मां लक्ष्मी की कृपा, विकसित भारत और विश्वास… कैसा रहेगा बजट पीएम मोदी ने कर दिया इशारा
नई दिल्ली:
संसद के बजट सत्र से पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि वह देवी लक्ष्मी से प्रार्थना करते हैं कि वे गरीबों और मध्यम वर्ग पर कृपा बरसाएं. उन्होंने कहा, ‘मैं विश्वास के साथ कह सकता हूं कि यह बजट सत्र ‘विकसित भारत’ के हमारे लक्ष्य को प्राप्त करने में नया आत्मविश्वास, ऊर्जा का संचार करेगा. इस सत्र में हमेशा कि तरह कई ऐतिहासिक बिल पर सदन में चर्चा होगी और व्यापक मंथन के साथ वो राष्ट्र की ताकत बढ़ाने वाला कानून बनेंगे. विशेष कर नारीशक्ति के गौरव को पुन: स्थापित किया जाएगा.
विकसित भारत की ओर हम…
पीएम मोदी ने विकसित भारत का जिक्र करते हुए कहा, ‘ऐसे अवसर पर सदियों से हमारे यहां मां लक्ष्मी का स्मरण किया जाता है. मां लक्ष्मी हमें सिद्धी और विवेक देती है. समृद्धि और कल्याण भी देती है. मैं मां लक्ष्मी से प्रार्थना करता हूं कि देश के हर गरीब एवं मध्यम वर्ग समुदाय पर मां लक्ष्मी की विशेष कृपा रहे. साथियों हमारे गणतंत्र के 75 वर्ष पूरे हुए हैं और ये हर देशवासियों के लिए सर्वाधिक गौरव पूर्ण है. ये देश की जनता ने मुझे तीसरी बार ये दायित्व दिया है और तीसरे कार्यकाल का यह पहला पूर्ण बजट है. और मैं विश्वास से कह सकता हूं कि 2047 जब आजादी के 100 साल होंगे, विकसित भारत का संकल्प जो देश ने लिया है. ये बजट एक नया विश्वास पैदा करेगा, नई ऊर्जा देगा.’
युवा सांसदों के लिए एक सुनहरा अवसर
भारत के तेजी से बढ़ते कदमों का जिक्र करते हुए पीएम मोदी ने कहा, ‘इस सत्र में हमेशा की तरह कई ऐतिहासिक बिल पर सदन में चर्चा होगी और व्यापक मंथन के साथ वो राष्ट्र की ताकत बढ़ाने वाला कानून बढ़ेंगे. विशेष कर नारीशक्ति के गौरव को पुन: स्थापित किया जाएगा. हर नारी को सम्मानपूर्ण जीवन मिले उन्हें भी आगे बढ़ने का सामान्य मौके दिए जाए, ये हम सुनिश्चित कर रहे हैं. आज जो 20-25 उम्र के नौजवान हैं, जब वे 45-50 के होंगे, तब वो विकसित भारत के सबसे बड़े बेनिफिशिरी होने वाले है. वो नीति निर्धारण की व्यवस्था में उस जगह पर बैठे हों कि वो गर्व के साथ विकसित भारत के साथ आगे बढ़ेंगे. इसलिए ये विकसित भारत के संकल्प की पूर्ति का प्रयास, आज जो हमारी युवा पीढ़ी है, उन्हें बहुत बड़ा तोहफा मिलने वाला है. जो लोग 1930 से 1942 में आजादी की जंग में जुट गए थे… पूरी देश की युवा पीढ़ी खप गई थी. उसके फल 25 साल बाद उनको नसीब हुआ था. आने वाले 25 वर्ष समृद्ध भारत विकसित भारत, ये संकल्प से सिद्धी और सिद्धी से शिखर तक पहुंचने का मार्ग है. इस सत्र में सभी सांसद विकसित भारत को मजबूती देने के लिए अपना योगदान देंगे. विशेषकर युवा सांसदों के लिए ये सुनहरा अवसर है. वो आज जो सदन में अपनी जागरुकता और भागीदारी बढ़ाएंगे उन्हें उतना फायदा होगा. युवा सांसदों के लिए एक सुनहरा अवसर.’
‘विकसित भारत का संकल्प पूरा करेंगे’
पीएम मोदी ने कहा, ‘इनोवेशन, समावेश और निवेश लगातार हमारी आर्थिक गतिविधि के रोडमैप का आधार रहे हैं. इस सत्र में हमेशा की तरह कईं ऐतिहासिक बिल पर सदन में चर्चा होगी और व्यापक मंथन के साथ वो राष्ट्र की ताकत बढ़ाने वाले कानून बनेंगे. विशेषकर नारीशक्ति के गौरव को पुनः प्रस्थापित करना, पंथ-संप्रदाय के भेद से मुक्त होकर हर नारी को सम्मानपूर्ण जीवन और समान अधिकार मिले, इस दिशा में इस सत्र में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए जाएंगे.’
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