फरवरी में गर्मी ने तोड़ा 125 सालों का रिकॉर्ड, IMD की भविष्यवाणी क्यों डरा रही, पढ़ें हर बात

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गर्मी को लेकर IMD की चेतावनी सुनिए
IMD के सीनियर वैज्ञानिक डीएस पाई ने मार्च से मई तक यूपी, बिहार, झारखंड, बंगाल,राजस्थान, गुजरात, हरियाणा, पंजाब, एमपी, महाराष्ट्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, तेलंगाना और उत्तरी कर्नाटक में सामान्य से ज्यादा गर्मी पड़ने का अनुमान जताया है. उन्होंने कहा कि मार्च में प्रायद्वीपीय भारत के कुछ सुदूर दक्षिणी भागों को छोड़कर देश के अधिकांश हिस्सों में मासिक अधिकतम तापमान सामान्य से अधिक रहने की संभावना है. IMD के सीनियर वैज्ञानिक ने दक्षिण प्रायद्वीपीय क्षेत्र में अधिकतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है.

गेहूं की सफल पर गर्मी का क्या होगा असर?
मार्च का अधिक गर्म रहने का अनुमान इसलिए लगाया गया है क्योंकि देश में 1901 के बाद सबसे गर्म फरवरी रही. इस दौरान औसत तापमान 22.04 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य 20.70 डिग्री से 1.34 डिग्री अधिक था. रबी फसल पर गर्म मौसम के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर IMD के सीनियर वैज्ञानिक ने कहा कि कृषि मंत्रालय के विशेषज्ञों के साथ उनकी चर्चा के मुताबिक, देश में उगाए जाने वाले लगभग 60 प्रतिशत गेहूं की किस्म गर्मी प्रतिरोधी है.