सुनीता विलियम्स की धरती पर हुई सफल वापसी, समुद्र में डॉल्फिन्स ने किया वेलकम

समुद्र में डॉल्फिन्स के झुंड ने भी किया सुनीता विलियम्स का स्वागत
भारतीय मूल की अंतरिक्ष यात्री सुनीता विलियम्स अब धरती पर वापस लौट आई हैं. सुनीता विलियम्स के साथ बुच विल्मोर की भी वापसी हुई है. सुनीला विलियम्स और बुच विल्मोर के ड्रैगन कैप्सूल ने भारतीय समयानुसार तड़के साढ़े तीन बजे के करीब फ्लोरिडा के समुद्री तट पर सफल लैंडिंग की. जिस समय ये ड्रैगन कैप्सूल समुद्र में लैंड हुआ उस समय का नजारा भी देखने वाला था. बीच समुद्र में ड्रैगन कैप्सूल के लैंड होते ही NASA का दल स्पीड बोट्स की मदद से उस कैप्सूल तक पहुंचे. जब NASA का दल ड्रैगन कैप्सूल के पास पहुंचा तो उस दौरान समुद्र में डॉल्फिन का एक झुंड भी सुनीता विलियम्स के स्वागत में वहां मौजूद था. खास बात ये रही कि डॉल्फिन्स का झुंड ड्रैगन कैप्सूल के आसपास ही काफी देर तर घूमता रहा है, ऐसा लगा कि ये डॉल्फिन्स भी समुद्र से बार-बार बाहर निकलकर क्रू-9 के तमाम सदस्यों का स्वागत कर रहा है.
जब डॉल्फिन्स ने किया सुनीता विलियम्स का स्वागत
डॉलफिन्स ने किया सुनीता विलियम्स का स्वागत
नासा के मिशन में तकनीकी खराबी के कारण 9 महीने 13 दिन अंतरिक्ष में फंसे रहने के बाद सुनीता विलियम्स धरती पर लौट आई हैं. वापसी पर उनके कैप्सूल का समुद्र में डॉल्फिन के झुंड ने स्वागत किया, देखिए वीडियो.#sunitawilliamsreturn |… pic.twitter.com/FpE3JLfSfI
— The HindkeshariIndia (@ndtvindia) March 19, 2025
कैसे हुई धरती पर वापसी, पढ़ें कब क्या-क्या हुआ
- 2.38 AM: ड्रैगन कैप्सूल से ट्रंक सफलता के साथ अलग हो गया. इसके साथ सबसे मुश्किल 46 मिनट शुरू हो गए. चारों अंतरिक्षयात्री अब धरती में ओर बढ़ने ही वाले हैं.
- 2.50 AM: वह पल शुरू हुआ जब पूरा कैप्सूल आग के गोले में बदल गया. धरती के वातावरण में घर्षण के कारण 3500 फारेनहाइट तक कैप्सूल तप जाता है. इसका मतलब है कि तापमान इतना बढ़ जाता है कि लोहा भी पानी हो जाए. लेकिन कैप्सूल में लगीं विशेष धातुएं कैप्सूल को गर्मी से बचाती हैं. आगे केे सबसे मुश्किल मिनटों में कैप्सूल का सिग्नल भी टूट जाता है. नासा के मुताबिक यह समय करीब सात से 10 मिनट तक का रहता है.
- 2.54 AM: नासा के कमेंटेटर बता रहे थे कि कैप्सूल जब धरती से करीब 18 हजार फीट नजदीक आएगा तो इसकी रफ्तार 350 मील (करीब 500 किलोमीटर) के करीब हो जाएगी.
- 2.56 AM: नासा के सभी साइंटिस्ट की नजरें स्क्रीन पर टिकी हुई थी. धड़कनें बढ़ाने वाला पल शुरू हो गया.
- 3.19 AM: ब्लैकआउट फेज जारी. आग के गोला जैसा दिखाई दे रहा ड्रैगन फ्रीडम कैप्सूल. हीट शीट सभी यात्रियों को सुरक्षित रखती हैं. इस दौरान ग्राउंड से सभी कम्यूनिकेशन हट जाता है.
- 3.24 AM: सुनीता विलियम्स समेत अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर आ रहा ड्रैगन कैप्सूल वायुमंडल पार कर गया है. पैराशूट खुल गया है. इससे यान की गति कम होगी.
- 3.27 AM: पैराशूट के साथ ड्रैगन कैप्सूल फ्लोरिडा तट से लगे समंदर में उतरा.
- 3.28 AM: सुनीता विलियम्स धरती पर लौट आई हैं हैं. उनका ड्रैगन कैप्सूल समंदर में सुरक्षित उतर गया है. ये ऐतिहासिक पल था.
10 दिन का मिशन 9 महीने के इंतजार में बदला
आपको बता दें कि सुनीता विलियम्स और बुच विल्मोर, यह दोनों ही अंतरिक्ष यात्री पिछले साल 5 जून को बोइंग के स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान की पहली चालक दल परीक्षण उड़ान (क्रू टेस्ट फ्लाइट) पर बैठकर इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए उड़ान भरी थी. वैसे तो मिशन केवल 10 दिन का था लेकिन स्टारलाइनर अंतरिक्ष यान में तकनीकी खराबी आने की वजह से दोनों धरती पर वापस नहीं आ सके.
कोशिशें कई बार हुईं. आखिरकार दोनों स्पेस स्टेशन पर ही काम पर लग गए. अब यह जोड़ी दो अन्य अंतरिक्ष यात्रियों के साथ वापस आ रही है. इन चारों को धरती पर वापस लाने और उनकी जगह स्पेस स्टेशन पर रिप्लेसमेंट के तौर पर चार अन्य अंतरिक्ष यात्रियों को भेजने के लिए नासा ने SpaceX के साथ मिलकर क्रू 10 मिशन भेजा. इसके यान, ड्रैगन ने 4 अंतरिक्ष यात्रियों को पहले स्पेस स्टेशन तक पहुंचाया और अब सुनीता विलियम्स समेत 4 अंतरिक्ष यात्रियों को लेकर धरती पर वापस आ रहा.