दुनिया
बलूचिस्तान का वह नासूर, जिससे बिलबिला रहा पाकिस्तान
भारत अंतरराष्ट्रीय मंचों पर बलूचिस्तान में मानवाधिकारों के उल्लंघन के मुद्दे को उठाता रहा है. भारत ने कई बलूच नेताओं की हत्या के खिलाफ भी आवाज उठाया था. भारत पाकिस्तान पर बलूचिस्तान में मानवाधिकारों का सम्मान करने और वहां के लोगों के साथ न्याय करने के लिए दबाव डालता रहा है. हालांकि बलूचिस्तान को लेकर भारत की नीति संतुलित और सावधानी पूर्वक रही है. पीएम मोदी के सत्ता में आने के बाद उन्होंने कई बार बड़े मंचों से भी बलूचिस्तान की मांग को उठाया है.
बलूचिस्तान को लेकर पाकिस्तान की क्या रही है नीति?
बलूचिस्तान में खनिज संपदा और प्राकृतिक गैस जैसे समृद्ध संसाधन हैं. पाकिस्तान इन संसाधनों का दोहन करके अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत करना चाहता है. पाकिस्तान बलूचिस्तान को पाकिस्तान का एक अभिन्न अंग मानता रहा है. वो किसी भी तरह के बाहरी हस्तक्षेप को इस क्षेत्र में रोकना चाहता है. पाकिस्तान को डर है कि भारत और अफगानिस्तान जैसे देश बलूच आंदोलन को समर्थन दे रहे हैं और बलूचिस्तान को अस्थिर करने की कोशिश कर रहे हैं.