जनता ने भाजपा को राजस्थान की सत्ता में लाने का मन बना लिया है: जेपी नड्डा
कोटा/अजमेर:
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष जे पी नड्डा ने बुधवार को कहा कि राजस्थान के लोग ‘भ्रष्टाचार में डूबी’ कांग्रेस सरकार से ‘ठगा हुआ’ महसूस कर रहे हैं और उन्होंने राज्य में भाजपा को सत्ता में लाने का मन बना लिया है. कोटा, बूंदी और झालावाड़ के पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक करने कोटा पहुंचे नड्डा ने कहा कि युवाओं, किसानों और आम आदमी ने कांग्रेस को हटाने का फैसला कर लिया है.
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नड्डा ने कोटा में संवाददाताओं से कहा, ‘मैं अपने कार्यकर्ताओं में जो उत्साह देख रहा हूं, वह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि राजस्थान के लोगों ने भाजपा के प्रति अपना मन बना लिया है और उन्होंने संकल्प लिया है कि वे राजस्थान में बदलाव चाहते हैं.’ भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा, ‘‘जनता ने कांग्रेस की भ्रष्ट गहलोत सरकार को उखाड़ फेंकने का मन बना लिया है और परिवर्तन लाने का मन बना लिया है.” नड्डा ने भ्रष्टाचार, पेपर लीक, किसान कर्ज माफी और महिलाओं पर अत्याचार को लेकर कांग्रेस सरकार पर निशाना साधते हुए कहा, ”मैं देख रहा हूं कि एक तरह से राजस्थान के लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं.”
नड्डा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस के शासन के दौरान 19,000 से अधिक किसानों की जमीन नीलाम की गई. उन्होंने यह भी कहा कि कथित ‘लाल डायरी’ पर कांग्रेस नेताओं के बयान उनकी निराशा को दर्शाते हैं. भाजपा अध्यक्ष नड्डा ने कहा कि राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा के पक्ष में जबरदस्त उत्साह का माहौल है. नड्डा ने विश्वास जताया कि भाजपा आगामी चुनाव में कोटा संभाग की सभी 17 सीटें जीतेगी. राजस्थान विधानसभा की 200 सीटों के लिए 25 नवंबर को मतदान होगा और वोटों की गिनती 3 दिसंबर को होगी. भाजपा ने राजस्थान में अब तक 41 सीटों के लिए उम्मीदवारों की पहली सूची की घोषणा की है. कोटा संभाग से अभी तक किसी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की गई है.
इससे पहले दिन में, नड्डा ने पहले दौर में कोटा और बूंदी और दूसरे दौर में झालावाड़ और बारां के पार्टी पदाधिकारियों की बैठकें कीं. हाल ही में कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कांग्रेस पार्टी का पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) के लिए जन जागरूकता अभियान शुरू किया था. इसके मद्देनजर नड्डा का कोटा संभाग का दौरा महत्वपूर्ण माना जा रहा है. इसके अलावा पूर्व मुख्यमंत्री वसुधरा राजे का निर्वाचन क्षेत्र (झालरापाटन) भी कोटा संभाग में आता है. वहीं, लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला का लोकसभा क्षेत्र कोटा-बूंदी है. पार्टी सूत्रों के अनुसार बैठक में कोटा संभाग सहित हाड़ौती क्षेत्र की सभी 17 विधानसभा सीटों पर चर्चा हुई. सूत्रों के अनुसार इसके साथ ही बैठक में संगठन से जुड़े मुद्दों पर भी चर्चा होगी.
कोटा संभाग के चार जिले पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ईआरसीपी) के अंतर्गत आने वाले 13 जिलों में से हैं. राजस्थान में सत्तारूढ़ कांग्रेस केंद्र से ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना का दर्जा देने की मांग कर रही है. ईआरसीपी एक महत्वाकांक्षी परियोजना है जो लगभग दो लाख हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधाओं को बढ़ाने में मदद करेगी और कोटा संभाग सहित पूर्वी राजस्थान के 13 जिलों की पेयजल समस्याओं का समाधान करेगी. कांग्रेस में, अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राज्य सरकार में तीन मंत्री – शांति धारीवाल (कोटा), प्रमोद जैन भाया (बारां) और अशोक चांदना (बूंदी) – भी कोटा संभाग से आते हैं.
कोटा संभाग की बैठकों के बाद नड्डा किशनगढ़ के लिए रवाना हुए जहां पार्टी नेताओं और मार्बल एसोसिएशन के सदस्यों ने उनका स्वागत किया. किशनगढ़ में मार्बल एसोसिएशन के सभागार में पार्टी अध्यक्ष की अजमेर संभाग के पदाधिकारियों के साथ बैठक हुई. पार्टी ने पिछले सप्ताह जारी उम्मीदवारों को पहली सूची में अजमेर से सांसद भागीरथ चौधरी को किशनगढ़ विधानसभा सीट से टिकट दिया है, जिससे किशनगढ़ से टिकट मांग रहे विकास चौधरी के समर्थकों में नाराजगी है. इसके अलावा टोंक-देवली सीट पर भी पार्टी प्रत्याशी विजय बैंसला के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हुआ. यह सीट भी अजमेर संभाग में आती है.
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(हेडलाइन के अलावा, इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है, यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)