शिवसेना (UBT) सांसद संजय राउत का चौकाने वाला बयान, डिप्टी CM एकनाथ शिंदे पर किया यह खुलासा

नई दिल्ली:
उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के नेता संजय राउत ने एक बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे एक समय कांग्रेस में शामिल होना चाहते थे. राउत ने शनिवार को दावा किया कि महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे पहले कांग्रेस में शामिल होना चाहते थे. राउत का यह बयान कांग्रेस नेता नाना पोटोले के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने एकनाथ शिंदे और अजित पवार को विपक्षी महाविकास अघाड़ी में शामिल होने का न्योता दिया था.
संजय राउत ने कहा क्या है
शिंदे में कांग्रेस में जाने की योजना के बार में बताते हुए राउत सांसद ने उस साल या महीने की जानकारी नहीं दी कि वो कब ऐसा करने के बारे में सोच रहे थे या उनकी जानकारी का स्रोत क्या है. इस संबंध में पूछे जाने पर राउत ने कांग्रेस नेता अहमद पटेल का नाम लिया. कोविड से संक्रमित होने के बाद पटेल का 25 नवंबर 2020 को निधन हो गया था. राउत ने यह भी कहा कि इस बारे में कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण से भी पूछा जा सकता है. राउत के बयान पर महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देने से इनकार कर दिया है.
उद्धव ठाकरे की शिव सेना के सांसद संजय राउत ने कहा, ”मुझे पता है कि क्या चल रहा था. अहमद पटेल अब मौजूद नहीं हैं और इसलिए मैं और कुछ नहीं कहना चाहता क्योंकि वह इस बात को पुख्ता करने के लिए मौजूद नहीं हैं.”
वहीं शुक्रवार को होली मिलन समारोह के दौरान महाराष्ट्र कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष नाना पटोले ने शिव सेना नेता और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और एनसीपी नेता और उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को एक ऑफर दिया. उन्होंने दोनों नेताओं को महाविकास अघाड़ी में शामिल होने का न्योता दिया.उन्होंने कहा कि इस गठबंधन नें मुख्यमंत्री का पद रोटेशनल पर रहेगा. पटोले के इस बयान ने महाराष्ट्र में सियासी हलचल बढ़ा दी है.
क्या महाराष्ट्र की महायुति सरकार में सब ठीक है
पटोले और राउत के बयान ऐसे समय आए हैं, जब ऐसी खबरें हैं कि बीजेपी, शिवसेना और अजित पवार की एनसीपी की महायुति में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. ऐसे खबरें आई थीं कि उपमुख्यमंत्री शिंदे और पवार कुछ विधायकों और अपनी पार्टी के नेताओं की सुरक्षा कम किए जाने या हटाए जाने को लेकर नाराज हैं. यहां तक कि शिंदे ने मुख्यमंत्री के साथ होने वाली बैठकों में शामिल नहीं हुए थे. ऐसी भी खबरें थीं कि शिंदे कैबिनेट की बैठकों में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए शामिल हो रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि एकनाथ शिंदे ने एकीकृत शिवसेना में बगावत कर दी थी. इसके बाद उन्होंने बीजेपी के सहयोग से महाराष्ट्र में सरकार बनाई थी.इस सरकार में वो मुख्यमंत्री बने थे. बाद में चुनाव आयोग ने शिवसेना का चुनाव चिन्ह भी उनकी गुट को ही आबंटित कर दिया था. पिछले साल हुए विधानसभा चुनाव में शिवसेना-बीजेपी और एनसीपी के गठबंधन ने शानदार जीत दर्ज की थी. इसके बाद बनी सरकार में बीजेपी के देवेंद्र फडणवीस मुख्यमंत्री बने थे. इस सरकार में शिंदे और पवार को उपमुख्यमंत्री बनाया गया था. कहा यह भी जाता है कि मुख्यमंत्री के बाद उपमुख्यमंत्री पद पर बिठाए जाने से एकनाथ शिंदे खुश नहीं हैं.
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