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रूस में विमान हादसे पर 'सॉरी', यूक्रेन से समझौता, अमेरिका से दोस्ती की चाहत… पुतिन के मन में क्या है?


नई दिल्ली:

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी हवाई क्षेत्र में हुई दुखद विमान दुर्घटना के लिए अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव से माफी मांगी. क्रिसमस के दिन कजाकिस्तान के अक्ताउ में अजरबैजान एयरलाइंस का विमान क्रैश हो गया था, जिसमें 38 लोगों की मौत हो गई थी. पुतिन की इस माफी को अप्रत्याशित बताया जा रहा है, ये इस बात की ओर भी इशारा कर रहा है कि ये हादसा रूस की गलती से हुआ है. हालांकि क्रेमलिन के बयान में सीधे तौर पर ये नहीं कहा गया कि रूस ने विमान को मार गिराया था. रूस के इस आधे हां और आधे ना से, और भी सस्पेंस पैदा हो गया है.

क्रेमलिन ने विमान हादसे को रूस के लिए एक ‘दुखद घटना’ बताया और दुर्घटना के पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की.

रूसी वायु रक्षा प्रणाली की वजह से हुआ हादसा

बयान में कहा गया कि विमान ने बार-बार ग्रोज़्नी एयरपोर्ट पर लैंडिंग की कोशिश की, उस समय ग्रोज़्नी, मोजदोक और व्लादिकावकाज पर यूक्रेनी ड्रोन से हमले किए जा रहे थे. रूसी वायु रक्षा प्रणाली उन हमलों को नाकाम कर रही थी. विशेषज्ञों ने बताया कि अजरबैजान एयरलाइंस के यात्री विमान को रूसी हवाई क्षेत्र में इसी तकनीकी हस्तक्षेप का सामना करना पड़ा. इसके कारण विमान हादसे का शिकार हो गया.

इससे पहले रूस और यूक्रेन ने इस विमान दुर्घटना के लिए एक-दूसरे को दोषी ठहराया. रूस के नागरिक उड्डयन प्राधिकरण के प्रमुख दिमित्री याद्रोव ने कहा कि उस समय यूक्रेनी सैन्य ड्रोन नागरिक बुनियादी ढांचे पर आतंकवादी हमले कर रहे थे. उन्होंने कहा कि जमीन पर विमान के उतरने के लिए दो असफल प्रयास भी किए गए. वहीं यूक्रेन ने इस हादसे में रूस की संलिप्तता का दावा करते हुए कहा कि अजरबैजान एयरलाइंस के विमान को मार गिराए जाने के लिए रूस को जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए.

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अपने निर्धारित मार्ग से सैकड़ों मील दूर उड़ गई थी अजरबैजान एयरलाइंस का विमान

अजरबैजान एयरलाइंस की उड़ान जे2-8243 अज़रबैजान से रूस के लिए अपने निर्धारित मार्ग से सैकड़ों मील दूर उड़ गई थी और कैस्पियन सागर के विपरीत तट पर दुर्घटनाग्रस्त हो गई. रूस के विमानन निगरानीकर्ता ने कहा कि ये एक आपात स्थिति थी जो पक्षी के टकराने के कारण हुई होगी, लेकिन एक विमानन विशेषज्ञ के अनुसार ये असंभव है. अधिकारियों ने तुरंत यह नहीं बताया कि विमान समुद्र पार क्यों गया था. लेकिन, यह दुर्घटना इस महीने यूक्रेनी ड्रोन हमलों के बाद हुई, जो दक्षिणी रूस के चेचन्या क्षेत्र में हुए थे. विमान के उड़ान मार्ग पर निकटतम रूसी हवाई अड्डा बुधवार सुबह बंद कर दिया गया था.

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अजरबैजान एयरलाइंस के उस विमान में 62 यात्री और चालक दल के पांच सदस्यों सहित 67 लोग सवार थे. उड़ान संख्या जे2-8243 वाला विमान कजाकिस्तान के अक्ताउ हवाई अड्डे के पास दुर्घटनाग्रस्त हो गया था. इस घटना में 28 लोग जीवित भी बचे थे. विमान में सवार यात्रियों में अजरबैजान के 37, रूस के 16, कजाकिस्तान के छह और किर्गिस्तान के तीन नागरिक शामिल थे.

सुधारना चाहते हैं अमेरिका के साथ संबंध – पुतिन

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के यूक्रेन से युद्ध और अमेरिका से रिश्तों को लेकर हाल के कई बयानों ने जानकारों को भी सोचने पर मजबूर कर दिया है. पुतिन ने कहा है कि वो अमेरिका के साथ संबंध सुधारना चाहते हैं. जबकि अमेरिका इस लड़ाई में खुलकर यूक्रेन का साथ दे रहा है. वो यूक्रेन को अपने हथियार और लड़ाकू विमान भी भेज रहा है. साथ ही पुतिन ने यूक्रेन के साथ युद्ध समाप्त करने के लिए बातचीत और समझौते की भी बात कही है.

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पुतिन का कहना है कि रूस की अमेरिका के साथ अपने संबंध सुधारने की इच्छा अभी खत्म नहीं हुई है. ये बयान खासा चौंकाने वाला है क्योंकि पिछले हफ्ते मॉक्को ने अपने नागरिकों को अमेरिका और अन्य पश्चिमी देशों की यात्रा न करने की चेतावनी दी थी. समाचार एजेंसी सिन्हुआ के अनुसार, पुतिन ने रविवार को एक इंटरव्यू में कहा, “अगर इच्छा हो तो सब कुछ किया जा सकता है. हमारी यह इच्छा (अमेरिका से संबंध सुधारने की) अभी खत्म नहीं हुई है.”

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रूसी राज्य के हितों के आधार पर किसी भी देश से संबंध बनाने को तैयार- पुतिन

रूसी समाचार एजेंसी तास के मुताबिक पुतिन से रूस और अमेरिका के बीच संबंधों को सामान्य बनाने की संभावना के बारे में सवाल पूछा गया था. पुतिन ने कहा कि रूस अन्य देशों के साथ संबंध बनाने के लिए तैयार है, बशर्ते कि ऐसी कोशिशों की वजह से रूसी हितों से समझौता न हो. उन्होंने कहा, “अगर हम किसी के साथ संबंध बनाते हैं, तो हम ऐसा केवल रूसी राज्य के हितों के आधार पर ऐसा करेंगे.”

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पुतिन ने 19वीं और 20वीं सदी का उदाहरण दिया और याद दिलाया कि 1853-1856 के क्रीमिया युद्ध के बाद, जब रूस पर कई प्रतिबंध लगाए गए थे, तब रूसी साम्राज्य के तत्कालीन विदेश मंत्री अलेक्जेंडर गोरचकोव ने एक पत्र भेजा था, जिसमें लिखा था, “रूस नाराज नहीं है. रूस ध्यान केंद्रित कर रहा है.”

पुतिन ने कहा, “धीरे-धीरे, जैसे-जैसे रूस ध्यान केंद्रित करता गया, उसे काले सागर में अपने सभी अधिकार वापस मिल गए, और वह मजबूत होता गया.” वहीं विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखारोवा के हवाले से आउटलेट ने बताया कि ‘अमेरिका-रूस संबंध टूटने के कगार पर हैं.’

यूक्रेन के साथ युद्ध समाप्त करने के लिए बातचीत और समझौता दोनों के लिए तैयार- रूस

वहीं रूसी राष्ट्रपति का ये भी मानना है कि यूक्रेन के साथ युद्ध समाप्त करने के लिए वो बातचीत और समझौता दोनों के लिए तैयार हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक गुरुवार को ‘वर्ष के अंत’ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में रूसी राष्ट्रपति ने यह बात कही. पुतिन की प्रेस कॉन्फ्रेंस करीब 4 घंटे तक चली और इस दौरान रूस की परमाणु पॉलिसी से लेकर सीरिया में सत्ता परिवर्तन तक पर उन्होंने बात की. कार्यक्रम का देश के मुख्य टीवी चैनलों पर सीधा प्रसारण किया गया था.

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ट्रंप के साथ बातचीत के लिए रूस का संभावित खुलेपन का संकेत

रूसी नेता ने यूक्रेन युद्ध को समाप्त करने के लिए समझौता करने की इच्छा व्यक्त की, हालांकि उन्होंने यह नहीं बताया कि इन समझौतों में क्या शामिल हो सकता है.

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पुतिन ने उल्लेख किया कि वो ‘बातचीत और समझौता दोनों के लिए तैयार हैं.’ उनका ये बयान अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ बातचीत के लिए संभावित खुलेपन का संकेत देता है. उन्होंने कहा, “राजनीति समझौता करने की कला है. हमने हमेशा कहा है कि हम बातचीत और समझौता दोनों के लिए तैयार हैं.”


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