शरद पवार गुट ने चुनाव आयोग को भेजे पार्टी के 3 नाम और निशान : सूत्र
सूत्रों के मुताबिक, शरद पवार गुट ने सियासी दल के तीन नाम शरद पवार के नाम पर ही रखे हैं :-
पहला नाम- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद पवार
दूसरा नाम- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरद चंद्र पवार
तीसरा नाम- राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी शरदराव पवार
चुनाव चिह्न-बरगद के पेड़ या उगता सूरज
अजित पवार गुट ने SC में दाखिल किया कैविएट
शरद पवार गुट ने चुनाव आयोग के फैसले के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में अपील करने की बात कही है. अभी तक गुट की ओर से कोर्ट में कोई अर्जी नहीं दी गई है. लेकिन उससे पहले ही असली एनसीपी यानी अजित पवार गुट ने कोर्ट में कैविएट दाखिल कर दिया है. कैविएट में अजित पवार ने कोर्ट से अपील की है कि कोई भी फैसला देने से पहले उनका पक्ष भी सुना जाए.
अजित पवार ने कहा था- न्याय मांगने का हर सभी को
चुनाव आयोग के फैसले पर अजित पवार ने कहा, “न्याय मांगने का अधिकार सभी को है. यह निर्णय हमारे पक्ष में आया है. अगर वे लोग सुप्रीम कोर्ट जाएंगे, तो हम वकीलों के जरिए उचित जवाब देंगे. 50 से ज्यादा विधायक, ज्यादातर जिलाध्यक्ष हमारे साथ हैं. लोकतंत्र में बहुमत को महत्व दिया जाता है. इसलिए चुनाव आयोग ने हमें NCP नाम और चुनाव चिह्न दिया है.”
2 जुलाई 2023 को शिंदे सरकार में बने थे डिप्टी सीएम
बता दें अजित पवार 2 जुलाई 2023 को NCP के 8 विधायकों के साथ महाराष्ट्र की शिंदे सरकार में शामिल हो गए थे. उन्होंने NCP के 40 विधायकों के समर्थन का दावा किया था. बीजेपी-शिंदे के साथ गठबंधन सरकार में अजित पवार को डिप्टी सीएम बनाया गया. देवेंद्र फडणवीस भी डिप्टी सीएम हैं.
खुद को बताया था NCP चीफ
डिप्टी सीएम बनने के दो दिन बाद 5 जुलाई 2023 को अजित पवार ने शरद पवार को NCP राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से हटाने का ऐलान किया था. उन्होंने खुद को नया राष्ट्रीय अध्यक्ष घोषित किया था. उनका कहना था कि मुंबई में 30 जून 2023 को पार्टी की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में यह फैसला हुआ था.
शरद पवार ने पीएम मोदी के बयान पर दी प्रतिक्रिया
शरद पवार ने बुधवार को पीएम मोदी के नेहरू पर दिए बयान पर प्रतिक्रिया भी दी. उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री किसी पार्टी का नहीं होता है. जवाहर लाल नेहरू आजादी के लिए जेल गए. हम जवाहर लाल नेहरू को नजर अंदाज नहीं कर सकते हैं. उन्होंने लोकतंत्र का मार्ग प्रशस्त किया. देश में तकनीकी, शिक्षा को बढ़ावा दिया. फैक्ट्रियां लगाईं. ऐसे योगदान देने वाले नेहरू के लिए पीएम मोदी ने संसद में जो बयान दिया, वो सही नहीं था. नेहरू, लाल बहादुर शास्त्री, इंदिरा गांधी… सबने देश के लिए अच्छा काम किया.”
शरद पवार ने कहा, “कुछ सांप्रदायिक ताकतें विरोध प्रदर्शन करने वालों पर व्यक्तिगत हमले करते हैं. सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ अहिंसा से जवाब देना होगा. ये सबसे बुरा दौर चल रहा है, लेकिन हमें गलत को गलत कहना चाहिए.”
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