राजा खुश हुआ और घोड़े से नपवाकर दान दे दी थी जमीन
तातारों की बहादुरी और उनके युद्ध कौशल के चर्चे 15वीं शताब्दी में पोलैंड और लिथुआनिया में खूब चर्चे होते थे. इसका बड़ा उदाहरण 1410 में ग्रुनवल्ड की वह लड़ाई है, जिसे तातार्स ने बहुत ही वीरता से लड़ा था. कहा जाता है कि इसके बाद से तातार मुस्लिमों को पोलिश सेना के साथ लड़ने के लिए इनाम के रूप में नाइटहुड, हथियारों के साथ ही जमीन के साथ मुआवजा भी दिया. 17वीं शताब्दी में वो वक्त भी आया जब पोलिश के एलीट क्लास ने तातार मुस्लिमों के अधिकारों पर सवाल उठाया और उनके सैनिकों को उनका सही मेहनताना नहीं दिया.
तातार मुस्लिम कितनी तरह के हैं?
पोलैंड में चार तरह के तातार मुसलमान हैं. लिप्का तातार मुस्लिम, पोलिश तातार, लिपकोवी और मुस्लीमी तातार. पोलैंड में तातार ट्रेल की अगर बात करें तो ये बेलस्टॉक, सोकोल्का, बोहोनिकी, क्रिंकी, क्रुस्ज़िनियानी, क्रिंकी और सुप्राल में रहते हैं. यह इलाका सिर्फ 150 किमी लंबा है. दूर दराज से लोग इन इलाकों को देखने पहुंचते हैं.
तातार मुस्लिम दूसरे मुस्लिमों से कितने अलग?
तातार मुस्लिम दूसरे मुस्लिमों से अलग हैं, उनका रहन-सहन और तौर तरीके उनको दूसरों से अलग बनाते हैं. उन पर कैथोलिक धर्म का असर इस कदर है कि वह क्रिसमस पर क्रिसमस ट्री खरीदते हैं. मक्का जाने के बजाय वह आम तौर पर उन जगहों पर जाना पसंद करते हैं. जहां पर उनके पवित्र पूर्वजों को दफनाया गया था. ये लोग अरबी भाषा भी नहीं बोलते हैं. हालांकि उनकी युवा पीढ़ी अब अरबी पढ़ने लगी है.
तातार मुस्लिम तातारहुड का पालन करते हैं. वह अपने समुदाय के भीतर ही शादी-विवाह करते हैं, यह उनकी अहम प्रथा है. शारीरिक बनावट की बात करें तो तातार मुस्लिमों की आंखे थोड़ी झुकी हुई, ठोस गाल, मोटा कद और रंग सांवला होता है.
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