी काम किया है.