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दिल्ली में भीषण गर्मी जारी, पारा 45.8 डिग्री सेल्सियस पर पहुंचा; IMD ने बताया- कल कैसा रहेगा मौसम


नई दिल्ली:

Delhi Weather: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली शुक्रवार को पांचवें दिन भी भीषण गर्मी की चपेट में रही. यहां तापमान 45.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा, जो कि सामान्य से छह डिग्री अधिक है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के मुताबिक, दिल्ली में मई महीने में केवल दो दिन बारिश दर्ज की गई, जो कि 10 सालों में सबसे कम है.

आईएमडी ने शनिवार के लिए ‘यलो अलर्ट’ जारी किया है. शहर में आम तौर पर बादल छाए रहने, गरज और धूल भरी आंधी चलने, हल्की वर्षा होने और 30 से 40 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवा चलने की संभावना है. दिल्ली में कल अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमश: 44 और 20 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है.

दिल्ली के प्राथमिक मौसम केंद्र, सफदरजंग ऑब्जर्वेटरी द्वारा शुक्रवार को दर्ज किया गया तापमान जारी गर्मी के मौसम का अब तक दर्ज दूसरा सबसे अधिक अधिकतम तापमान है. मौसम विभाग ने बताया कि शुक्रवार को न्यूनतम तापमान 29 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. शहर में दिन में रिलेटिव ह्यूमिडिटी 38 से 23 प्रतिशत के बीच रही. 

आईएमडी के आंकड़ों के अनुसार, बुधवार को शहर में 46.8 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. दिल्ली में 17 जून 1945 को अधिकतम तापमान 46.7 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया था. बुधवार को शहर के मुंगेशपुर में 52.9 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया गया. मौसम विभाग ने एक बयान में कहा है कि वह इसमें किसी संभावित त्रुटि को लेकर क्षेत्र के वेदर स्टेशन के सेंसर और डेटा की जांच कर रहा है. हालांकि मौसम विभाग ने अभी तक मुंगेशपुर में सेंसर के निरीक्षण की कोई रिपोर्ट जारी नहीं की है.

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मई में केवल दो दिन बारिश हुई

राष्ट्रीय राजधानी में भी अभूतपूर्व गर्मी के कारण पानी की कमी का सामना करना पड़ रहा है. इस महीने में पिछले 10 सालों में सबसे कम बारिश वाले दिन भी देखे गए. दिल्ली में इस मई में केवल दो दिन बारिश हुई, जबकि 2023 में 11, सन 2022 में 7, सन 2021 में 12 और 2020 में 7 दिन बारिश हुई थी.

आईएमडी के मुताबिक, मई में औसत अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 41.4 डिग्री सेल्सियस और 26.5 डिग्री सेल्सियस रहा.

आईएमडी के मुताबिक, हीट वेव तब मानी जाती है जब किसी मौसम केंद्र का अधिकतम तापमान मैदानी इलाकों में कम से कम 40 डिग्री सेल्सियस, तटीय क्षेत्रों में 37 डिग्री व पहाड़ी क्षेत्रों में 30 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच जाता है और तापमान सामान्य से कम से कम 4.5 डिग्री अधिक होता है.

यदि तापमान सामान्य से 6.4 डिग्री सेल्सियस से अधिक हो जाए तो भीषण गर्मी की लहर घोषित कर दी जाती है.


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