'बाबा के निधन पर तो…', मनमोहन सिंह के लिए स्मारक की मांग के बीच शर्मिष्ठा मुखर्जी ने क्यों कह दी ये बात, पढ़ें
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस पर उठाए सवाल
नई दिल्ली :
डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार को लेकर सभी तरह की तैयारियों पूरी हो चुकी है. आज सुबह साढ़े नौ बजे उनकी अंतिम यात्रा निकलेगी. कांग्रेस ने केंद्र सरकार से मांग की है कि वो पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का स्मारक बनाया जाए. कांग्रेस की इस मांग को लेकर देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की आलोचना की है.आपको बता दें कि खरगे ने केंद्र सरकार को पत्र लिखकर मांग की है कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के स्मारक के लिए दिल्ली में जमीन आवंटित की जाए. कांग्रेस का कहना है कि डॉ. मनमोहन सिंह के अंतिम संस्कार वाली जगह पर ही उनका स्मारक बनाया जाना चाहिए.
When baba passed away, Congress didnt even bother 2 call CWC 4 condolence meeting. A senior leader told me it’s not done 4 Presidents. Thats utter rubbish as I learned later from baba’s diaries that on KR Narayanan’s death, CWC was called & condolence msg was drafted by baba only https://t.co/nbYCF7NsMB
— Sharmistha Mukherjee (@Sharmistha_GK) December 27, 2024
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस की इस मांग को लेकर उसकी आलोचना की है. शमिष्ठा ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट लिखकर दावा किया है कि जब 2020 में उनके पिता और देश के पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का निधन हुआ तो कांग्रेस नेतृत्व ने कांग्रेस कार्य समिति द्वारा शोक सभा बुलाने की भी जहमत नहीं उठाई. शर्मिष्ठा ने उस दौरान कांग्रेस नेतृत्व पर इस मुद्दे पर उन्हें गुमराह करने का भी आरोप लगाया है.
शर्मिष्ठा के मुताबिक कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने उनसे कहा था कि भारत के राष्ट्रपतियों के निधन पर पार्टी की सीडब्ल्यूसी द्वारा शोक सभा बुलाने की परंपरा नहीं रही है.शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कांग्रेस नेताओं के इस तर्क को भी गलत बताया और कहा कि उन्हें अपने पिता की डायरियों से पता चला है कि एक और पूर्व राष्ट्रपति के निधन पर सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाई गई थी. उस दौरान शोक संदेश का मसौदा खुद उनके पिता प्रणब मुखर्जी ने ही तैयार किया था.
शर्मिष्ठा मुखर्जी ने भाजपा के सीआर केसवन की एक पोस्ट का हवाला भी दिया, जिसमें बताया गया था कि कैसे कांग्रेस ने पार्टी के अन्य राजनेताओं की सिर्फ इसलिए उपेक्षा की थी क्योंकि वे गांधी परिवार के सदस्य नहीं थे. इस मुद्दे पर, 2004 से 2009 तक डॉ.सिंह के मीडिया सलाहकार और फाइनेंशियल एक्सप्रेस के पूर्व प्रधान संपादक डॉ.संजय बारू द्वारा लिखी गई पुस्तक ‘द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर’ के एक अध्याय का संदर्भ दिया गया था. इसमें कहा गया था कि कैसे कांग्रेस के नेतृत्व वाली यूपीए सरकार ने पूर्व प्रधानमंत्री स्वर्गीय पीवी नरसिम्हा राव के लिए दिल्ली में कभी स्मारक नहीं बनाया, जिनका 2004 में निधन हो गया था.पुस्तक में यह भी उल्लेख किया गया है कि 2004 से 2014 तक सत्ता में रहने के बावजूद कांग्रेस ने कभी भी श्री राव के लिए कोई स्मारक नहीं बनाया.