"सत्ता में रहकर सट्टे का खेल": स्मृति ईरानी का छत्तीसगढ़ सीएम भूपेश बघेल पर हमला
खास बातें
- कांग्रेस के चुनाव प्रचार के लिए अवैध सट्टेबाजी का पैसा…स्मृति ईरानी
- असीम दास नाम के व्यक्ति से 5 करोड़ 30 लाख से ज्यादा पैसा बरामद
- महादेव एप के प्रोमोटर ने CM बघेल को 508 करोड़ रुपये रिश्वत दी- स्मृति
नई दिल्ली :
केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी (Smriti Irani) ने छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के चुनावी खर्चों को पूरा करने के लिए राज्य के मुख्यमंत्री बघेल (CM Bhupesh Baghel) द्वारा कथित तौर पर रिश्वत लिए जाने को लेकर उन पर निशाना साधा. उन्होंने कहा, “यह चौंकाने वाली बात है कि कांग्रेस के चुनाव प्रचार के लिए हवाला और अवैध सट्टेबाजी के माध्यम से प्राप्त अवैध धन का उपयोग किया गया. शुभम सोनी ने लिखित बयान में कहा कि अब तक महादेव एप के प्रोमोटर ने भूपेश बघेल को 508 करोड़ रुपये रिश्वत दी है.
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल पर हमला करते हुए स्मृति ईरानी ने कहा, “सत्ता में रहकर सट्टा का खेल छत्तीसगढ़ कांग्रेस नेतृत्व का चेहरा बन गया है. भूपेश बघेल के खिलाफ चौंकाने वाले तथ्य प्रकाश में आया है. असीम दास नाम के व्यक्ति से 5 करोड़ तीस लाख से ज्यादा पैसा बरामद हुआ है. स्मृति ईरानी के कांग्रेस से सवाल…
- क्या ये सत्य है कि असीम दास पैसा पहुंचाते थे? वायस मैसेज के माध्यम से आदेश दिया गया कि रायपुर जाए और भूपेश बघेल को चुनाव के खर्चे के लिए पैसे दें.
- क्या ये सत्य है कि दो नवंबर को असीम दास से पैसा बरामद हुआ?
- क्या ये सत्य है कि अलग-अलग बैंक अकाउंट से पंद्रह करोड़ पचास लाख फ्रीज किया गया.
स्मृति ईरानी ने कहा कि असीम दास ने कबूल किया है कि वो दुबई से आदेश अनुसार रायपुर आया और कांग्रेस के चुनावी खर्चो के लिए पैसा दिया. ये पैसा महादेव एप के अवैध बेटिंग का है. असीम दास ने कबूल किया कि शुभम सोनी महादेव एप के टंप मैनेजमेंट में शामिल है. ये तथ्य चौंकाने वाला है कि हवाला और जनता से लूटे हुए धन को कांग्रेस चुनाव में इस्तेमाल कर रही है. शुभम सोनी ने लिखित बयान में कहा कि अब तक महादेव एप के प्रोमोटर ने भूपेश बघेल को पांच सौ आठ करोड़ रुपये रिश्वत दी है.
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि महादेव ऑनलाइन बुक के प्रोमोटर कांग्रेस सरकार से संरक्षण चाहते थे, वो चंद्रभूषण नाम के अधिकारी के माध्यम से प्रोटेक्शन मनी भेजते थे. चंद्रमोहन वर्मा ने पैसठ करोड़ रुपये की रिश्वत महादेव एप के संरक्षण के लिए ली थी.
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