दिल्ली: गाजीपुर ‘लैंडफिल’ में लगी आग पर अबतक नहीं पाया गया काबू, लोगों का सांस लेना हुआ मुश्किल

Ghazipur Landfill Fire: पूर्वी दिल्ली में गाजीपुर ‘लैंडफिल साइट’ (कचरा एकत्र करने की जगह) पर भीषण आग लगने के कुछ घंटों बाद भी सोमवार को वहां से धुएं का घना गुबार उठ रहा है. दिल्ली अग्निशमन सेवा (डीएफएस) के अनुसार, कचरे के विशाल पहाड़ से उत्पन्न गैसों के कारण रविवार शाम ‘लैंडफिल’ में भीषण आग लग गई. ‘लैंडफिल’ के करीब रहने वाले कई लोगों ने गले में दिक्कत और सांस लेने में परेशानी होने की शिकायत की है.
आग बुझाने का काम जारी: डीएफएस
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आग लगने के बाद तुरंत ही इसकी जानकारी पुलिस और दमकल विभाग को दी गई. सूचना पर मौके पर दमकल की 8 गाड़ियां पहुंची थी. डीएफएस ने कहा, ‘‘हमारी टीम वहां हैं और आग को पूरी तरह से बुझाने का काम कर रही हैं. आग लगने की सूचना रविवार शाम पांच बजकर 22 मिनट पर मिली. शुरुआत में हमने दो दमकल गाड़ियां भेजी थीं, लेकिन बाद में आठ दमकल गाड़ियों को काम पर लगाया गया.”
आप पर बीजेपी ने साधा निशाना
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने दिल्ली सरकार पर गाजीपुर लैंडफिल साइट को लेकर निशाना साधा है. बीजेपी ने आरोप लगाया कि AAP सरकार ने पिछले साल 31 दिसंबर तक गाजीपुर लैंडफिल साइट को खाली कराने का वादा किया था. हालांकि, अब तक सरकार अपना वादा पूरा नहीं कर सकी है. दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि लैंडफिल साइट पर आग लगने के परिणामस्वरूप पूरे क्षेत्र में धुआं फैल गया है, जिससे स्थानीय निवासियों और व्यवसायों को असुविधा हो रही है.
आग लगने की खबर आने के बाद दिल्ली की महापौर शैली ओबेरॉय ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट कर कहा था कि आग गाजीपुर लैंडफिल साइट के एक छोटे से हिस्से में लगी. निर्देशों के अनुसार, सभी अधिकारी मौके पर मौजूद हैं और सब कुछ नियंत्रण में है. वहीं घटनास्थल पर मौजूद रहे उपमहापौर आले इकबाल ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट कर कहा था, “गाजीपुर लैंडफिल साइट पर आग लगने की घटना सामने आने के बाद, (मैंने) स्थल का निरीक्षण किया. (मैंने) अधिकारियों को आग पर जल्द काबू पाने के निर्देश दिए। गर्म और शुष्क मौसम के कारण आग लगी.
दरअसल दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2022 के एमसीडी चुनाव में वादा किया था कि 31 दिसंबर, 2023 के पहले इस लैंडफिल साइट को खाली करा लिया जाएगा. हालांकि, कचरा हटाने के बजाय यहां और अधिक कचरा डाल दिया गया.
बता दें साल 2019 में गाजीपुर लैंडफिल साइट की ऊंचाई 65 मीटर थी, जो कुतुब मीनार से केवल आठ मीटर कम थी. अब इसकी ऊंचाई और ज्यादा हो गई है.
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