सेल्फी और फिर अलविदा… दिल तोड़ रहा कर्ज़ में दबे दंपति का यह आखिरी खत

गोताखोरों की मदद से शव निकाला
रानीपुर थाना के प्रभारी ने बताया कि जमालपुर खुर्द गांव के पास गंगनहर के किनारे दलदल में एक व्यक्ति का शव अटका होने की सूचना मिलने पर पुलिस वहां पहुंची और गोताखोरों की मदद से शव निकाला. उन्होंने बताया कि मृतक के पैंट की जेब से मिले मोबाइल फोन और पर्स के आधार पर शव की शिनाख्त हुई.
उन्होंने बताया कि महिला का शव अभी नहीं मिला है और उसकी तलाश की जा रही है. जानकारी मिली है कि सौरभ पर करीब 10 करोड़ रुपये का कर्ज था. दंपति के दो बच्चे हैं. दंपति ने आत्महत्या करने से पहले दोनों बच्चों को उनके नाना-नानी के पास पहुंचा दिया था.
दस्तखत किया एक नोट भी बरामद
विजय सिंह ने बताया कि आत्महत्या से पहले सौरभ और उनकी पत्नी द्वारा लिखा और दस्तखत किया एक नोट भी बरामद हुआ है जिसमें उन्होंने लिखा कि वह कर्ज के दलदल में इस कदर फंसे हैं कि अब बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा और इसलिए वे अपना जीवन समाप्त कर रहे हैं.
नोट में अपनी दुकान व मकान दोनों बच्चों के लिए छोड़ने की बात कहते हुए दंपति ने लिखा कि ‘‘हमने उन्हें अपने नाना-नानी के पास छोड़ दिया है क्योंकि उन्हें केवल उन्हीं पर भरोसा है.” सौरभ ने आत्महत्या से पहले अपनी दुकान पर काम करने वाले गोलू को एक ऑडियो संदेश भी भेजा था, जिसमें उन्होंने कहा कि ‘‘यह सबको बता देना, हम लोग हरिद्वार में हैं और अब मरने जा रहे हैं.”



