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जनता नहीं चाहती है कि मेरे परिवार का कोई सदस्य लोकसभा चुनाव लड़े : हिमाचल कांग्रेस प्रमुश प्रतििभा सिंह

चुनाव नहीं लड़ने पर अपना रुख बदलने का संकेत देते हुए कांग्रेस की हिमाचल प्रदेश इकाई प्रमुख प्रतिभा सिंह ने शुक्रवार को कहा कि राज्य के लोग चाहते हैं कि उनके परिवार से कोई इस लोकसभा चुनाव में उतरे. उन्होंने शुक्रवार को ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘लोगों का पूर्व मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह के साथ भावनात्मक लगाव है और यही कारण है कि लोग हमेशा हमारे परिवार का समर्थन करते हैं और चाहते हैं कि इस परिवार से कोई इस बार भी चुनाव लड़े.”

प्रतिभा सिंह मंडी से सांसद हैं और वह वीरभद्र सिंह की पत्नी और लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) मंत्री विक्रमादित्य सिंह की मां हैं.

प्रतिभा सिंह ने पिछले हफ्ते यह कहते हुए चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की थी कि जमीनी स्थिति ‘‘अनुकूल नहीं” है और कार्यकर्ता ‘‘निराश” हैं.

हालांकि, उन्होंने बृहस्पतिवार को अपना रुख बदलते हुए कहा था, ‘‘अगर पार्टी का केंद्रीय नेतृत्व मुझे मंडी सीट से लोकसभा चुनाव लड़ने का आदेश देता है, तो मैं उसका पालन करूंगी.”

उनका यह बयान बेहतर समन्वय सुनिश्चित करने, रणनीति तैयार करने और संभावितों के नामों पर चर्चा के लिए कांग्रेस द्वारा गठित छह सदस्यीय समिति की बुधवार को हुई बैठक के बाद आया.

कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘जब भी कांग्रेस सत्ता में थी और वीरभद्र सिंह मुख्यमंत्री थे, उन्होंने हमेशा राज्य के विकास के लिए काम किया और आप जो भी विकास (प्रदेश में) देखते हैं, वह उनके द्वारा किया गया था.”

उन्होंने ‘पीटीआई-भाषा’ से कहा, ‘‘हालांकि, दिवंगत वीरभद्र सिंह हमारे साथ नहीं हैं, फिर भी लोगों के मन में उनके प्रति बहुत सम्मान है और वे हमारा समर्थन करते हैं. हम एकजुट होकर चुनाव लड़ेंगे.”

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सिंह ने कहा कि चुनाव के दौरान विकास और जनता का कल्याण मुख्य बिंदु होंगे और बेरोजगारी, महंगाई के अलावा प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘‘अधूरे” वादे जैसे मुद्दे भी उठाए जाएंगे.

जब उनसे फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत को भाजपा द्वारा मंडी संसदीय क्षेत्र से टिकट दिए जाने के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि चुनाव में चुनौती हमेशा रहती है और यह लोगों को तय करना है कि वे किसे पसंद करते हैं और किसे अपना सांसद देखना चाहते हैं.

हालिया बगावत और अयोग्य ठहराए गए कांग्रेस विधायकों के भाजपा में शामिल होने के बाद कांग्रेस में ‘‘अस्थिरता” का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि समय के साथ पार्टी कार्यकर्ताओं को मजबूत बनाएगी और उनमें उत्साह भरेगी ताकि वे जमीनी स्तर पर काम करना शुरू करें.

सिंह ने कहा, ‘‘मैं लंबे समय से कह रही हूं कि जिन कार्यकर्ताओं ने (विधानसभा चुनाव में) पार्टी की जीत के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत की, उन्हें उचित समायोजन दिया जाना चाहिए और अब मुख्यमंत्री ने कार्यकर्ताओं को कुछ जिम्मेदारियां दी हैं. अब मैं यह संदेश देना चाहती हूं कि कांग्रेस अपने कार्यकर्ताओं को बढ़ावा देती है.”

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