गले तक पट्टियां, जलने का बेइंतहा दर्द.. मरते-मरते वो इशारों में बता गई दरिंदगी की पूरी कहानी
पूरे शरीर पर सफेद पट्टियां और अस्पताल के बेड पर लेटी एक 11 साल की मूक-बधिर बच्ची, तस्वीर में चेहरा देखते ही आपका दिल तो दहलेगा, लेकिन लगेगा जैसे अभी वह आंखें खोल देगी…. लेकिन वह अब कभी नहीं उठेगी. 10 दिन तक जिंदगी की लड़ाई बहादुरी से लड़ने वाली जिंदा जलाई गई ये बच्ची अब इस दुनिया में नहीं है. दरिंदों ने इसके सपने और जिंदगी दोनों को छीन लिया है.दरिंदगी इतनी कि बच्ची के प्राइवेट पार्ट को भी बुरी तरह तरह से जलाया गया. इस पूरी घटना को लेकर दुख तब और बढ़ गया जब 11 दिन पुरानी इस घटना में पुलिस अभी तक कुछ ठोस कार्रवाई नहीं कर पाई है. राजस्थान के करौली जिले से बुधवार को दिल दहलाने वाली ये खबर सामने आई जिसमें बच्ची को 11 दिन पहले पेट्रोल डालकर जिंदा जलाया गया, उसने अस्पताल में इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. इस घटना को लेकर लोगों में भी भारी गुस्सा भी देखने को मिला. पुलिस और प्रशासन के ढुलमुल रवैये के खिलाफ लोग सोशल मीडिया पर भी आवाज उठाते दिखे.
बच्ची के पिता ने लगाए ये आरोप
बच्ची के पिता ने आज सीएम के नाम उप जिला कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए दोषियों को जल्द अरेस्ट करने की मांग की है. पिता ने अपने ज्ञापन में लिखा कि मैंने हिंडौन सिटी के नई मंडी पुलिस थाने में 11 मई 2024 को शिकायत दी थी. पुलिस को बताया था कि कुछ अज्ञात बदमाशों ने मेरी बेटी को जिंदा जला दिया और घर से कुछ दूरी पर जली हुई अवस्था में छोड़कर फरार हो गए. बेटी को गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया जहां उसकी मौत हो गई. बदमाशों ने बेटी के प्राइवेट पार्ट्स को भी बुरी तरह जला दिया था.
बच्ची ने इशारों में बताया उसके साथ क्या दरिंदगी हुई
बता दें कि 14 मई को जयपुर में बालिका के मूक व बधिर होने के कारण अस्पताल में एक्सपर्ट महिला टीम को बुलाकर बयान दर्ज किए गए थे, जिनकी वीडियोग्राफी कराई गई. बालिका को मोबाइल में 10-12 फोटो दिखाई गई. बच्ची ने संकेतों के माध्यम से कुछ सुराग भी दिए और बताया कि कैसे उस पर ज्वलनशील पदार्थ डाला गया. बच्ची घर के रास्ते में मां को गंभीर हालत में जली हुई मिली थी, मां ने पानी डालकर आग बुझाई. इशारों में मां को घटनाक्रम समझाया कि कुछ लोग पटरियों की ओर भाग गए और उसके साथ क्या दरिंदगी घटी.
परिजनों ने जताई दुष्कर्म की संभावना
पिता ने बताया कि बच्ची मां से मोबाइल मांगने के बाद दूसरे खेत की तरफ खेलने गई और महज एक घंटे के भीतर ही वह झुलसी हुई मिली. बालिका निर्वस्त्र हाल में कमर से नीचे गंभीर रूप से झुलसी हुई थी. सुबह 10 से 11 बजे की घटना है और पुलिस ने इतनी लापरवाही बरती कि वह सुबह की घटना में रात को 10 से 11 बजे के बीच पहुंची. बेटी को लेकर जब माता-पिता अस्पताल पहुंचे तो 60 फीसदी जलने पर इलाज के लिए जयपुर रैफर कर दिया था. परिजनों की ओर से बच्ची के साथ दुष्कर्म की संभावना भी जताई गई है. पिता ने ये भी कहा कि मेरी बेटी ने इशारे में दोषियों की फोटो के जरिए पहचान की थी, इसके बावजूद किसी को अरेस्ट नहीं किया गया. पुलिस ने पूरी तरह उदासीनता बरती, इसकी गहनता से जांच होनी चाहिए.
पुलिस बस कह रही है जांच की बात
इस मामले पर पुलिस लापरवाही की खबरें सामने आने के बाद पुलिस भी सामने आई और विशेष जांच के लिए टीम गठन की बात की है. हालांकि केस को लेकर उन्होंने कोई अपडेट नहीं दिया. पुलिस का कहना है कि ये एक संवेदनशील मामला है. जांच प्राथमिक स्तर पर है इसलिए पुख्ता तौर पर अभी कुछ भी कहना संभव नहीं है.