2100-2500 रुपये देकर वोट खरीद रही पार्टियां, पहले चोरी लेकिन अब सीनाजोरी से हो रहा खेल : चंद्रशेखर आजाद
नई दिल्ली:
दिल्ली विधानसभा चुनाव को लेकर सभी पार्टियों ने पूरी ताकत झोंक दी है. तीन प्रमुख दल आम आदमी पार्टी (AAP), भाजपा (BJP) और कांग्रेस (Congress) के अलावा कई छोटी पार्टियां भी अपना भाग्य आजमा रही हैं. सांसद चंद्रशेखर आजाद की आजाद समाज पार्टी ने भी अपने 15 उम्मीदवार खड़े किए हैं. नगीना सांसद ने The Hindkeshariसे कहा कि उम्मीद है कि हमारे 15 प्रत्याशी बहुत मजबूती के साथ महापुरुषों के विचारधारा को घर-घर पहुंचने के लिए जिम्मेदारी के साथ चुनाव लड़ेंगे.
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि हमारी स्टेट की टीम ने ये तय किया था कि जहां हम मजबूत स्थिति में हैं, वहीं चुनाव लड़ेंगे. जहां हमारी पार्टी नतीजे दे सकती है या नतीजे के आसपास जा सकते हैं, वहीं हम चुनाव लड़ रहे हैं. उन्होंने कहा कि लड़ने को तो हम सभी 70 विधानसभा में चुनाव लड़ जाते, लेकिन जिन सीटों पर हमारी तैयारी है, हम उन्हीं सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. हम यहां लंबे समय तक काम करते रहे हैं. इसीलिए हमें लगता है कि जनता का आशीर्वाद हमारे उम्मीदवारों को मिलेगा.
उन्होंने कहा कि दिल्ली में एक बड़ी आबादी दलित, पिछड़े, सिख, इसाई, मुस्लिम यानी कि वंचित तबके की बहुत बड़ी आबादी है, लेकिन मुझे लगता है कि दिल्ली की राजनीति मुद्दों के बजाय आरोप-प्रत्यारोप पर ज्यादा घूम रही है. दिल्ली में कई बड़ी समस्या है, जैसे कच्ची कॉलोनी की समस्या, पानी की समस्या, बिजली की समस्या, सड़कों का बहुत बुरा हाल है और जाम की भी समस्या है. दिल्ली में आप रविवार को छोड़कर किसी भी दिन निकलें, हर जगह आपको जाम ही जाम मिलेगा. यहां कानून व्यवस्था भी फेलियर है.
देश के लिए मॉडल होनी चाहिए दिल्ली की व्यवस्था – चंद्रशेखर
आजाद समाज पार्टी के अध्यक्ष ने कहा कि दिल्ली देश की राजधानी है, यहां की व्यवस्था पूरे देश के लिए एक मॉडल होनी चाहिए. पूरे देश से जो सांसद चुनकर यहां आते हैं, दुनिया के लीडर यहां आते हैं, जब वह यहां देखें तो एक विकसित भारत की तस्वीर दिखनी चाहिए, लेकिन क्या वह दिख पाती है? उन्होंने कहा कि प्रदूषण का क्या हाल है, बाहर से आए लोगों को यहां सरवाइव करने में काफी परेशानी होती है, आजादी के 75 साल बाद भी यहां पीने के साफ पानी की व्यवस्था नहीं है. अगर आप यह काम नहीं कर पाए हो तो आपने कौन से बदलाव किये हैं?
उन्होंने कहा कि आप जमीन पर जाकर देखिए, जिनको परेशानी है, वह दावे की पोल अपने आप खोल देंगे. हम कोशिश कर रहे हैं जिन मुद्दों को मुद्दा नहीं माना गया है, उन मुद्दों को आगे लेकर आएं, आप अस्पताल का हाल देख लीजिए. एम्स और सफदरजंग जैसे अस्पताल में बहुत उम्मीद के साथ लोग आते हैं, क्योंकि अच्छा ट्रीटमेंट मिलेगा, लेकिन यहां तो बेड तक की व्यवस्था नहीं है.
दिल्ली में सकारात्मक सोच वाली सरकार की जरूरत – आजाद समाज पार्टी
नगीना सांसद ने कहा कि अगर आप महंगाई के दौर में कुछ रिलीफ दे पाते हैं, तो अच्छी बात है, लेकिन उतना टैक्स लगाकर जेब काट लेते हैं. शिक्षा और सुरक्षा पर सरकार क्या काम कर रही है. उच्च शिक्षा में स्कॉलरशिप देने की जरूरत है. अभी बहुत कमियां हैं उन कमियों को दूर करने के लिए मजबूत विपक्ष की भी और सकारात्मक सोच वाली सरकार की भी जरूरत है. उन्होंने कहा कि मैं तो तब मानूं जब फ्री में इलाज, अच्छा एजुकेशन और सुरक्षा दे दो. अगर आप इन तीन सेक्टर में अच्छा काम नहीं कर रहे हैं, तो क्या फायदा. रोजगार में आप कहां हैं, केजरीवाल सरकार ने पिछले 5 साल में कितने लोगों को नौकरी दी.
उन्होंने कहा कि अगर आपको 80 या 90 का दौर याद हो, जब लोग वोट के प्रति उतने समझदार नहीं थे. पहले लोग वोट करने के लिए ठेले से जाते थे और कुछ-कुछ पैसे देते थे. यह पैसा रखो और आप वोट मुझे दे देना, इसके खिलाफ मान्यवर काशी राम ने अभियान चलाया. उन्होंने कहा ‘वोट हमारा, राज तुम्हारा’ नहीं चलेगा. आज 2500 और ₹2100 की जो देने की बात कर रहे हैं ये तो वोट खरीदना ही हुआ. पहले ये असंवैधानिक था, ये चोरी से सोता था, अब ये सामने सीनाजोरी से हो रहा है. बाजार में एक से बढ़कर एक खरीदार आ गया है, आप 2500 से दोगे तो मैं 3000 दूंगा.
पार्टियां मुद्दों से ध्यान भटकाना चाहती हैं – नगीना सांसद
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि मुझे यह कहने में हिचक नहीं है, कि केजरीवाल साहब ने पंजाब में भी वादा किया था, फिर वहां क्यों नहीं दिए. बीजेपी तो हर जगह वादा करती है. ₹500 में सिलेंडर देंगे, तो यूपी में आपकी सरकार है, वहां क्यों नहीं देते हो, उत्तराखंड और हरियाणा में आपकी सरकार है, वहां क्यों नहीं दे रहे हो. वो चुनाव को अपने खेमे में लेने और दिगभ्रमित करने के लिए ऐसा करते हैं.
उन्होंने कहा कि जनता मुझसे और आपसे ज्यादा समझदार है. हितों की रक्षा के लिए वह बहुत सोच समझकर फैसला करेगी. विश्वास है कि जनता का फैसला उन लोगों की तरफ होगा, जिनको मौका नहीं मिला है, न कि जिनको अब तक आजमाया है और उनसे उनको निराशा ही मिली है. उनका एजेंडा अगर धर्म से होता है, तो कर लें, मेरा मुद्दा तो शिक्षा, सुरक्षा, हेल्थ और रोजगार है. हमारा विश्वास है कि जब आजाद समाज पार्टी आगे बढ़ेगी तो उसका फैसला देश हित में और संविधान के हित में होगा.