देश का नेता तभी सबका होगा, जब वह सबके बारे में सोचेगा : सांसद चंद्रशेखर आजाद
उत्तर प्रदेश के नगीना से लोकसभा सांसद चंद्रशेखर आजाद ने The Hindkeshariने खास बातचीत में कहा कि मैं एक ग्रामीण क्षेत्र का रहने वाला हूं और मेरे पिताजी शिक्षक थे. मैंने अपने पिता से संघर्ष करना सीखा है. काशीराम और बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर को मैं अपना नेता मानता हूं. राजनीतिक शक्ति को बिना हाथ में लिए हम अपने वर्गों की भलाई नहीं कर सकते. आज़ादी के 75 सालों के बाद भी पिछड़े वर्गों के लिए कई काम नहीं हुए हैं और मैं अपने समाज के विकास के लिए काम कर रहा हूं.
आजाद समाज पार्टी के नेता और सांसद चंद्रशेखर ने कहा, ‘लीडर को कमजोर वर्गों के लिए सोचना चाहिए. देश का नेता तभी सबका नेता होगा, जब वह सबके बारे में सोचेगा. हमारा देश बहुत बड़ा है और यहां विविधताएं हैं, इसलिए हमें विजन और विचार के आधार पर काम करना होगा. आने वाले दिनों में हमारा विचार लोगों तक पहुंचेगा.
चंद्रशेखर आजाद ने कहा कि आजाद समाज पार्टी दलितों की सबसे बड़ी पार्टी है, लेकिन यह महिला और अल्पसंख्यकों के लिए भी काम करेगी. हम ऊपरी जातियों के लिए भी काम करेंगे. हम संविधान के अनुसार चलते हैं, नफरत की बात नहीं करते. हम सभी वर्गों के लिए काम कर रहे हैं. भारत का लोकतंत्र सबसे मजबूत है, जहां स्वतंत्रता से पहले बहुत से लोगों को उनके अधिकारों से वंचित कर दिया गया था. यहां धनतंत्र है, यहां गरीब बिना पैसे के चुनाव नहीं लड़ सकते. चुनावों में पैसों का उपयोग खत्म होना चाहिए. परिवारवाद के कारण बहुत से लोगों को अवसर नहीं मिल पाता है.