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अगले साल भारत में टेस्ला की हो सकती है एंट्री, इलेक्ट्रिक कारों के लिए डील फाइनल स्टेज पर : रिपोर्ट

इसी साल जून में टेस्ला के CEO एलन मस्क ने भारत में बड़े इन्वेस्टमेंट की बात कही थी.

खास बातें

  • टेस्ला प्लांट के लिए 2 बिलियन डॉलर का करेगी निवेश
  • भारत के कुल व्हीकल में EVs की संख्या सिर्फ 1.3%
  • EV इंफ्रा को भी डेवलप करने पर भी दिया जा रहा जोर

नई दिल्ली:

इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) बनाने वाली एलन मस्क (Elon Musk) की कंपनी टेस्ला इंक (Tesla Inc) की अगले साल भारत में एंट्री हो सकती है. भारत के साथ टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग फैक्ट्री कॉन्ट्रैक्ट की डील आखिरी फेज में है. ब्लूमबर्ग ने अपनी एक रिपोर्ट में इसकी जानकारी दी है. इस समझौते के बाद टेस्ला अगले साल से भारत में इलेक्ट्रिक कार मैन्युफैक्चरिंग (Electric Car Manufacturing) के लिए फैक्ट्री लगा सकेगा.

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ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, मामले से जुड़े लोगों ने बताया कि अगले साल जनवरी में ‘वाइब्रेंट गुजरात समिट’ (Vibrant Gujarat Global Summit)में इसका ऐलान हो सकता है. फैक्ट्री सेटअप के लिए गुजरात के साथ-साथ महाराष्ट्र और तमिलनाडु के नाम पर चर्चा चल रही है. क्योंकि इन राज्यों में इलेक्ट्रिक व्हीकल्स और एक्सपोर्ट के लिए अच्छा इकोसिस्टम है. वहीं, बीते दिनों एलन मस्क ने भी कहा था कि वो अगले साल भारत आने का प्लान कर रहे हैं. 

रिपोर्ट के मुताबिक, टेस्ला प्लांट सेटअप करने के लिए 2 बिलियन डॉलर (करीब 16,000 करोड़) के शुरुआती इन्वेस्टमेंट पर सहमति जता सकती है. साथ ही भारतीय कंपनियों से करीब 15 बिलियन डॉलर (1.2 लाख करोड़) के ऑटो पार्ट्स खरीदने का टारगेट रखा जा सकता है. कंपनी कुछ बैटरियों का निर्माण भारत में करेगी, ताकि लागत को कम किया जा सके. जानकारों ने बताया कि अभी अंतिम फैसला नहीं लिया गया है. योजनाओं में कुछ बदलाव भी हो सकते हैं.

 मस्क का 2024 में भारत आने का है प्लान 

इसी साल जून में टेस्ला के CEO एलन मस्क ने भारत में बड़े इन्वेस्टमेंट की बात कही थी. उन्होंने 2024 में भारत आने की बात भी दोहराई थी. फिलहाल भारत के भारी उद्योग मंत्रालय ने मामले पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है.

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भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा व्हीकल मार्केट

भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा व्हीकल मार्केट है. फिलहाल EV मार्केट ने उतनी तेजी नहीं पकड़ी है, ब्लूमबर्ग NEF के मुताबिक कुल व्हीकल में EVs की संख्या सिर्फ 1.3% है. इलेक्ट्रिक व्हीकल्स की ऊंची कीमत और चार्जिंग स्टेशन की कमी बड़ी रुकावट बन रही हैं. हालांकि, EV इंफ्रा को डेवलप करने की तेज कोशिशें हो रही हैं.

मस्क ने की थी ज्यादा इंपोर्ट टैक्स की आलोचना

रिपोर्ट के मुताबिक, एलन मस्क ने इलेक्ट्रिक व्हीकल (EV) पॉलिसी और बहुत ज्यादा इंपोर्ट टैक्स के लिए भारत की आलोचना की थी. इसके चलते टेस्ला बाहर से लाकर कार भारत में नहीं बेच पा रहा है. जवाब में भारत ने टेस्ला और मस्क को चीन से कार लाकर ना बेचने की सलाह देते हुए लोकल मैन्युफैक्चरिंग पर जोर दिया था. भारत अब उन इंटरनेशनल EV मैन्युफैक्चरर्स के लिए इंपोर्ट टैक्स कम करने की योजना बना रहा है, जो भविष्य में भारत में उत्पादन की योजना रखते हैं.

पीयूष गोयल ने टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग फैसेलिटी का किया था दौरा

हाल ही में कॉमर्स एंड इंडस्ट्री मंत्री पीयूष गोयल ने कैलिफोर्निया में टेस्ला की मैन्युफैक्चरिंग फैसेलिटी का दौरा किया था. हालांकि, इस दौरान वहां एलन मस्क मौजूद नहीं थे. 

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