IAS बनने के सपने ले दिल्ली आई थी श्रेया, लेकिन… पढ़िए ‘अफसर बिटिया’ की अधूरी कहानी
श्रेया आंखों में बड़े सपने लेकर दिल्ली आई थी श्रेया.
दिल्ली के राजेंद्र नगर के राव स्टडी सेंटर में शनिवार शाम को भारी बारिश के बाद हुए हादसे ने लोगों को हिला कर रख दिया है. इस हादसे में उत्तर प्रदेश के अंबेडकर नगर से आईएएस बनने के बड़े सपने लिए आईं श्रेया यादव की मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक श्रेया केवल 25 वर्ष की थीं, जो यहां आईएएस की तैयारी के लिए आई थीं और मेहनत और शिद्दत से अपनी पढ़ाई कर रही थीं. लेकिन शनिवार शाम को बारिश के बाद हुई घटना की वजह से बेसमेंट में जलभराव के बाद श्रेया की मौत हो गई.
श्रेया के परिवार के सपने भी रह गए अधूरे
इस घटना के साथ ही श्रेया के सारे सपने पानी में बह गए. केवल श्रेया ही नहीं बल्कि उसके परिजनों के लिए भी यह बेहद दुखद क्षण है. यहां केवल श्रेया के चाचा धर्मेंद्र यादव ही मौजूद थे और उसके पिता को इस बारे में जानकारी मिलते ही वह दिल्ली के लिए रवाना हो गए. श्रेया के शव का पोस्टमार्टम दिल्ली के राम मनोहर लोहिया अस्पताल में हुआ.
श्रेया के परिजनों का बुरा हाल
श्रेया की मौत की खबर सुनते ही उसके परिजनों का रो रो कर बुरा हाल हो गया है. श्रेया अकबरपुर थाना इलाके के हासिमपुर बरसावा के रहने वाला राजेंद्र यादव की सबसे बड़ी बेटी थी.
अप्रैल में आईएएस की तैयारी के लिए दिल्ली आई थी श्रेया
वह अप्रैल में ही आईएएस की तैयारी के लिए दिल्ली आई थीं लेकिन कल देर शाम दिल्ली के राजेंद्र नगर के राव स्टडी सेंटर में जलभराव के कारण हुए हादसे में उसकी मौत हो गई. दो भाई और बहनों में वह सबसे बड़ी थीं. श्रेया ने अपनी शुरुआती पढ़ाई अकबरपुर से ही की थी. इसके बाद उसने अपनी स्नातक की पढ़ाई सुल्तानपुर से की थी. वहीं से उसने एमएससी भी की और इसके बाद आईएएस की तैयारी के लिए वह दिल्ली आ गई. श्रेया के पिता राजेंद्र यादव की बसखारी बाजार में दूध डेरी की दुकान है जबकि मां गृहणी हैं. वहीं उनके दो भाई उनसे छोटे हैं जो पढाई कर रहे हैं. श्रेया के चाचा धर्मेंद्र यादव सपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता है.
ओल्ड राजेंद्र नगर में हुई थी घटना
दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर में शनिवार शाम को भारी बारिश के बाद एक इमारत की बेसमेंट में पानी भर जाने की वजह से यह हादसा हुआ था. इसमें तीन छात्रों की मौत हो गई थी. श्रेया के अलावा 28 वर्षीय नेविन डेलविन और 25 वर्षीय तानिया की भी इस हादसे में मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक जब बेसमेंट में पानी भरना शुरू हुआ था, उस वक्त वहां 30 छात्र मौजूद थे. अचानक बेसमेंट में पानी भरने लगा जिसके कारण फंसे हुए विद्यार्थियों को बाहर निकालने के लिए रस्सियों का इस्तेमाल करना पड़ा. लेकिन तीन छात्रा बेसमेंट में ही फंसे रह गए. करीब 8 घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया गया था. इस मामले में एफआईआर दर्ज की जा चुकी है और मालिक को हिरासत में ले लिया गया है.