पलक झपकते ही शूटर ढेर, ये हैं वे फुर्तीले कमांडो जिन्होंने बचाई ट्रंप की जान
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप पर पेनसिल्वेनिया के बटलर में चुनावी रैली के दौरान हमला हुआ है. जिसमें उन्हें कान के ऊपरी हिस्से में गोली लगी है. अमेरिकी की ‘सीक्रेट सर्विस’ ने बताया कि ट्रंप शनिवार को राष्ट्रपति चुनाव के लिए एक रैली को संबोधित कर रहे थे, इसी दौरान 6 बजकर 15 मिनट पर एक संदिग्ध हमलावर ने रैली स्थल के बाहर एक ऊंचे स्थान से मंच की ओर कई गोलियां चलाईं, जिसमें ट्रंप घायल हो गए.
हमले के दौरान सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों ने काफी फुर्तीली से मोर्चा संभाला और ट्रंप को चारों तरफ से घर लिया और तुरंत उन्हें वहां से सुरक्षित निकाल लिया.
ट्रंप ने गोलीबारी की घटना पर तत्काल प्रतिक्रिया के लिए सीक्रेट सर्विस और लॉ इन्फोर्समेंट को धन्यवाद दिया है.
पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप ने ट्रुथ सोशल पर एक पोस्ट किया. उन्होंने कहा, “मैं पेंसिल्वेनिया के बटलर में फायरिंग की घटना पर तत्काल प्रतिक्रिया के लिए यूएस सीक्रेट सर्विस और लॉ इन्फोर्समेंट को धन्यवाद देता हूं.
‘सीक्रेट सर्विस’ के प्रवक्ता एंथनी गुगेइल्मी ने एक बयान में कहा,‘‘ अमेरिकी सीक्रेट सर्विस के कर्मियों ने हमलावर को मार गिराया.
यूनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस का इतिहास
यूनाइटेड स्टेट्स सीक्रेट सर्विस या सीक्रेट सर्विस (USSS) होमलैंड सुरक्षा विभाग के तहत एक संघीय कानून प्रवर्तन एजेंसी है. जिसका लक्ष्य आपराधिक जांच करना और अमेरिकी राजनीतिक नेताओं, उनके परिवारों और राज्य या सरकार के प्रमुखों की सुरक्षा करना है.
इसकी स्थापना 1865 में व्यापक जालसाजी को रोकने के लिए ट्रेजरी विभाग में एक ब्यूरो के रूप में की गई थी. साल 1901 में राष्ट्रपति विलियम मैककिनले (President William McKinley) की हत्या बाद, कांग्रेस ने अमेरिकी राष्ट्रपतियों की सुरक्षा के लिए सीक्रेट सर्विस से अनुरोध किया था. साल 1902 में सीक्रेट सर्विस ने राष्ट्रपति की सुरक्षा की पूरी जिम्मेदारी संभाल ली थी.