ग्लोबल पीस ऑनर्स : मुंबई में श्री श्री रविशंकर को शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया
मुंबई:
मुंबई में हुए 26/11 के आतंकवादी हमलों के सामने शहर की दृढ़ता और बलिदानों की याद दिलाने वाली शाम को बारिश होने के बावजूद गेटवे ऑफ इंडिया तिरंगे से जगमगा उठा. मानवतावादी गुरुदेव श्री श्री रविशंकर को दुनिया भर में सेवा और सद्भाव की भावना से समुदायों को एक साथ लाने में उनके अथक योगदान के लिए शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया.
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आयोजन श्री श्री रविशंकर के स्वयंसेवकों और शिक्षकों की भावना और यह उनके कार्यों से प्रेरित था, जिन्होंने 26/11 के भयावह हमलों के बाद लाखों मुंबईकरों के दिल और दिमाग को पीड़ित करने वाले भावनात्मक और मानसिक घावों का सुखदायक उपचार किया.
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने श्री श्री रविशंकर को पुरस्कार प्रदान किया
यह पुरस्कार दिव्यजा फाउंडेशन द्वारा आयोजित ग्लोबल पीस ऑनर्स कार्यक्रम में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पुरस्कार प्रदान किया. कार्यक्रम में शाहरुख खान, शुबमन गिल, टाइगर श्रॉफ और सुखविंदर सिंह, अजीत पवार सहित कई प्रमुख फिल्म सितारों, क्रिकेटरों, राजनेताओं और अन्य हस्तियों ने भाग लिया.
महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने कहा, “गुरुदेव को यह पुरस्कार दिए जाने से इस पुरस्कार का मूल्य बढ़ गया है.”
मुंबई में 26 नवंबर 2008 को हुए आतंकी हमलों के बाद आर्ट ऑफ लिविंग के शिक्षक और स्वयंसेवक पूरे शहर में लोगों को तनाव और आघात से राहत दिलाने के लिए सत्र आयोजित करने में सबसे आगे रहे थे. उन्होंने ध्यान और श्वांस प्रक्रिया के शक्तिशाली अभ्यासों के जरिए सांत्वना के साथ लोगों के मन को शांत किया था.
26/11 के गुमनाम नायकों को श्रद्धांजलि
अमृता फडणवीस के नेतृत्व में दिव्याज फाउंडेशन ने गेटवे ऑफ इंडिया पर 26/11 के गुमनाम नायकों को श्रद्धांजलि देते हुए ‘वैश्विक शांति सम्मान’ कार्यक्रम आयोजित किया. फडणवीस ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किया, “आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई केवल एक सैन्य लड़ाई नहीं है, यह मुख्य रूप से पूरे समुदाय की एकजुट लड़ाई है.”
लोकप्रिय अभिनेता शरद केलकर ने कार्यक्रम की एंकरिंग की. पार्श्व गायक सुखविंदर सिंह ने गीतों के जरिए 26/11 के शहीदों को श्रद्धांजलि दी.
इससे पहले दिन में आर्ट ऑफ लिविंग ने महाराष्ट्र सरकार के साथ दो महत्वपूर्ण एमओयू पर हस्ताक्षर किए. इनमें टिकाऊ और स्वस्थ प्राकृतिक कृषि पद्धतियों को प्रोत्साहित करके किसानों के जीवन में समृद्धि लाने, महाराष्ट्र को सूखा मुक्त बनाने का संकल्प है.