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घर की छत केवल ऊर्जा का स्रोत नहीं, बल्कि बचत और स्वावलंबन का बना प्रतीक- मनोज जायसवाल…..

रायपुर: सूर्य की किरणों से घर की छत केवल ऊर्जा का स्रोत नहीं, बल्कि बचत और स्वावलंबन का प्रतीक बन गई है। यह पहल पाकरगांव के मनोज जायसवाल सहित आसपास के ग्रामों में नवीकरणीय ऊर्जा के प्रति जागरूकता का वातावरण निर्मित कर रही है।

लैलूंगा विकासखंड के पाकरगांव निवासी श्री मनोज जायसवाल ने प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना का लाभ उठाकर ऊर्जा आत्मनिर्भरता की ओर अग्रसर है। शासन की इस जनकल्याणकारी योजना के माध्यम से उन्होंने न केवल अपने घर की ऊर्जा आवश्यकताओं की पूर्ति की है, बल्कि बिजली बिल से भी मुक्ति प्राप्त कर ली है।

श्री जायसवाल ने अपने घर की छत पर 5 किलोवाट क्षमता का रूफटॉप सोलर पैनल स्थापित कराया है। अगस्त 2025 माह में उनके सोलर पैनल से कुल 290 यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ। इस उत्पादन पर उन्हें 1552 रुपए की छूट प्राप्त हुई, जिसके परिणामस्वरूप उनका बिजली बिल ऋणात्मक 1753 रुपए रहा। अब उन्हें बिजली बिल का भुगतान नहीं करना पड़ता, बल्कि भविष्य के बिलों में इस राशि का समायोजन भी किया जा रहा है।

श्री मनोज जायसवाल बताते हैं कि पहले हर माह बढ़ते बिजली बिल से घरेलू बजट पर दबाव बढ़ जाता था। किंतु प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना के माध्यम से सौर ऊर्जा अपनाने के बाद अब वे न केवल आत्मनिर्भर बने हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी अपनी भूमिका निभा रहे है।

योजना का लाभ लेने के लिए आवेदन प्रक्रिया पूरी तरह ऑनलाइन है। उपभोक्ता स्वयं चउेनतलंहींत.हवअ.पद पोर्टल या पीएम सूर्य घर मोबाइल ऐप, सीएसपीडीसीएल वेबसाइट, मोर बिजली ऐप और टोल फ्री नंबर 1912 के माध्यम से आवेदन कर सकते हैं। उपभोक्ता ऑनलाइन ही अपने पसंद के वेंडर का चयन भी कर सकते हैं। यह योजना न केवल उपभोक्ताओं के बिजली बिल में हर महीने हजारों रुपए की बचत करा रही है, बल्कि जिले के हितग्राही पर्यावरण संरक्षण और हरित ऊर्जा उत्पादन में भी सक्रिय भागीदार बन रहे हैं।

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