एक किलो नमक की कीमत 20 से 30 हजार रुपये! उत्तराखंड के इस सॉल्ट की खासियत जान हो जाएंगे हैरान

नई दिल्ली:
उत्तराखंड जल्द एक खास तरह का नमक बाजार में उतारने जा रहा है. जिसे बंबू सॉल्ट कहा जाता है. इससे दुनियाभर में कोरियन नमक से वैसे जाना जाता है इस कोरियन नमक को सबसे पहले कोरिया में तैयार किया गया था. इस नमक की खास बात यह है कि यह सेहत के लिए पौष्टिक है और इसमें कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं.
उत्तराखंड के वन विभाग का बांस एवं फाइबर विकास बोर्ड और जायका दोनों मिलकर इस बंबू साल्ट को तैयार कर रहे हैं. पूरी दुनिया में यह सबसे महंगे नमक के रूप में अपनी पहचान बना चुका है और ऐसे में उत्तराखंड का वन विभाग इसकी स्टडी कर इसको तैयार करने में जुड़ गया है. नमक बनाने के लिए फिलहाल 6 बार से ज्यादा ट्रायल किया गया है.
यह बंबू साल्ट यानी कोरियन नमक बनाने के लिए एक लंबी और वैज्ञानिक पद्धति से गुजरना पड़ता है दरअसल जो सामान्य नमक होता है उसी से इसको तैयार किया जाता है. इस पद्धति में विशेष बांस के खोखले हिस्सों के बीच में नमक भरा जाता है और बांस के दोनों छोरों को मिट्टी से लेपकर बंद कर दिया जाता है. इसके बाद इस बांस के खोखले तने को एक भट्टी में लगभग 400 डिग्री सेल्सियस तक पकाया जाता है. इसके बाद इसको बाहर निकाल कर पाउडर की शक्ल दी जाती है और इसी प्रक्रिया को 9 बार किया जाता है. इसके बाद यह बंबू साल्ट बनकर तैयार होता है. 1 किलो बंबू साल्ट को बनाने में 20 दिन का वक्त लगता है और बांस के अंदर बने होने की वजह से बांस के पोषक तत्व भी इसमें घुल जाते हैं.
बंबू सॉल्ट क्या है?
- यह कोरियन नमक का रूप है, जिसे सबसे पहले कोरिया में विकसित किया गया था.
- इसमें कई प्रकार के मिनरल्स पाए जाते हैं, जैसे कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन, कॉपर, जिंक मिलते हैं.
- इसे बनाने की विशेष प्रक्रिया के कारण इसका रंग बैंगनी (पर्पल) हो जाता है.
- यह बाजार में “पर्पल बंबू सॉल्ट” के नाम से भी जाना जाता है.
उत्तराखंड में इसे लगातार रोस्ट किया जा रहा है. इसे छह बार तक रोस्ट किया गया है जबकि कोरियन नामक 9 बार रोस्ट होने के बाद बनता है. इसलिए अभी फिलहाल इसको 9 बार रोस्ट किया जाएगा. इस नमक की बाजार में काफी डिमांड है. क्योंकि इसमें महत्वपूर्ण पौष्टिक तत्व होते हैं और यह काफी तेजी से मार्केट में प्रसिद्ध हो रहा है. और उसकी डिमांड लगातार बढ़ती जा रही है. यह बंबू सॉल्ट की कीमत 20 हजार से 30 हजार रुपये किलो तक बिकता है.
बंबू साल्ट यानी कोरियन नमक को जिस तरह बनाया जाता है उसके बाद इसका कलर पर्पल हो जाता है और यह कई ऑनलाइन वेबसाइट में पर्पल बंबू साल्ट के नाम से भी बिक रहा है वही जानकारी के मुताबिक बंबू साल्ट में 73 प्रकार के मिलन पाए जाते हैं जिसमें कैल्शियम ,मैग्नीशियम, आयरन, कॉपर , जिंक जैसे कई महत्वपूर्ण तत्व होते हैं जो शारीरिक रूप से काफी बेहतरीन माने जाते हैं.
कैसे बनता है बंबू सॉल्ट?
- सामान्य नमक को विशेष बांस के खोखले तने में भरा जाता है.
- बांस के छोरों को मिट्टी से लेपकर बंद किया जाता है.
- इसे 400°C पर भट्टी में पकाया जाता है और फिर पाउडर में बदला जाता है.
- यह प्रक्रिया 9 बार दोहराई जाती है, जिससे नमक में बांस के पोषक तत्व घुल जाते हैं.
- इसे पूरी तरह तैयार होने में 20 दिन लगते हैं.
उत्तराखंड वन विभाग के बांस एवं फाइबर विकास बोर्ड के सीईओ आईएफएस अधिकारी पीके पत्रों कहते हैं कि इस बंबू साल्ट को तैयार करने का काम किया जा रहा है वैसे तो यह कोरियन नमक है लेकिन अब यह उत्तराखंड में भी तैयार किया जा रहा है. पीके पत्रों कहते हैं कि इस नमक को तैयार करने के लिए विशेष तकनीक लगती है जिसमें बांस के खोखले खोल में सामान्य नमक डाला जाता है. इसके बाद सामान्य नमक की जो बेकार तत्व होते हैं वह इसमें नष्ट हो जाते हैं और बांस के अच्छे तत्व और मिनरल इसमें मिल जाते हैं. बांस और फाइबर विकास बोर्ड के सीईओ के मुताबिक मार्केट में इसकी कॉस्ट काफी ज्यादा है और हम इसको तैयार कर कम खर्चे में बेचना चाहते हैं इसलिए इस पर काम किया जा रहा है
इस कोरिया नमक या बंबू साल्ट को तैयार करने का फायदा यह है कि उत्तराखंड में लोगों को रोजगार मिलेगा और इसका फायदा राज्य को भी होगा यही वजह है कि बांस और फाइबर बोर्ड इसको तैयार कर रहा है