ब्रह्मांड का अब तक का सबसे बड़ा एक्स-रे मैप आया सामने, दिखे 7 लाख से ज्यादा ब्लैक होल
नई दिल्ली:
ब्रह्मांड का अब तक का सबसे बड़ा एक्स-रे मैप (Largest Ever X-ray Map Of Universe) सामने आया है. वैज्ञानिकों ने ब्रह्मांड के अब तक के सबसे बड़े एक्स-रे मैप जारी किया है. एक्स-रे मैप में 9,00,000 से ज्यादा हाई एनर्जी ब्रह्मांडीय स्रोत पाए गए हैं, जिनमें 7,00,000 से ज्यादा सुपरमैसिव ब्लैक होल भी शामिल हैं. जर्मन “eROSITA” कंसोर्टियम ने 31 जनवरी को रूसी-जर्मन उपग्रह स्पेक्ट्रम-आरजी पर eROSITA एक्स-रे टेलीस्कोप द्वारा इकट्ठा किया गया डेटा प्रकाशित किया है.
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“गैलेक्सी में 7 लाख से ज्यादा ब्लैक होल”
मिशन को मैनेज करने में मदद करने वाली जर्मनी में मैक्स प्लैंक सोसाइटी ने एक आधिकारिक बयान में कहा, पहला eROSITA ऑल-स्काई सर्वे कैटलॉग (eRASS1) अब तक पब्लिश एक्स-रे स्रोतों का सबसे बड़ा कलेक्शन है. उन्होंने कहा कि ऑब्जर्वेशन के पहले छह महीनों में, eROSITA ने पहले ही एक्स-रे खगोल विज्ञान के 60 साल के इतिहास की नॉलेज की तुलना में ज्यादा एक्स-रे स्रोतों की खोज कर ली है,” ।eROSITA टेलीस्कोप के साथ eRASS1 ऑब्जर्वेशन 12 दिसंबर, 2019 और 11 जून, 2020 के बीच किए गए.
An X-ray image of half the #universe: the first publication of the eROSITA sky-survey data release makes public the largest ever catalogue of high-energy cosmic sources 😲 https://t.co/POg5FuVraP@eROSITA_SRG@MPE_Garchingpic.twitter.com/X21gnUD6iW
— Max Planck Society (@maxplanckpress) January 31, 2024
ब्रह्मांड मैप में ऐसी है गैलेक्सी
मैक्स प्लैंक सोसाइटी ने कहा कि eROSITA को फरवरी 2022 में “सुरक्षित मोड” में डाल दिया गया था और तब से साइंस ऑपरेशन्स फिर से शुरू नहीं हुए हैं. दूर की गैलेक्सी में करीब 7,10,000 सुपरमैसिव ब्लैक होल के अलावा, 9,00,000 हाई एनर्जी के अलावा 1,80,000 एक्स-रे उत्सर्जित करने वाले तारे, 12,000 क्सस्टर ऑफ गैलेक्सी के साथ ही एक्स-रे उत्सर्जित करने वाले बाइनरी तारे, सुपरनोवा अवशेष, पल्सर और अन्य ऑब्जेक्टिव्स भी शामिल हैं.
EROSITA की प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर एंड्रिया मेरलोनी ने कहा, “ये एक्स-रे खगोल विज्ञान के लिए शानदार नंबर्स हैं”. उन्होंने कहा, ”हमने 6 महीनों में बड़े फ्लैगशिप मिशन एक्सएमएम-न्यूटन और चंद्रा द्वारा करीब 25 सालों के ऑपरेशन में किए गए स्रोतों की तुलना में अधिक स्रोतों का पता लगाया है.”
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