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चलने में दिक्कत, ऐंग्जायटी, विजन लॉस… घर लौटने पर सुनीता और बुच को हो सकती हैं ये बड़ी परेशानियां


वॉशिंगटन:

भारतीय मूल की अमेरिकी अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स (Sunita Williams, Butch Wilmore Leave For Earth)अपने साथी बुच विल्मोर के साथ मंगलवार की शाम धरती पर लौटेंगी. स्पेस स्टेशन से वह घर के लिए निकल चुकी हैं. सुनीता और बुच ने 286 दिन अंतरिक्ष में बिताए हैं.  इतना लंबा समय अंतरिक्ष में बिताकर धरती पर वापसी करने पर उनकी लाइफ आसान नहीं होगी. दोनों को ही कई तरह की शारीरिक चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है या यूं कहें कि कई तरह की परेशानियां झेलनी पड़ सकती हैं.

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सुनीता और बुच को बैलेंस बनाने में दिक्कत, चलने में परेशानी, विजन लॉस, हड्डियों और मासपेशियों में नुकसान और हृदय संबंधी जोखिम उठाने पड़ सकते हैं. यहां तक कि अकेले रहने की वजह से साइकोलॉजिकल परेशानी भी उनको हो सकती है.

चलने में परेशानी 

अंतरिक्ष से धरती पर लौटने के बाद सुनीता और बुच को चलने में परेशानी हो सकती है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक दोनों को बेबी फुट जैसा महसूस हो सकता है. इसका मतलब ये है कि इनके पैरों के तलवों की मोटी स्किन लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने की वजह से नरम हो सकती है या छिल सकती है. दोनों के पैर बच्चों की तरह काफी संवेदनशील हो सकते हैं. NASA के पूर्व अंतरिक्ष यात्री लेरॉय चियाओ के मुताबिक, एस्ट्रोनॉट जैसे-जैसे स्पेस में हल्कापन महसूस करते हैं, उनके पैरों पर मौजूद कॉलस गायब होने लगते हैं. उनकी स्किन की मोटी परत खोने लगती है. स्पेस में लंबे समय तक रहने की वजह से दोनों को मसल एट्रोफी फील हो सकती है. 

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हड्डियों और मासपेशियों संबंधी दिक्कत

सुनीता और बुच को हड्डियां और मासपेशियों संबंध दिक्कत हो सकती है. एक स्टडी के मुताबिक, स्पेस में एस्ट्रोनोट का बोन मास हर महीने एक प्रतिशत कम हो सकता है. इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि सुनीता और बुच का बोन मास का नौ प्रतिशत कम हो गया होगा. इस वह से दोनों की हड्डियां कमजोर हो गई होंगी. इस वजह से उनको फ्रैक्चर होने का खतरा ज्यादा बढ़ गया है. 

बैलेंस बनाने में परेशानी

सेंट्रल फ्लोरिडा विश्वविद्यालय में एयरोस्पेस मेडिसिन के वाइस चेयरमैन इमैनुएल उर्कीटा के मुताबिक, सुनीता और बुच को अंतरिक्ष से लौटने के बाद धरती पर बैलेंस बनाने में परेशानी आ सकती है. दोनों ही स्पेस में माइक्रोग्रैविटी में रह रहे थे. इस दौरान मांसपेशियां, खासकर पीठ के निचले हिस्से और पैरों की मासपेशियां शक्तिहीन हो जाती हैं. दरअसल इस दौरान इनका इस्तेमाल शरीर के वजन को सहारा देने के लिए नहीं किया गया. इसी वजह से रीढ़, कूल्हे और पैरों की हड्डियों में मिनरल की कमी हो सकती है. धरती पर वापस लौटने पर इनको खड़े होने, चलने या बैलेंस बनाने में परेशानी हो सकती है. 

इम्यून सिस्टम कमजोर

9 महीने तक स्पेस में रहने की वजह से सुनीता और बुच का इम्यून सिस्टम कमजोर हो सकता है. इससे बीमार होने का खतरा ज्यादा बढ़ जाता है. सुनीता और बुच की भी प्रतिरक्षा प्रणाली कमजोर हो सकती है, जिससे बीमार होने का खतरा ज्यादा है. 

मानसिक परेशानी

सनीता और बुच को 9 महीने तक अंतरिक्ष में रहने की वजह से धरती पर लौटकर मानसिक परेशानी झेलनी पड़ सकती है. दरअसल दोनों स्पेस में अलग-थलग रहे हैं, उनको धरती पर फिर से एडजस्ट होना पड़ेगा. इससे दोनों को ऐंग्जायटी, भ्रम, टेंशन महसूस हो सकती है.

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आंखों से जुड़ी पेरशानी

सुनीता और बुच को स्पेस से धरती पर लौटने के बाद आंखों से जुड़ी परेशानी झेलनी पड़ सकती है. कुछ स्पेस एक्सपर्ट्स के मुताबिक, दोनों एस्ट्रोनोट ‘स्पेसफ्लाइट एसोसिएटेड न्यूरो-ऑकुलर सिंड्रोम’ नाम की बीमारी से जूझ सकते हैं. इस दौरान दिमाग में तरल पदार्थ की मात्रा बढ़ जाती है, जिसकी वजह से विजन लॉस और दिमाग की सूजन हो सकती है.  

हृदय संबंधी परेशानी

सुनीता और बुच को लंबे समय तक अंतरिक्ष में रहने की वजह से हृदय संबंधी जोखिम भी हो सकते हैं. जानकारी के मुताबिक, बहुत ही कम ग्रैविटी में हृदय का आकार अंडाकार से बदलकर गोल गेंद की तरह हो जाता है. इसकी वजह से उनके लिए दिल संबंधी जोखिम भी बढ़ सकते हैं.  धरती पर उतरने के बाद अंतरिक्ष यात्रियों को चक्कर आ सकते हैं और वह बेहोश भी हो सकते हैं. इस परेशानी को ऑर्थोस्टेटिक हाइपोटेंशन कहा जाता है. इसमें खड़े होते ही ब्लड प्रेशर अचानक कम हो जाता है.

बैलेंस टंग की दिक्कत

सुनीता और बुच को ‘वेटलैस टंग’ की परेशानी से जूझना पड़ सकता है. इस बीमारी में ऐसा लगता है कि जीभ हल्की हो गई है. इसकी वजह से उनको बोलने में दिक्कत हो सकती है. न्यूज एजेंसी PTI की एक रिपोर्ट के मुताबिक, कनाडाई एस्ट्रोनोट क्रिस हैडफील्ड ने बताया कि साल 2013 में स्पेस स्टेशन से लौटने पर उनको वेटलैस टंग का अनुभव हुआ लैंडिंग के बाद उनको अपने होठों और जीभ का वजन फील हो रहा था.

9 महीने बाद अंतरिक्ष से लौट रहे NASA के अंतरिक्ष यात्री

सुनीता और बुच विल्मोर धरती पर वापसी करने वाले हैं. नासा के मुताबिक, सुनीता विलियम्स और तीन अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर आने वाला स्पेस क्राफ्ट कुछ ही घंटों में ISS से अलग होगा और अमेरिकी समय के मुताबिक, मंगलवार शाम 5:57 बजे और भारतीय समय के मुताबिक, बुधवार तड़के करीब 3 बजे फ्लोरिडा के समुद्र में उतरेगा. इस बीच सवाल ये है कि सुनीता और बुच को धरती पर लौटने के बाद क्या-क्या शारीरिक और मानसिक परेशानियां झेलनी पड़ेंगी. 
 

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