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ईमानदार टैक्स पेयर्स को दिया सम्मान… पढ़ें निर्मला सीतारमण के इंटरव्यू की 10 बड़ी बातें
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने बजट के बाद दिए अपने पहले इंटरव्यू में कहा कि प्रधानमंत्री मोदी साल 2020 से ही जो लोग ईमानदारी से टैक्स देते थे, उनके लिए काम कर रहे थे. हम टैक्स पेयर को सर्टिफिकेट भी भेजते थे. हम ये सब शुरुआत से करते आ रहे हैं.
- वित्त मंत्री ने कहा कि टैक्स पेयर्स का सम्मान पीएम के मन में है. इस समय जब दुनिया की तुलना में हम तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था रह रहे हैं. हम अगले साल भी तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था रहेंगे. क्या हम टैक्स पेयर्स के सम्मान करने के लिए काम कर सकते हैं? इसे मूल में रखकर हमने काम किया है. इसी का परिणाम है कि 12 लाख रुपये तक की आय पर कोई टैक्स नहीं.
- The Hindkeshariको दिए इंटरव्यू में वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि अगले 20 से 25 साल के लिए भारत का फंडामेंटल ठीक है. इसको और मजबूत करने के लिए और कदम उठा रहे हैं. पीएम ने हमारा मार्गदर्शन किया है. उन्होंने एक पहलू और एड किया मध्यवर्ग जो टैक्स भरते रहे हैं. उनके लिए कुछ करना है.
- वित्त मंत्री ने कहा कि कोविड के समय से हर साल 15 से 20 फीसदी पब्लिक एक्सपेंडिचर में ग्रोथ किया है. उसके ऊपर अब 10 फीसदी से ज्यादा से बढ़ रहे हैं, तो ये सबसे ऊपर तक पहुंच चुका है, ये कोई मामूली नहीं है. इसे पहचाना जाना चाहिए. हमारा फोकस कैपिटल एक्सपेंडिचर पर है वो कम नहीं हुआ है. उसमें कोई कमी नहीं आई है.
- निर्मला सीतारमण ने कहा कि आज भारत में शिप बिल्डिंग कैपिसटी रहने के बाद भी हम आगे नहीं बढ़ पाए हैं. हमारे पास कंटेनर कम है. उसके लिए भी हमने 20 हजार करोड़ से ज्यादा का पैसा दिया है. हम विकसित भारत के लिए हर क्षेत्र को बैलेंस करते हुए आगे जा रहे हैं.
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा कि, भारत में उत्पादन बढ़ाने के लिए एमएसएमई अगर बाहर से कोई चीज मंगाना चाहते हैं हमने उसके लिए ड्यूटी कम किया है.
- निर्मला सीतारमण ने कहा कि केंद्र सरकार ई-श्रम पोर्टल पर गिग वर्कर्स का पंजीकरण करेगी और उन्हें पहचान पत्र दिए जाएंगे. इससे करीब 1 करोड़ ऐसे वर्कर्स को फायदा होगा. बता दें कि गिग वर्कर वे होते हैं जो अल्पकालिक, लचीले कामों में लगे होते हैं, जैसे कि टैक्सी चलाना, ऑनलाइन डिलीवरी सेवाएं या फ्रीलांस काम आदि.
- निर्मला सीतारमण ने बजट में बिहार के लिए भी कुछ बड़ी घोषणाएं की हैं. इस बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि बिहार में अच्छा सा अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट तक नहीं है. उसे मिलना चाहिए ना एक अच्छा एयरपोर्ट. मखाना तो वहां की पहचान की तरह है इसलिए तो हमने बोर्ड बनाने की बात कही है. पर्यटन के नाते भी हम बिहार को एयरपोर्ट दे रहे हैं. बिहार के स्किल और सेमी स्किल तो पूरे देश में जा रहे हैं. क्या उनके गांव में भी काम नहीं होना चाहिए.
- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने आज The Hindkeshariको बजट के बाद दिए गए एक इंटरव्यू में बताया कि केंद्रीय बजट 2025 में नौकरियों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) की महत्वपूर्ण भूमिका को मान्यता दी गई है और एआई को अपनाने के लिए कई पहलों की घोषणा की गई है.
- निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट 2025 में एक प्रमुख पहल पर व्यक्तिगत संतुष्टि व्यक्त की: भारतीय डाक को एक प्रमुख लॉजिस्टिक्स खिलाड़ी के रूप में परिवर्तित करना. इसके बारे में उन्होंने कहा कि भारत में, हर शहर या गांव में, केंद्र सरकार का एकमात्र व्यक्ति जो सीधे परिवारों से जुड़ा होता है, वह डाकिया होता है. अच्छी खबर से लेकर बुरी खबर तक, सब कुछ डाकिए के ज़रिए आता है. उन्होंने कहा, सरकार का लक्ष्य कनेक्टिविटी और सेवा वितरण को बढ़ाने के लिए 1.5 लाख ग्रामीण डाकघरों के मौजूदा नेटवर्क का उपयोग करना है. उन्होंने कहा कि डाकघर पहले से ही भुगतान बैंकों के रूप में काम कर रहे हैं, लेकिन उनकी व्यापक पहुंच का अभी भी कम उपयोग हो रहा है.