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काम के बोझ ने ले ली लड़की की जान, मामले की जांच में जुटी केंद्र सरकार; मां ने लेटर लिख बताई आपबीती

दुनिया का हर शख्स अपनी पसंद की नौकरी करने के लिए क्या कुछ नहीं करता. अपनी मनपंसद नौकरी पाने के लिए हर इंसान जी-तोड़ मेहनत करता है. काफी जद्होजह्द और मशक्कत के बाद इंसान बड़ी मुश्किल से दूसरों से आगे निकलकर किसी तरह नौकरी पाता है. लेकिन आलीशान ऑफिस की चारदीवारी के अंदर की दुनिया का काला सच कुछ और ही है. जो इंसान को तब पता चलता है जब वो वहां पहुंच जाता है. चमचमाते ऑफिस का काम बोझ कई बार इंसान की जान ले लेता है. कुछ ऐसा ही हुआ यूके की प्रोफेशनल सर्विस प्रोवाइडर कंपनी अर्न्स्ट एंड यंग (Ernst & Young India) यानी EY में काम करने वाली एक लड़की के साथ भी. दरअसल टॉक्सिक वर्क कल्चर और वर्क लोड में आकर लड़की की मौत हो गई. बच्ची की मौत का सदमा झेल रही उसकी मां ने कंपनी के नाम लेटर लिखा है, जिसे पढ़ हर किसी की आंखे नम हो जाएगी.

टॉक्सिक वर्क कल्चर और वर्क लोड में आकर लड़की की मौत हो गई. बच्ची की मौत का सदमा झेल रही उसकी मां ने कंपनी के नाम लेटर लिखा है, जिसे पढ़ हर किसी की आंखे नम हो जाएगी.

अब इस मामले में केंद्रीय श्रम मंत्रालय ने कहा है कि उसने शिकायत दर्ज कर ली है और एना सेबेस्टियन पेरायिल की मौत के कारणों की जांच की जाएगी. श्रम राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा,”एना सेबेस्टियन पेरायिल की दुखद मौत से बहुत दुखी हूं. असुरक्षित और टॉक्सिक वर्क कल्चर के आरोपों की गहन जांच चल रही है. हम न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और श्रम मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर शिकायत को अपने हाथ में ले लिया है.” शोभा करंदलाजे भाजपा नेता राजीव चंद्रशेखर की एक पोस्ट का जवाब दे रही थीं, जिन्होंने एना की मौत को “बहुत दुखद और परेशान करने वाला” बताया था. जिन्होंने अर्न्स्ट एंड यंग इंडिया में शोषणकारी कार्य वातावरण के उनके परिवार के आरोपों की जांच की मांग की थी.

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श्रम राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा,”एना सेबेस्टियन पेरायिल की दुखद मौत से बहुत दुखी हूं. असुरक्षित और टॉक्सिक वर्क कल्चर के आरोपों की गहन जांच चल रही है. हम न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं और श्रम मंत्रालय ने आधिकारिक तौर पर शिकायत का संज्ञान लिया है.”

लेटर में दिखा मां का दर्द

लड़की की मां अनिता ऑग्सटीन ने Ernst & Young India के चेयरमैन राजीव मेमानी को एक लेटर लिखा है. इसमें उन्होंने दावा किया कि उनकी 26 साल की बेटी से ऑफिस में इतना काम कराया जाता था कि इससे उसकी हेल्थ खराब हो गई. कंपनी ज्वॉइन करने के 4 महीने के अंदर उसकी मौत हो गई. यहां तक कि बेटी के अंतिम संस्कार में उसके ऑफिस से कोई शामिल तक नहीं हुआ. लड़की की मां ने लिखा, “मैं यह पत्र एक दुखी मां के रूप में लिख रही हूं जिसने अपने प्यारे बच्चे, एना सेबेस्टियन पेरायिल को खो दिया है. मेरा दिल भारी है, और मेरी आत्मा इन शब्दों को लिखते समय बिखर गई है, लेकिन मेरा मानना ​​है कि हमारी कहानी को इस उम्मीद में साझा करना ज़रूरी है कि किसी और परिवार को वह दर्द न सहना पड़े जिससे हम गुज़र रहे हैं.”  मां ने आगे लिखा कि एना एक बेहतरीन छात्रा थी, जिसने स्कूल और कॉलेज में टॉप किया और कठिन चार्टर्ड अकाउंटेंसी परीक्षा को डिस्टिंक्शन के साथ पास किया. EY उसकी पहली नौकरी थी, और वह इतनी प्रतिष्ठित कंपनी का हिस्सा बनकर रोमांचित थी. लेकिन चार महीने बाद, 20 जुलाई, 2024 को, जब मुझे एना की मौत की खबर मिली तो मेरी दुनिया उजड़ गई. वह सिर्फ़ 26 साल की थी.

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लड़की की मां अनिता ऑग्सटीन ने Ernst & Young India के चेयरमैन राजीव मेमानी को एक लेटर लिखा है. इसमें उन्होंने दावा किया कि उनकी 26 साल की बेटी से ऑफिस में इतना काम कराया जाता था कि इससे उसकी हेल्थ खराब हो गई. कंपनी ज्वॉइन करने के 4 महीने के अंदर उसकी मौत हो गई.

लड़की की मौत पर क्या बोलीं कंपनी

अर्न्स्ट एंड यंग (ईवाई) ने अपनी युवा कर्मचारी एना सेबेस्टियन के निधन पर बयान जारी कर दुख जताया. कथित रूप से काम के अत्यधिक दबाव के कारण 26 वर्षीय चार्टर्ड अकाउंटेंट (सीए) की मृत्यु की बात कही गई है. यह खबर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और इसने काम से संबंधित तनाव को फिर चर्चा में ला दिया है. ईवाई ने कहा, “जुलाई, 2024 में एना सेबेस्टियन के दुखद और असामयिक निधन से हम बहुत दुखी हैं.” कंपनी ने कहा, एना के निधन के बाद से ही ईवाई उनके परिवार के संपर्क में है और उनकी मदद कर रही है. जुलाई में एना की मृत्यु होने के बाद अब उनके परिवार ने कंपनी को पत्र लिखकर ‘काम के अत्यधिक दबाव’ के बारे में शिकायत की है.

ईवाई ने कहा कि वह देशभर में अपने कार्यालयों में सुधार जारी रखेगी तथा स्वस्थ कार्यस्थल उपलब्ध कराएगी. एना सेबेस्टियन पेरायिल ने 2023 में अपनी सीए परीक्षा पास की थी. मृत्यु से पहले पहले चार महीने तक वह ईवाई पुणे कार्यालय में काम कर रही थीं. उनकी मां ने इसी महीने ईवाई इंडिया के चेयरमैन राजीव मेमानी को पत्र लिखकर कंपनी में अत्यधिक काम के ‘महिमामंडन’ पर चिंता जताई. ईवाई ने बयान में कहा, “एना 18 मार्च, 2024 को कंपनी में शामिल हुई थीं. वह चार महीने की संक्षिप्त अवधि के लिए पुणे में ईवाई ग्लोबल की सदस्य फर्म एस आर बटलीबॉय की ऑडिट टीम का हिस्सा थीं. उनके होनहार करियर का इस दुखद तरीके से समाप्त हो जाना हम सभी के लिए एक अपूरणीय क्षति है.” कंपनी ने कहा कि हालांकि कोई भी उपाय परिवार को हुए नुकसान की भरपाई नहीं कर सकता, फिर भी कंपनी ने सभी प्रकार की सहायता प्रदान की है तथा आगे भी प्रदान करती रहेगी.

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