प्रयागराज में सामान्य हो रहे हैं हालात, सीएम योगी ने संतों से की बात; परंपरा के अनुसार होगा अखाड़ों का स्नान
प्रयागराज:
महाकुंभ मेले (Maha kumbh 2025) में बुधवार तड़के मौनी अमावस्या के अवसर पर लाखों श्रद्धालुओं के उमड़ने के बाद भगदड़ जैसी स्थिति बनने से कुछ लोग घायल हो गए. हालांकि अब हालात सामान्य हो गए हैं. अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रवींद्र पुरी ने बुधवार को कहा कि अखाड़े भीड़ कम होने पर अमृत स्नान करेंगे. सीएम योगी आदित्यनाथ से संतों ने बात की है. सीएम योगी ने संतों से कहा कि हालात सामान्य हो रहे हैं. परंपरा के मुताबिक ही अखाड़ों का स्नान होगा. किसी श्रद्धालु को असुविधा ना हो इस बात का ध्यान रखा जाएगा.
महंत रवींद्र पुरी ने ‘पीटीआई वीडियो’ से कहा, ‘‘हमने देखा है कि अब भीड़ कम हो रही है और मेला प्रशासन से भी हमारी बातचीत जारी है. अगर भीड़ कम होती है तो हम स्नान करना चाहेंगे। सुबह हमने स्नान टाल दिया था.” इससे पूर्व, सुबह सभी संत-महात्माओं के लिए सिंहासन लगा था और नागा सन्यासियों सहित सभी संत स्नान के लिए तैयार थे लेकिन भगदड़ जैसी स्थिति के बारे में सुनकर अखाड़ा परिषद ने अमृत स्नान टालने का जनहित में निर्णय किया था. इस बीच, स्वामी रामभद्राचार्य ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे संगम में स्नान का आग्रह छोड़कर निकटतम घाट पर स्नान करें व अपनी और एक-दूसरे की सुरक्षा करें। उन्होंने वैष्णव सम्प्रदाय के प्रमुख संत की हैसियत से सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं से अफवाहों से बचने का आह्वान किया.
रामभद्राचार्य ने श्रद्धालुओं से की अपील
इस बीच, स्वामी रामभद्राचार्य ने श्रद्धालुओं से अपील की कि वे संगम में स्नान का आग्रह छोड़कर निकटतम घाट पर स्नान करें व अपनी और एक-दूसरे की सुरक्षा करें. उन्होंने वैष्णव सम्प्रदाय के प्रमुख संत की हैसियत से सभी अखाड़ों और श्रद्धालुओं से अफवाहों से बचने का आह्वान किया.
संगम में जूना अखाड़े के आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि के साथ स्नान करने के बाद योग गुरु स्वामी रामदेव ने कहा, ‘‘करोड़ों श्रद्धालुओं के इस हुजूम को देखते हुए हमने फिलहाल केवल सांकेतिक स्नान किया है. सभी से आग्रह है कि अनुशासन का पालन करते हुए सावधानीपूर्वक स्नान करें.”मथुरा से सांसद और अभिनेत्री हेमा मालिनी ने भी संगम में स्नान किया.