यूपी के स्वास्थ्य केंद्र का हाल: हादसे में घायल हुए लोगों का मोबाइल फोन की रोशनी में इलाज!
लखनऊ:
उत्तर प्रदेश के कानपुर देहात में एक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने गुरुवार को बिजली कटौती के दौरान अपने मोबाइल फोन की फ्लैशलाइट में सड़क दुर्घटना के पीड़ितों का इलाज किया, जबकि स्वास्थ्य केंद्र में दो बड़े जनरेटर उपलब्ध थे. सिकंदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का वीडियो वायरल हो गया है जिसमें बिजली जाने के बाद डॉक्टर मरीजों को देख रहे हैं और मेडिकल स्टाफ रोशनी के लिए मोबाइल फोन पकड़े हुए हैं.
सूत्रों ने बताया कि स्वास्थ्य केंद्र में दो जनरेटर काम कर रहे थे, लेकिन उनका इस्तेमाल नहीं किया गया, जिसके कारण डॉक्टरों को अपर्याप्त रोशनी में लोगों का इलाज करना पड़ा.
सूत्रों ने बताया कि यह मरीज सिकंदरा में हुए भीषण सड़क हादसे में घायल हुए थे. इस हादसे में दो मजदूरों की मौत हो गई थी और 13 लोग घायल हो गए थे.
कानपुर देहात के मुख्य चिकित्सा अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने बताया कि, इस बात की जांच शुरू कर दी गई है कि जनरेटर और इन्वर्टर सिस्टम का इस्तेमाल क्यों नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि, “सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में आपातकालीन, प्रसव और ओपीडी (बाह्य रोगी विभाग) कक्षों में दो जनरेटर और एक इन्वर्टर सिस्टम है. मैंने वहां एक डॉक्टर से बात की. उन्होंने दावा किया कि इन्वर्टर ने कुछ समय के लिए काम करना बंद कर दिया था और बाद में उसे ठीक कर दिया गया… वहां सभी (पावर बैकअप) सुविधाएं हैं…”
सिंह ने यह भी कहा कि सिकंदरा में बिजली लाइनों की मरम्मत का काम चल रहा है, जिसके कारण कुछ-कुछ घंटों के अंतराल से बिजली सप्लाई बंद होने की संभावना है.