पूजा खेडकर ने पूरे सिस्टम को धोखा दिया…अग्रिम जमानत मिलेगी या नहीं? कल आएगा फैसला
दिल्ली:
महाराष्ट्र कैडर की आईएएस पूजा खेडकर को (IAS Pooja Khedkar Controversy) अग्रिम जमानत मिलेगी या नहीं, ये कल साफ हो जाएगा. पूजा की याचिका पर आज दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में सुनवाई पूरी हो गई है. अदालत गुरुवार शाम 4 बजे अपना फैसला सुनाएगी. अदालत में आज दी गईं दलीलों के दौरान सरकारी वकील ने जमानत याचिका का विरोध करते हुए कहा कि पूजा खेडकर को इस बात की पूरी जानकारी थी कि उन्होंने फर्जी दस्तावेज दाखिल किए हैं. उन्होंने पूरी तरह होश में रहकर गड़बड़ी की. जबकि यूपीएससी के नियम साफ कहते हैं कि अगर आप फर्जी दस्तावेज जमा करते हैं तो आपकी उम्मीदवारी रद्द कर दी जाएगी और आपके खिलाफ मामला दर्ज किया जाएगा. इसीलिए साफ तौर पर खेडकर के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा.
सरकारी वकील एडवोकेट श्रीवास्तव ने कहा कि केवल शिकायत दर्ज करना किसी मामले का आधार नहीं बन सकता. एफआईआर दर्ज करने से मुकदमा शुरू नहीं होता.
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कोर्ट- क्या आप यह कह रहे हैं कि जब तक यूपीएससी जांच नहीं कर लेता, तब तक आरोप पत्र दाखिल नहीं किया जा सकता? क्या आपको यकीन है.
- कोर्ट- जांच पूरी होने का इंतजार करें?
- सरकारी वकील- नहीं सर. मैं ऐसा नहीं कह रहा हूं.
- कोर्ट- आपका कहना क्या है?
- सरकारी वकील- मामला यह है कि पूजा खेडकर ने जानकारी छिपाई, जिससे उन्हें परीक्षा में बैठने से अयोग्य ठहराया जा सकता था. पूजा खेडकर ने बार-बार अपनी भूमिका बदली है और इसलिए हमें पूछताछ के लिए हिरासत की जरूरत है. अगर गिरफ्तारी से पहले जमानत दी गई तो पूजा खेडकर सहयोग नहीं करेंगी.
यूपीएससी के वकील एडवोकेट नरेंद्र कौशिक
- न केवल पूजा का नाम बदला गया है बल्कि उनके पिता का नाम भी लगातार बदला गया है, क्या उन्हें ऐसा करने का अधिकार है?
- उन्होंने अपनी मां का नाम भी बदल लिया है. नाम इस तरह से बदले गए हैं.
– मनोरमा बुधवंत
– मनोरमा जे बुधवंत
– खेडकर मनोरमा दिलीपराव
- उसने पूरे सिस्टम को धोखा दिया है.
- एक ईमानदार उम्मीदवार से उसका मौका छीन लिया गया है.
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पूजा खेडकर ने मिसलीड किया है, बाक़ी कार्रवाई करना ज़रूरी है.
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पूजा ने क्राइम नहीं किया ये उन्होंने नहीं बताया.
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क्राइम करने के बाद हर कोई गुनहगार कहा जाता है.
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यूपीएससी के प्रोसेस के बारे में बोला गया, UPSC ये नहीं देखता है कि दस्तावेज जाली बनाया गया है या नहीं.
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पूजा खेडकर ने स्वीकार किया है कि उन्होंने गलती की है.
पूजा खेडकर पर क्या है आरोप?
पूजा खेडकर पर उम्र छिपाने से लेकर झूठे दिव्यांगता सर्टिफिकेट और जाति को लेकर झूठे दस्तावेज लगाने तक के आरोपों में घिरी हैं. आरोप है कि पूजा ने UPSC की नौकरी पाने के लिए फर्जी दस्तावेज दिए थे. अब पूजा को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है. जिसका जवाब उनको 2 अगस्त कर देना होगा. उनके जवाब पर ही यह निर्भर करेगा कि वह आगे IAS के तौर पर काम कर सकेंगी या नहीं. पूजा को ये नोटिस डिपार्टमेंट ऑफ पर्सनल एंड ट्रेनिंग की तरफ से भेजा गया है. ये नोटिस उनको 26 जुलाई को जारी किया गया था. पूजा खेडकर पिछले काफी दिनों से विवादों में हैं. अब पटियाला हाई कोर्ट ने भी सुनवाई पूरी कर ली है, सिर्फ फैसले
का इंतजार है.