PM मोदी का यूं ही नहीं डोभाल पर भरोसा, जानें क्यों भारत के 'जेम्स बॉन्ड' से पाक भी घबराता है
सर्जिकल स्ट्राइक में अजीत डोभाल की अहम भुमिका
प्रधानमंत्री मोदी की जो विश्व नेता के रूप में छवि बनी उसमें भी अजीत डोभाल ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई. हालांकि उन्होंने अपने सारे काम स्टेज के पीछे रहकर किए. उड़ी की सर्जिकल स्ट्राइक, पुलवामा हमले के बाद बालाकोट और साइबर टेरर जैसे मामलों में भी उन्होंने अहम भूमिका निभाई थी.
खास मिशन पर पाकिस्तान गए थे डोभाल
अजीत डोभाल पाकिस्तान में रह कर भारत के लिए जासूसी की थी. ऐसा कहा जाता है कि उन्हें एक खास मिशन पर पाकिस्तान भेजा गया था. पाकिस्तान में उन्होंने कई तरह के काम किए. वहां उन्होंने रिक्शा चलाई. डोभाल दाऊद इब्राहिम के आतंकी और खुफिया गतिविधियों पर नजर रखने के लिए गए पाकिस्तान गए थे.
डोभाल ने बताया था पाकिस्तान एक किस्सा…
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल ने एकबार इंटरव्यू के दौरान पाकिस्तान की एक कहानी का जिक्र किया है. उन्होंने कहा कि जब वे पाकिस्तान में थे तो एक दिन मस्जिद की सीढ़ियां उतरते हुए उन्हें एक आदमी ने पकड़ लिया था. उस आदमी ने डोभाल से पूछा तुम हिंदू हो? डोभाल ने जवाब दिया नहीं. वो आदमी नहीं माना और डोभाल को एक कमरे में ले गया और दरवाजा बंद कर दिया. पाकिस्तान से उस आदमी से डोभाल से पूछा तुम्हारे कानों में छेद है और ये हिुंदू लोग अपने बच्चे के कानों को छेद करवाते हैं. तुम इसे बंद करवा लो नहीं तो फंस जाओगे. बाद में डोभाल ने अपने कान की प्लास्टिक सर्जरी कराई.
ये भी पढ़ें:-
पीके मिश्रा बने रहेंगे पीएम मोदी के प्रधान सचिव, NSA अजित डोभाल का कार्यकाल भी बरकरार