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The HindkeshariExclusive: ओडिशा के इतिहास में नवीन बाबू सरकार के 25 साल 'गायब साल' हैं- अमित शाह


नई दिल्ली:

केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने लोकसभा चुनाव के बीच में देश के तमाम बड़े मुद्दों और भारतीय जनता पार्टी (BJP) पार्टी के भविष्य की योजनाओं को लेकर The Hindkeshariके एडिटर इन-चीफ संजय पुगलिया से EXCLUSIVE बातचीत की. इस दौरान उन्होंने चुनाव में BJP और एनडीए के प्रदर्शन से लेकर देश में विपक्ष की मौजूदा स्थिति पर भी अपनी बात रखी. इस EXCLUSIVE बातचीत में गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि ओडिशा में नवीन पटनायक सरकार के 25 साल को देखा जाए तो देश के विकास का जब इतिहास लिखा जाएगा तो ओडिशा के लोगों के लिए ये लॉस्ट ईयर माने जाएंगे. बीते 25 साल में देश के कई सारे राज्य अपने बुनियादी ढांचे, एजुकेशन सिस्टम, हेल्थ सिस्टम, इकोनॉमी की परिस्थिती, और किसानी को और मजबूत करके देश की इकोनॉमी में मजबूती से अपना योगदान दे रहे हैं. गरीबी उन्मूलन का दर भी देश के कई सारे राज्यों ने अच्छे से बढ़ाया है.

“ओडिशा जितना समृद्ध उतनी ही ज्यादा गरीबी है यहां”

उन्होंने आगे कहा कि ओडिशा में प्रधानमंत्री की हर घर नल की योजना आने से पहले, मतलब 2019 से पहले सिर्फ 4 फीसदी घरों पर पीने का पानी था. ओडिशा एक प्रकार से देश का सबसे समृद्ध राज्य है. यहां पर्याप्त मात्रा में खनिज संपदा धरती के अंदर है लेकिन दूसरी दृष्टि से देखें तो ओडियावासी सबसे गरीब है. ये तो कॉन्ट्राडिक्ट है, ये जो सबसे समृद्ध राज्य का नागरिक और अगर डेमोक्रेसी की भाषा में कहें तो मालिक, आज सबसे गरीब है. इसकी जिम्मेदारी सबसे ज्यादा अगर किसी की है तो वो नवीन पटनायक की है. मैं स्पष्ट रूप से देख रहा हूं कि छत्तीसगढ़ और आसपास के राज्यों के विकास को देखकर ओडिशा की जनता की विकास की भूख जगी और इस बार निश्चित रूप से परिवर्तन होने जा रहा है. 

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ओडिशा में अगर बीजेपी की सरकार आ गई तो बीजेपी क्या काम करेगी, इस सवाल के जवाब में अमित शाह ने कहा कि सबसे बड़ा काम जो यहां करने जैसा है वो है खनिज संपदा को निकालने से लेकर एंट प्रोटक्ट तक पहुंचने तक का पूरा प्रोसेस अगर ओडिशा में होता है तभी जाकर ओडिशा की प्रति व्यक्ति आय भी बढ़ेगी और लोगों को समृद्धि भी मिलेगी और यहां से पलायन भी रुकेगा. 

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ओडिशा में काफी कुछ करने की जरूरत है

आज ओडिशा का युवा देशभर में काम करने जा रहा है. ओडिशा के पास लंबी कोस्ट लाइन है, पानी सी भरी नदियां हैं और मेहनतकश इंसान भी हैं. अगर किसानी के अंदर इरिगेशन और क्रॉप पेटेंट चेंजिंग की व्यवस्था की जाए. बंदरगाह के पास ही खनिज संपदा को एंड प्रोडक्ट के रूप में बनाकर देश औऱ दुनिया में भेजने की व्यवस्था की जाए, और बुनियादी ढांचे की जो कमी है उसे दूर किया जाए तो ओडिशा बहुत कम समय में देश के समृद्ध राज्यों में शामिल हो सकता है. 

“हम बंगाल में 24 से 30 सीटों के बीच जीत रहे हैं”

चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के प्रदर्शन पर बात करते हुए अमित शाह ने कहा कि इस बार हम बंगाल में भी इस बार अच्छी खासी बढ़ोतरी करेंगे. हमें यहां 24 से 30 सीटें मिल सकती हैं. ओडिशा में 17 लोकसभा और 75 विधानसभा सीट जीतने का हमारा लक्ष्य तय है. तेलंगाना में भी हम 10 के आसपास सीटें जीतेंगे. आंध्र प्रदेश में हमारे गठबंधन की सरकार बनने जा रही है. और वहां पर भी बड़ी संख्या में NDA लोकसभा सीटें निकालने जा रही है. 

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हम पूर्व जोन में बंगाल, झारखंड, बिहार और ओडिशा में सबसे बड़ा दल बनकर निकलेंगे. और दक्षिण के पांच राज्यों में कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, तेलंगाना, आंध्रप्रदेश में बीजेपी सबसे ज्यादा सीटें जीतने जा रही है. अमित शाह ने कहा कि चुनाव की घोषणा के बाद से करीब-करीब 200 कार्यक्रम कर चुका हूं. 

“इस बार 400 के पार होकर रहेगा”

400 पार के नारे को लेकर अमित शाह ने कहा कि जब पहली बार 2014 मोदी जी के नेतृत्व में पूर्ण बहुमत के नारे के साथ निकली, उस दौरान भी दिल्ली में राजनीति पंडितों का आंकलन था कि ये हो नहीं सकता है. फिर 2019 में हम 300 प्लस के नारे के साथ निकले, तब भी लोग कहते थे कि ये नहीं हो सकता. आज भी लोग कह रहे हैं. मुझे लगता है कि अगले चुनाव में सब सच मानेंगे. क्योंकि इस बार 400 पार होने वाला है. 

अगर बात राज्यों की करें तो ओडिशा में हम अपने बल पर सरकार बनाने जा रहे हैं. साथ ही हम वहां लोकसभा की 15 से 17 सीटें भी जीत रहे हैं. लेकिन मैं ये वेव का अनुभव पहले चरण से कर रहा हूं. मेरठ में मेरी पहली रैली हुई तब से लेकर अब तक मैं इस वेव का अनुभव कर रहा हूं. ओडिशा में, बंगाल में, बिहार में, उत्तर प्रदेश में, तेलंगाना में, पंजाब में, आंध्रप्रदेश में. मैं मानता हूं कि ये जो वेव है, ये पूरे भारत में है. चाहे गुजरात में हो, मध्यप्रदेश हो, राजस्थान में या फिर महाराष्ट्र में हो. ये आपको चुनाव नतीजे बताएंगे की ये वेव ही था.  

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