AI पर दुनिया को रास्ता दिखा रहा देश, राष्ट्रपति के अभिभाषण में भारत के धमक की रिपोर्ट
नई दिल्ली:
भारत टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में तेजी से कदम बढ़ा रहा है… राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए भी इसका जिक्र किया. संसद का बजट सत्र आज से शुरू हो गया है. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने संसद के दोनों सदनों को संबोधित करते हुए कहा कि भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस और प्रौद्योगिकी अपनाने के क्षेत्र में दुनिया को रास्ता दिखा रहा है. और वह दिन दूर नहीं जब भारत अपना मानवयुक्त अंतरिक्ष मिशन ‘गगनयान’ रवाना करेगा. विकसित भारत के निर्माण में किसान, जवान, विज्ञान के साथ ही अनुसंधान का बहुत बड़ा महत्व है.
दुनिया में भारत की धमक
- देश में डेढ़ लाख से अधिक स्टार्टअप हैं. इनोवेशन के स्तंभ के रूप में उभर रहे हैं.
- 1 हजार करोड़ रुपये की लागत से स्पेस सेक्टर के लिए वेंचर कैपिटल फंड की शुरुआत.
- यूएस वर्ल्ड फ्यूचर स्किल इंडेक्स 2025 भारत में विश्व में दूसरे नंबर पर पहुंच गया है.
- फ्यूचर ऑफ वर्क श्रेणी में AI और डिजिटल टेक्नॉलजी अपनाने में भारत दुनिया को रास्ता दिखा रहा है.
- ग्लोबल इनोवेशन इंडेक्स में भी भारत की रैकिंग सुधरी है.
- राष्ट्रीय शिक्षा नीति के जरिए आधुनिक शिक्षा व्यवस्था तैयार हो रही है.
- मातृभाषा में शिक्षा का अवसर दिया जा रहा है. 13 भारतीय भाषाओं में कई परीक्षाएं.
- इज ऑफ डूइंग रिसर्च के लिए स्कीम लागू. अंतरराष्ट्रीय शोध की सामग्री सुलभ होगी.
- यूएस विश्व यूनिवर्सिटी एशिया रैंकिंग में हमारे 163 विश्वविद्यालय शामिल हुए हैं.
- नालंदा विश्वविद्यालय के नए कैंपस की शुरुआत.
- वह दिन दूर नहीं, जब भारत में निर्मित गगनयान में एक भारतीय नागरिक अंतरिक्ष जाएगा.
- स्पेस डॉकिंग में बड़ी कामयाबी हिली है. स्पेस स्टेशन का रास्ता आसान हुआ है.
- इसरों ने 100वां लॉन्च किया है. इसरो इसके लिए बधाई.
‘वह दिन दूर नहीं जब भारत में…’
अपने संबोधन में राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘वह दिन दूर नहीं जब भारत में निर्मित गगनयान में एक भारतीय नागरिक अंतरिक्ष में जाएगा. कुछ दिन पहले स्पेस डॉकिंग में सफलता ने भारत के अपने स्पेस स्टेशन का मार्ग और आसान कर दिया है. विकसित भारत के निर्माण में किसान, जवान, विज्ञान के साथ ही अनुसंधान का बहुत बड़ा महत्व है. हमारा लक्ष्य भारत को ग्लोबल पावर हाउस बनाना है. देश के शिक्षण संस्थानों में अनुसंधान को बढ़ावा देने के लिए 50 हजार करोड़ की लागत से अनुसंधान नेशनल रिसर्च फाउंडेशन स्थापित किया गया है.’
AI में भारत के बढ़ते कदम…
भारत के तकनीक के क्षेत्र में बढ़ते कदमों का जिक्र करते हुए राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘आज हमारे युवा स्टार्टअप से लेकर खेल और अंतरिक्ष तक हर क्षेत्र में देश का नाम रोशन कर रहे हैं. भारत आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और प्रौद्योगिकी अपनाने के क्षेत्र में दुनिया को रास्ता दिखा रहा है. आज भारत डिजिटल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में एक प्रमुख वैश्विक खिलाड़ी के रूप में अपनी उपस्थिति दर्ज करा रहा है. दुनिया के विकसित देश भी भारत की यूपीआई लेनदेन प्रणाली की सफलता से प्रभावित हैं_ मेरी सरकार ने डिजिटल प्रौद्योगिकी का उपयोग सामाजिक न्याय और समानता के लिए एक उपकरण के रूप में किया है. इसके अलावा, एमएसएमई के लिए लोन गारंटी योजना और ई-कॉमर्स निर्यात केंद्र देश के सभी क्षेत्रों में व्यापार को प्रोत्साहित कर रहे हैं.’
साइबर अपराध राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौती
राइबर अपराधों को लेकर राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा, ‘मेरी सरकार साइबर सुरक्षा में दक्षता सुनिश्चित करने की दिशा में निरंतर काम कर रही है. डिजिटल धोखाधड़ी, साइबर अपराध और डीपफेक सामाजिक, वित्तीय और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर चुनौतियां हैं.’ उन्होंने कहा, ‘यह संसद के लिए बहुत गर्व की बात है कि आज बड़ी संख्या में महिलाएं लड़ाकू विमान उड़ा रही हैं, पुलिस में शामिल हो रही हैं और देश में कॉर्पोरेट्स का नेतृत्व भी कर रही हैं। हमारी बेटियां ओलंपिक पदक जीतकर देश को गौरवान्वित कर रही हैं.’
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