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"भारत को वैश्विक स्तर पर पहचान…", जानें मोदी की नेतृत्व क्षमता पर चंद्रबाबू नायडू ने और क्या कहा

आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने (Chandrababu Naidu) जेल में बिताए अपने समय, अपनी राजनीतिक यात्रा, गठबंधन की सरकार और भारत की टेक्नोलॉजी एडवांसमेंट पर खुलकर बात की. चंद्रबाबू ने HT समिट में दावा किया कि उन्हें गिरफ्तार करने से पहले कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी. इस अनुभव ने उनके संकल्प को और मजबूत कर दिया. आंध्र सीएम ने कहा कि उन्होंने अपने पूरे जीवन में मर्यादा बनाए रखी और सार्वजनिक नीतियों का सख्ती से पालन किया. उन्होंने कहा कि जो भी हुई इससे उनका संकल्प और भी दृढ़ हो गया.

पीएम मोदी और देश की ग्रोथ की तारीफ

पीएम मोदी के नेतृत्व को सराहते हुए चंद्रबाबू नायडू ने कहा कि वह बहुत ही मजबूत और प्रगतिशील नेता हैं, जिन्होंने बड़े विकास को बढ़ावा दिया है. भारत की 7.58% विकास दर इस बात का प्रमाण है. नायडू ने कहा कि पीएम मोदी की लगातार तैयारी और दृढ़ संकल्प चुनाव और सरकार के प्रति उनके दृष्टिकोण में साफ दिखाई देता है. आंध्र सीएम ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत को वैश्विक स्तर पर पहचान मिली है. “भारत का ब्रांड” बहुत मजबूत है. देश में बदलाव लाने की क्षमता है.  

चंद्रबाबू नायडू ने तेलुगु देशम पार्टी की हालिया चुनावी सफलता पर कहा कि पिछली सरकार से निराशा की वजह से आंध्र प्रदेश में नई सरकार बनाने में मदद मिली. इस सरकार में बीजेपी और पवन कल्याण की पार्टी भी सहयोगी है.  अपने राजनीतिक विकास पर टीडीपी नेता ने कहा कि जब उनको अपने नाम पर गर्व था तब वह चुनाव हार गए. अब उनका पूरा ध्यान लोगों को साथ लेकर चलने पर और उनकी बेहतरी के लिए काम करने पर है.

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गठबंधन पर क्या बोले चंद्रबाबू नायडू?

उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि राष्ट्रहित की खातिर ही उन्होंने वीपी सिंह और अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकारों का समर्थन किया था. उस सरकार में अपनी पार्टी की भूमिका का हवाला देते हुए राजनीति को आकार देने के अपनी पार्टी के इतिहास पर भी उन्होंने बात की. टीडीपी नेता ने कहा कि ,”गठबंधन सरकारों में, अलग-अलग राय का सम्मान करना और आम सहमति तक पहुंचना जरूरी है. उन्होंने कहा कि हमारी सरकार इस सिद्धांत के लिए प्रतिबद्ध है.

टेक्नोलॉजी और सोशल मीडिया बड़ी चुनौती

लंबे समय से टेक्नोलॉजी के समर्थक रहे नायडू ने भारत में आईटी को बढ़ावा देने के अपने  प्रयासों पर भी बात की. उन्होंने बताया कि जब बैंडविड्थ नहीं थी तब सूचना प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देने के लिए वह तत्कालीन पीएम अटल बिहारी वाजपेयी से भी भिड़ गए थे.  नायडू ने कहा कि उनकी रिपोर्ट के आधार पर उन्होंने दूरसंचार क्षेत्र को नियंत्रण मुक्त कर दिया.

भारतीय टेक्नोलॉजी की अपनी भरपूर नॉलेज की वजह से दुनिया में हर जगह बहुत अच्छा काम कर रहे हैं. वह अच्छा कमा भी रहे हैं, उनमें 30 प्रतिशत लोग तेलुगु हैं. इस दौरान नायडू सोशल मीडिया पर उनकी पत्नी और बहू को निशाना बनाए जाने के मुद्दे को नहीं भूले. उन्होंने कहा कि  कुछ अपराधी महिलाओं और सम्मानित नेताओं को अपमानित करने के लिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर रहे हैं, यह बड़ी चुनौती है. इस पर बहस की जरूरत है कि इसे कैसे रोका जाए.
 



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