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सीरिया में अपने घरों को छोड़कर भागने को मजबूर हैं लोग, भारत सरकार ने भी जारी की है एडवाइजरी, 10 बड़ी बातें
नई दिल्ली:
सीरिया में हर बीतते दिन के साथ हालात खराब होते जा रहे हैं. सीरिया सरकार के खिलाफ विद्रोही लगातार अलग-अलग इलाकों पर हमला कर उस इलाके को अपने कब्जे में ले रहे है. सीरिया में बिगड़ते हालात पर भारत सरकार भी नजर बनाए हुए है.
- सोशल मीडिया एक्स पर विदेश मंत्रालय ने पोस्ट किया कि सीरिया के हालात को देखते हुए भारतीय नागरिकों को सीरिया की यात्रा न करने की सलाह दी जाती है, जब तक इस बारे में फिर से सूचना नहीं दी जाती.
- सीरिया में रह रहे भारतीय नागरिकों को सलाह है कि वो भारतीय दूतावास के संपर्क में रहे. दमिश्क में भारतीय दूतावास की इमरजेंसी हेल्पलाइन नंबर +963993385793 पर संपर्क किया जा सकता है.
- इस नंबर से सभी जरूरी सूचनाएं जारी की जा रही हैं[email protected] पर आप ईमेल भी कर सकते हैं. अभी जो लोग सीरिया में हैं वो जल्द से जल्द वहां से लौटने की कोशिश करें और जब तक ऐसा नहीं हो पाता अपनी सुरक्षा का ख्याल रखें.
- विद्रोहियों ने देश के सबसे बड़े शहर अलेप्पो के अधिकतर भूभाग पर कब्जा करने के बाद गुरुवार को मध्य सीरिया के शहर होम्स को भी काफी हद तक अपने कब्जे में कर लिया है.हजारों लोगों को घर छोड़कर जाना पड़ा है.
- विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने कहा कि हमने उत्तर सीरिया में हाल में लड़ाई तेज होने पर ध्यान दिया है. हम स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए हैं.
- उन्होंने कहा कि हमारा मिशन हमारे नागरिकों की सुरक्षा के लिए लगातार उनसे संपर्क बनाए हुए है.
- सूत्रों के अनुसार सीरिया की मौजूदा सरकार को मुश्किल में देखकर ईरान ने मदद का हाथ बढ़ाया है. कहा जा रहा है कि ईरान ने राष्ट्रपति असद को मिसाइलें, ड्रोन और अन्य हथियार भी मुहैयार कराया है.
- सीरिया में विद्रोहियों के निशाने पर अब होम्स शहर है. कहा जा रहा है कि अगर इस शहर पर विद्रोहियों का कब्जा हो गया तो दमिश्क का कई शहरों से संपर्क टूट जाएगा.
- होम्स की तरफ विद्रोहियों के बढ़ने की बात सामने आने के बाद से ही होम्स से हजारों की संख्या में लोग अपने घरों को छोड़कर जा रहे हैं. ये लोग सीरिया की सरकार से मदद और सुरक्षा दोनों मांग रहे हैं.
- सीरिया में बीते 13 वर्षों से ऐसे हालात हैं. सीरिया में फिलहाल कुछ अरब देशों, अमेरिका और इजरायल समर्थित सशस्त्र गुटों ने राष्ट्रपति असद के खिलाफ अभियान छेड़ा हुआ है.