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The Hindkeshari'महाकुम्भ संवाद' से निकला योगी आदित्यनाथ का संदेश, उनके राजनीतिक निहितार्थ क्या हैं


लखनऊ:

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को लखनऊ में आयोजित The Hindkeshariके ‘महाकुम्भ संवाद’ में शामिल हुए. इस दौरान उन्होंने प्रयागराज में महाकुम्भ के आयोजन की तैयारियों से लेकर मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव, संभल विवाद, सनातन धर्म और विपक्ष की राजनीति पर अपनी बात खुलकर रखी. योगी आदित्यनाथ से हुई इस बातचीत ने उत्तर प्रदेश के राजनीतिक हालात की भी एक झलक देखने को मिली. इस दौरान योगी आदित्यनाथ ने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन इशारों ही इशारों में उन्होंने समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव पर निशाना साधा. उन्होंने सपा की सरकार में 2013 में प्रयागराज में आयोजित कुंभ में फैली दुर्व्यस्था का जिक्र कर अखिलेश यादव को घेरा. 

किसका है सनातन धर्म

The Hindkeshariके एडीटर इन चीफ संजय पुगलिया के साथ हुई बातचीत में योगी आदित्यनाथ ने सनातन धर्म को नए तरीके से परिभाषित किया. उन्होंने सनातन को हर भारतीय का धर्म बताया.उन्होंने सनातन धर्म को भारत का राष्ट्रीय धर्म बताया.उन्होंने कहा कि सनातन के लिए जाति, धर्म या पंथ का कोई भेद नहीं है, सनातन सबका है.उन्होंने कहा कि सनातन धर्म मानव मात्र का धर्म है. उन्होंने प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ को सनातन धर्म का महापर्व बताया.उन्होंने महाकुंभ को एकता का संदेश देने वाला देश और दुनिया का सबसे बड़ा आयोजन बताया.उन्होंने कहा कि यह भारत की ताकत और आस्था की ताकत का अहसास कराने वाला एक ऐसा आयोजन है, जो दुनिया के लिए अकल्पनीय है. उन्होंने कहा कि यह वर्तमान पीढ़ी के लिए अविस्मरणीय है. 

बातचीत के दौरान योगी आदित्यनाथ ने प्रयागराज महाकुंभ की तैयारियों के बहाने भी विपक्ष पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि हजारों साल पहले भगवान श्रीराम लंका पर हासिल करने के बाद पुष्पक विमान से प्रयागराज में महर्षि भारद्वाज का दर्शन करने आए थे. लेकिन हजारों साल बाद भी देश प्रयागराज में एक सिविल टर्मिनल नहीं दे पाया था. यह काम नरेंद्र मोदी की सरकार में हुआ. ऐसा कहकर योगी आदित्यनाथ ने पूर्व की सरकारों को घेरा. योगी आदित्यनाथ ने इस बातचीत के दौरान विपक्ष पर हमले का कोई भी मौका नहीं छोड़ा. उन्होंने महाकुंभ की तैयारियों के बहाने अखिलेश यादव को निशाने पर रखा. उन्होंने 2013, 2019 और 2025 के कुंभ के आयोजन की तुलना भी की. इसके साथ ही उन्होंने 2013 के प्रयागराज कुंभ के आयोजन के तैयारियों का जिम्मा आजम खान को देने पर भी सवाल उठाए, उन्होंने कहा कि तत्कालीन सरकार ने कुंभ के आयोजन की जिम्मेदारी एक ऐसे व्यक्ति को दे रखी थी, जिसकी उसमें आस्था नहीं थी. उल्लेखनीय है कि कुंभ 2013 के आयोजन के प्रभारी आजम खान ही थे, क्योंकि वो उस समय नगर विकास मंत्री थे. उन्होंने कहा कि उस समय संगम पर दुर्व्यवस्था ऐसी थी कि मॉरीशश के तत्कालीन प्रधानमंत्री त्रिवेणी में बिना नहाए रोते हुए लौट गए थे. इस तरह से योगी आदित्यनाथ ने कुंभ की तैयारियों और उसकी जिम्मेदारी आजम खान को देने पर भी सवाल उठाए. 

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विपक्षी इंडिया गठबंधन को विदेश से मिला पैसा

इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने मिल्कीपुर में हो रहे विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी की निश्चित बताया. उन्होंने विपक्षी गठबंधन पर दुष्प्रचार कर चुनाव जीतने का आरोप लगाया. उनका कहना था कि मीडिया और सोशल मीडिया ा गलत इस्तेमाल कर संविधान बदलने और आरक्षण खत्म करने का झूठा प्रचार किया गया. उनका कहना था कि लोकसभा चुनाव के दौरान इस विपक्षी गठबंधन को विदेश से पैसा मिला था. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद हुए हरियाणा और महाराष्ट्र विधानसभा के चु्नाव ने इस गठबंधन को सही राह दिखाई है. उन्होंने उत्तर प्रदेश में नौ सीटों पर नवंबर में हुए उपचुनाव में बीजेपी को मिली जीत का भी जिक्र किया. उन्होंने कहा कि इनमें से सात सीटें बीजेपी ने जीती थीं. उन्होंने कहा कि यूपी में सपा अब अकेले आए या कांग्रेस के साथ यूपी में इसका कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है. यूपी उनको बार-बार खारिज कर चुका है. योगी आदित्यनाथ का यह बयान मिल्कीपुर उपचुनाव के लिए उनकी तैयारियों और उनके आत्मविश्वास को दिखाता है. लोकसभा चुनाव में मिली हार के बाद उपचुनावों में मिली शानदार जीत और महाकुंभ के आयोजन ने उनके आत्मविश्वास को बढ़ाया है. 

योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी पुलिस हर सज्जन को सुरक्षा देती है और जो कानून को नहीं मानता है, उसको कानून के दायरे में लाकर सही रास्ते पर ले जाती है.

योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि यूपी पुलिस हर सज्जन को सुरक्षा देती है और जो कानून को नहीं मानता है, उसको कानून के दायरे में लाकर सही रास्ते पर ले जाती है.

इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने यूपी पुलिस की कार्यशैली की तारीफ भी की, जो हाल के दिनों में विपक्ष के सवालों के घेरे में आई है.उन्होंने कहा कि हम प्रभु राम के भक्त हैं. प्रभु राम ने कहा था कि सज्जनों को संरक्षण देना और दुर्जनों का संहार करना. यूपी पुलिस शासन की इसी मंशा को आगे बढ़ा रही है. वो हर सज्जन को सुरक्षा देती है और जो कानून को नहीं मानता है, उसको कानून के दायरे में लाकर सही रास्ते पर ले जाती है. यूपी पुलिस पर प्रदेश में हो रहे मुठभेड़ों और राज्य के कानून व्यवस्था को लेकर सवाल उठाए जाते रहे हैं. योगी आदित्यनाथ ने इन्हीं सवालों के जवाब देने की कोशिश की. दरअसल अभी पिछले हफ्ते ही पश्चिम उत्तर प्रदेश में अपराधियों के साथ हुई मुठभेड़ में यूपी पुलिस के एक इंस्पेक्टर की मौत हो गई थी. ऐसे में योगी आदित्यनाथ का यह बयान यूपी पुलिस के मनोबल को बढ़ाने का ही काम करेगा. 

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संभल पर राजनीति करने वालों को जवाब

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इस अवसर पर योगी आदित्यनाथ ने संभल के शाही जामा मस्जिद को लेकर हुए विवाद और आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत की हर जगह खुदाई कर मंदिर खोजने की प्रवृत्ति पर भी स्थिति साफ की. उन्होंने कहा कि संभल एक सच्चाई है. संभल श्री हरि विष्णु के दसवें अवतार कल्की की भूमि है,पुराणों में भी इस बात का उल्लेख है. इसीलिए इसकी सच्चाई को पुराणों के माध्यम से ही देखना चाहिए.”उन्होंने कहा कि पहला महापुराण श्रीमदभागवत महापुराण है, इसके बाद 18 महापुराण लिखे गए. कई पुराणों में इस बात का उल्लेख है कि कब श्री विष्णु का दसवां अवतार होना है, उसकी भूमि संभल है.उन्होंने कहा कि  इस्लाम के उदय का 1400 सालों का इतिहास है, वहीं पुराणों का इतिहास उससे भी 2000 साल पुराना है. इस तरह से योगी आदित्यनाथ ने उन लोगों को जवाब दिया जो संभल में जामा मस्जिद के सर्वेक्षण को राजनीतिक मुद्दा बनाने की कोशिश कर रहे हैं. 

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